हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ की जड़ों पर पà¥à¤°à¤¹à¤¾à¤°
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Rajeev ChoudharyDate
14-Jun-2017Category
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14-Jun-2017Download PDF
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à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राजनीति गलत या सही रही इस बात को अलग रखकर चरà¥à¤šà¤¾ करे तो आज सरकार जिन à¤à¥€ तेवरों के साथ आगे बॠरï
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जाà¤à¤š à¤à¤œà¥‡à¤‚सी यानी à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤ की टीम ने कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ अलगाववादी नेताओं पर शिकंजा कसना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया है. à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤ की टीम ने दिलà¥à¤²à¥€ के चांदनी चौक, बलà¥à¤²à¥€à¤®à¤¾à¤°à¤¾à¤¨ सहित आठठिकानों समेत कà¥à¤² 22 ठिकानों पर छापेमारी की है. à¤à¤¨.आई. ठने अलगाववादी नेताओं के कशà¥à¤®à¥€à¤° के 14 और दिलà¥à¤²à¥€-हरियाणा सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ 8 ठिकानों पर à¤à¤• साथ छापे मारे. छापेमारी में à¤à¤¨.आई. ठने 1.5 करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ कैश के अलावा कई दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ बरामद किà¤. इसमें सबसे महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ ये है कि à¤à¤¨.आई ठको इन ठिकानों से लशà¥à¤•à¤° ठतैयबा और हिजà¥à¤¬à¥à¤² के लेटरहेड, पेन डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ और लैपटॉप मिले. इसके बाद जिन लोगों के खिलाफ à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° दरà¥à¤œ की गई है उन लोगों में सबसे बड़ा नाम अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का है. à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤ ने अपनी पकड़ मजबूत करते हà¥à¤ शाह गिलानी और आतंकी हाफिज सईद के खिलाफ à¤à¤«à¤†à¤ˆà¤†à¤° दरà¥à¤œ की है. इसके साथ ही à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤ ने अलगववादी नेता यासिन मलिक पर à¤à¥€ अपनी पकड़ पहले से मजबूत की है.
हालाà¤à¤•à¤¿ यह कहा जा रहा कि ये छापे कोई अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ नहीं थे. इससे पहले à¤à¥€ सीबीआई और इनकम टैकà¥à¤¸ की ओर से अलगाववादी नेताओं के घर पर छापे पड़ चà¥à¤•à¥‡ हैं और इसके बाद उन पर आगे कोई कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ नहीं हà¥à¤ˆ. इससे लोगों में यह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ बैठगया है कि ये कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ अलगाववादियों पर दबाव डालने के लिठहà¥à¤ˆ थी. लेकिन इस बार à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤ ने सिरà¥à¤« अलगाववादी नेताओं तक ही छापेमारी को सीमित नहीं रखा है. उसने उनके अलावा कà¥à¤› वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ निशाना बनाया है खास तौर पर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जिनके पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· या अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· तौर पर सीमा पार के लोगों से वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤• संबंध है.
शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र, जमà¥à¤®à¥‚, दिलà¥à¤²à¥€ और हरियाणा में कई जगहों पर पड़े राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ à¤à¤œà¥‡à¤‚सी à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤ के छापों ने कशà¥à¤®à¥€à¤° में बहस छेड़ दी है. कà¥à¤› लोगों का मानना है कि इस कदम से सरकार को “चरमपंथियों को मिलने वाले फंड” के सà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ के बारे में जानकारी मिलेगी और वो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ धर-दबोचेगी. à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤ के सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की मानें तो देश में आने वाला यह पैसा कई आतंकी संगठनों सहित अलगाववादियों तक पहà¥à¤‚चता है. हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ कांफà¥à¤°à¥‡à¤‚स, जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° लिबरेशन फà¥à¤°à¤‚ट, इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤Ÿà¥‚डेंट फà¥à¤°à¤‚ट, हिजबà¥à¤² मà¥à¤œà¤¾à¤¹à¤¿à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨, जैश ठमà¥à¤œà¤¾à¤¹à¤¿à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨, जमीयतà¥à¤² मà¥à¤œà¤¾à¤¹à¤¿à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ सहित कई संगठनों को यह पैसा पहà¥à¤‚चाया जाता है.
राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ जांच à¤à¤œà¥‡à¤‚सी, ईडी सहित कशà¥à¤®à¥€à¤° की पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अलगाववादियों को मिलने वाली आरà¥à¤¥à¤¿à¤• मदद की जांच में जà¥à¤Ÿà¥‡ हैं. साथ ही ये सà¤à¥€ à¤à¤œà¥‡à¤‚सियां मिलकर खà¥à¤«à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤œà¥‡à¤‚सी को इस मामले की जांच में पूरी मदद कर रही हैं. अधिकारी बता रहे है कि जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° में शांति के माहौल को बिगाड़ने के लिठसीमापार से इन अलगाववादियों को बड़ी आरà¥à¤¥à¤¿à¤• मदद मिलती है. à¤à¤¸à¥‡ में वादियों की फिजा को बिगाड़ने के लिठइसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² हो रहे पैसे की जांच इस सरकार का मà¥à¤–à¥à¤¯ à¤à¤œà¥‡à¤‚डा है.
आखिर कौन है हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ कांफà¥à¤°à¥‡à¤‚स कोई राजनैतिक दल, संगठन या समाजसेवी संसà¥à¤¥à¤¾.? अकà¥à¤¸à¤° लोग इस सवाल को राजनीति और मीडिया की लालटेन के नीचे बैठकर उसके उजाले में इसका हल ढूंढते है, आखिर कैसे अलगाव और आजादी के नाम कशà¥à¤®à¥€à¤° का वैचारिक आतंकी संगठन à¤à¤¾à¤°à¤¤ जैसे à¤à¤• विशाल राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के लोकतंतà¥à¤° उसके संविधान को à¤à¤• लमà¥à¤¬à¥‡ अरसे से चà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥€ दे रहा है? हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ कांफà¥à¤°à¥‡à¤‚स की जड़ों को समà¤à¤¨à¤¾ हो तो कशà¥à¤®à¥€à¤° में कà¥à¤¯à¤¾ कैसे कब घटा ये याद करना होगा. साल 1988-89 के बीच कशà¥à¤®à¥€à¤° की आजादी को लेकर जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° लिबरेशन फà¥à¤°à¤‚ट या जेकेà¤à¤²à¤à¤« ने कशà¥à¤®à¥€à¤° की बरà¥à¤«à¥€à¤²à¥€ वादियों में बारूद की जो गरà¥à¤®à¤¾à¤¹à¤Ÿ पैदा की, जो जलà¥à¤¦à¥€ ही आग बनकर वहां के हरे à¤à¤°à¥‡ चिनार और à¤à¤¾à¤°à¤¤ की समà¥à¤ªà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ को à¤à¥à¤²à¤¸à¤¾à¤¨à¥‡ लगी थी. आग की इस तपिश से जब कशà¥à¤®à¥€à¤° का हिनà¥à¤¦à¥‚ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ à¤à¥à¤²à¤¸à¤¨à¥‡ लगा तब पड़ोसी देश पकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने हाथ तापने शà¥à¤°à¥‚ किà¤. तब इसे दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ ने à¤à¥€ पहली महसूस किया.
हà¥à¤† यह कि जमà¥à¤®à¥‚कशà¥à¤®à¥€à¤° लिबरेशन फà¥à¤°à¤‚ट के कà¥à¤› नौजवानों ने कशà¥à¤®à¥€à¤° में आजादी के नाम पर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ बलों से लड़ना शà¥à¤°à¥‚ किया शà¥à¤°à¥‚ में सेना को इन लड़ाकों को पहचानने में दिकà¥à¤•à¤¤ पेश आई. फिर अचानक à¤à¤• के बाद à¤à¤• जेकेà¤à¤²à¤à¤« के लड़ाके मारे जाने लगे. तब इन लोगों ने कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ पंडितों के खिलाफ अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ छेड़ दिया à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ बल बेहद मà¥à¤¸à¥à¤¤à¥‡à¤¦à¥€ से अतिवादियों के सफाठमें लगे थे. इससे पहले की जेकेà¤à¤²à¤à¤« के à¤à¤‚डे तले जमा हà¥à¤ˆ कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ जनता अपने घरों को लौटती इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€-अतिवादियों के गिरोहों ने उनका सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ ले लिया. इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की आईà¤à¤¸à¤†à¤ˆ का समरà¥à¤¥à¤¨ हासिल था. इसी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के गरà¥à¤ से हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ का जनà¥à¤® होता है, जिसने अलगाववाद के लिठलड़ रहे अलग-अलग संगठनों को à¤à¤• परचम तले इकठà¥à¤ ा किया. नाम दिया ‘ऑल पारà¥à¤Ÿà¥€à¤œ हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ कॉनà¥à¤«à¥à¤°à¥‡à¤‚स’ जिसके बाद à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार का रà¥à¤– नरम हà¥à¤† और नतीजा 89 से 93 यानी पांच वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में लापरवाहियों की खाद से ताकत हासिल करता ये छोटा सा पौधा आज 28 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ दरखà¥à¤¤ बन चà¥à¤•à¤¾ है, जिसे उखाड़ पाना à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार के लिठसर दरà¥à¤¦ बन चूका है.
मूल-पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ यह à¤à¥€ है कि आतंक का यह पेड़ इतना फला-फà¥à¤²à¤¾ कैसे तो इसे समà¤à¤¨à¥‡ के लिठजमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° के पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ फारà¥à¤• अबà¥à¤¦à¥à¤²à¥à¤²à¤¾ का यह बयान काफी कि हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ वालों! हम तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ हैं, à¤à¤• हो जाओ, आगे बà¥à¥‹, हमें अपना दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ मत समà¤à¥‹” इससे साफ हो जाता है कि देश के अनà¥à¤¦à¤° अनà¥à¤¯ आतंकी संगठनों नकà¥à¤¸à¤²à¤µà¤¾à¤¦, माओ, बोडो आदि की तरह हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ को à¤à¥€ परà¥à¤¦à¥‡ के पीछे से राजनितिक संरकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होना नकारा नहीं जा सकता. सच कहे तो कशà¥à¤®à¥€à¤° का समाधान न हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ चाहती न कशà¥à¤®à¥€à¤° पर हर समय आंसू बहाने वाला पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ बस इन लोगों को अपने-अपने हिसà¥à¤¸à¥‡ का कशà¥à¤®à¥€à¤° पर चाहिà¤.
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राजनीति गलत या सही रही इस बात को अलग रखकर चरà¥à¤šà¤¾ करे तो आज सरकार जिन à¤à¥€ तेवरों के साथ आगे बॠरही है, इससे कशà¥à¤®à¥€à¤° में डूबते शिकारे को बचाने में à¤à¤• आशा की किरण नजर आ रही है. अगर बदलाव का यह शिकारा à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार अपनी ओर खींचने में कामयाब हà¥à¤ˆ तो पथराव करने तक को रोजगार की तरह देखने पर मजबूर कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€, अपने लीडरों के मà¥à¤– पर खà¥à¤¦ तमाचा जड़ देंगे.
----राजीव चौधरी
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