आरà¥à¤¯ समाज से हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं को दूर करने में लगे हैं - सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶
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Prakash AryaDate
11-Aug-2017Category
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RajeevUpload Date
11-Aug-2017Download PDF
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आरà¥à¤¯ समाज से हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं को दूर करने में लगे हैं - सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶
मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® अवामी कमेटी ओरंगाबाद महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• सà¤à¤¾ में
शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ ने कहा - देश में रहना है तो वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠकहना होगा, यदि मà¥à¤à¤¸à¥‡ कोई कहे तो मैं वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠनहीं कहूà¤à¤—ा।
यदि सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ के फैसले के पहले मनà¥à¤¦à¤¿à¤° की कोशिश की तो सबसे पहले मैं विरोध करूà¤à¤—ा ।
चोटी, दाड़ी के नाम पर आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ योगी, सारे योगी और à¤à¥‹à¤—ी देश को बाà¤à¤Ÿ रहे हैं।
यदि राम मनà¥à¤¦à¤¿à¤° तोड़कर मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ बनाई तो तà¥à¤²à¤¸à¥€, शिवाजी, दयाननà¥à¤¦, विवेकाननà¥à¤¦ ने कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं इसका उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया ?
कà¥à¤¯à¤¾ राम के जनà¥à¤® के समय उनका जनà¥à¤® आड़वानी देख रहे थे ?
वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠके संबंध में हाई कोरà¥à¤Ÿ जजों की वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠकी टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ पर à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ किया।
हमारे आरà¥à¤¯ समाज के सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ सनातन धरà¥à¤® की रकà¥à¤·à¤¾, उसका विसà¥à¤¤à¤¾à¤° और सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• विचारधारा की अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ से समाज की रकà¥à¤·à¤¾ करने में लगे रहे और आज à¤à¥€ कà¥à¤› लगे हैं। धरà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤°à¤£ से हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज की रकà¥à¤·à¤¾ और सतà¥à¤¯ सनातन वैदिक धरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से उनका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ रहा हैं। सनातन धरà¥à¤® से विमà¥à¤– हà¥à¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ करके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤¨à¤ƒ वैदिक धरà¥à¤® में दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करना और नव आगनà¥à¤¤à¥à¤• अनà¥à¤¯ समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ जोड़ना यह कारà¥à¤¯ à¤à¥€ हमारे सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ वृनà¥à¤¦ के माधà¥à¤¯à¤® से होते रहे हैं।
जब-जब सनातन धरà¥à¤® विरोधी आवाज कहीं से उठी आरà¥à¤¯ समाज सदा आगे बà¥à¤¾ और उनकी रकà¥à¤·à¤¾ के लिठबड़ी से बड़ी कà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ दी। सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¤à¤¾ के पूरà¥à¤µ देश की राजनीति के कà¥à¤·à¤¿à¤¤à¤¿à¤œ पर पहचान बनाने वाले सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ ने कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® तà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¤°à¤£ के विरोध में और हिनà¥à¤¦à¥‚ पिछड़े वरà¥à¤— की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिठउठाठकदमों का सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ अमृतसर के कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अधिवेशन में रखा था। महातà¥à¤®à¤¾ गांधी, पं. मोतीलाल नेहरू से à¤à¥€ अधिक करà¥à¤®à¤ व जन जन में पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¥€ के समà¥à¤®à¤¾à¤¨ को हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठतà¥à¤¯à¤¾à¤— दिया।
अनेक सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ मजहबी कटà¥à¤Ÿà¤°à¤¤à¤¾ के विरूदà¥à¤§ कारà¥à¤¯ करते हà¥à¤ बलिदानी हो गà¤à¥¤ इसी कारण समसà¥à¤¤ हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज आरà¥à¤¯ समाज को अपना रकà¥à¤·à¤•, हितैषी मानता रहा। à¤à¤¸à¥‡ अनेक वीतराग सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ निज सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ को कà¤à¥€ निकट नहीं आने दिया संगठन के लिठजिà¤, संगठन के लिठकà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ देते रहे, संगठन का निज सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ में उपयोग नहीं किया।
किनà¥à¤¤à¥ आज इसके विपरीत राजनीति में लिपà¥à¤¤ और लोकेषà¥à¤£à¤¾ में पूरी तरह डूबे शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ आरà¥à¤¯ समाज की छबि बिगाड़ने में लगे हैं। कितनी ही बार अपने कारà¥à¤¯ कलापों और ससà¥à¤¤à¥€ लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ के वशीà¤à¥‚त उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिठगठहिनà¥à¤¦à¥‚ विचारधारा के विरूदà¥à¤§ विवादासà¥à¤ªà¤¦ à¤à¤¾à¤·à¤£à¥‹à¤‚ के कारण आरà¥à¤¯ समाज संगठन को हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज का आकà¥à¤°à¥‹à¤¶ और उपेकà¥à¤·à¤¾ सहन करना पड़ी, बाद में सफाई देना पड़ी।
आज तक कà¥à¤°à¤¾à¤¨ पर या इसà¥à¤²à¤¾à¤® या कà¥à¤°à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¯à¤¨ समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं के धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ पर, चार निकाह, जेहाद, हज जैसी किसी बात पर अपनी जबान नहीं खोली। किनà¥à¤¤à¥ हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं के देवी देवता, पूजा सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚, तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ पर टीका टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ करते हà¥à¤ अनेकों बार हिनà¥à¤¦à¥‚ओं की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं के विपरीत अपने उदà¥à¤—ार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किà¤à¥¤ इससे सनातन धरà¥à¤® की विरोधी सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• ताकतों को संबंल मिला और हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं में निराशा à¤à¤¾à¤µ आये। सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, वेद, राम मनà¥à¤¦à¤¿à¤°, अमरनाथ यातà¥à¤°à¤¾, समलैंगिगता, नकà¥à¤¸à¤²à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ देते हà¥à¤ डिवेट में कई बार आरà¥à¤¯ समाज की मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के विरूदà¥à¤§ बोलते रहे। कà¥à¤› साल पूरà¥à¤µ जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° के समसà¥à¤¤ हिनà¥à¤¦à¥‚ à¤à¤• लमà¥à¤¬à¥€ लड़ाई सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के विरूदà¥à¤§ लड़ रहे थे, उस समय शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ ने हिनà¥à¤¦à¥‚ विचारधारा के विरूदà¥à¤§ सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• संगठनों की पीठथप थपाई। इस कारण हिनà¥à¤¦à¥‚ आरà¥à¤¯ समाज के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ घृणा à¤à¤¾à¤µ रखने लगे। जमà¥à¤®à¥ के आरà¥à¤¯ समाजियों के सामने बड़ा संकट आ गया, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने ततà¥à¤•à¤¾à¤² वहां की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बताते हà¥à¤ सà¤à¤¾ से किसी को आने का कहा तब सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• सà¤à¤¾ की ओर से जाकर मीडिया में शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ की बातों का खणà¥à¤¡à¤¨ कर हिनà¥à¤¦à¥‚ संगठन के सहयोग की बात कही। मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾, ईसाईयों की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ की वकालात और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° विरोधी कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में लिपà¥à¤¤ जे. à¤à¤¨. यू. का समरà¥à¤¥à¤¨ शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपनी लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ से किया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामदेव व अनà¥à¤¨à¤¾ हजारे के आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ में उनके मंच पर बैठकर उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के विरूदà¥à¤§ कारà¥à¤¯ किया, अनà¥à¤¨à¤¾ के विरूदà¥à¤§ मंच के पीछे से ही मोबाईल पर कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के à¤à¤• बड़े नेता से अनà¥à¤¨à¤¾ के विरूदà¥à¤§ फोन पर चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤ टी. वी. पर लाखों ने देखा और à¤à¤¤à¥à¤°à¥à¤¸à¤¨à¤¾ की। पंजाब में जाकर सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ में से कà¥à¤› à¤à¤¾à¤— निरसà¥à¤¤ करने की बात कही।
आज तक सैकड़ों हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं के धारà¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ के संबंध में, काशà¥à¤®à¥€à¤° से कनेरा, यू. पी., हरियाणा के पलायन कर चà¥à¤•à¥‡ लाखों हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं के लिठया जबरन सनातन धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ करवाने की घटना के संबंध में कà¤à¥€ शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ ने कà¥à¤› नहीं कहा। हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं पर अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° पर कà¤à¥€ कà¥à¤› नहीं कहा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सतà¥à¤¤à¤¾à¤§à¤¾à¤°à¥€ पकà¥à¤· को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ रखना महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ था। गौ हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के पकà¥à¤· में हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं पर निशाना साधा गया, किनà¥à¤¤à¥ कà¤à¥€ गौ हतà¥à¤¯à¤¾ के विरोध में à¤à¤• शबà¥à¤¦ नहीं कहा गया।
आरà¥à¤¯ समाज के à¤à¤²à¥‡ ही सैदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿à¤• कà¥à¤› दूरिया हिनà¥à¤¦à¥‚ सनातन धरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से रही हों किनà¥à¤¤à¥ सहयोग के लिठहमेशा आरà¥à¤¯ समाज तैयार रहा। मिनाकà¥à¤·à¥€à¤ªà¥à¤°à¤®à¥ में मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ को सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• विचारधारा वालों ने नषà¥à¤Ÿ कर दिया था। तातà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ सà¤à¤¾ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦à¤¬à¥‹à¤§ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने पà¥à¤¨à¤ƒ वहां मनà¥à¤¦à¤¿à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करवाया। राम मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के संबंध में सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तातà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ कैपà¥à¤Ÿà¤¨ देवरतà¥à¤¨à¤œà¥€ आरà¥à¤¯ थे, उस समय à¤à¤• सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• सà¤à¤¾ सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के अतिरिकà¥à¤¤ विशिषà¥à¤Ÿ आमनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की अनà¥à¤¤à¤°à¤‚ग सà¤à¤¾ में राम जनà¥à¤® à¤à¥‚मि के आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ को सहयोग देने का निरà¥à¤£à¤¯ सरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¤à¤¿ से लिया था।
किनà¥à¤¤à¥ इसके विरूदà¥à¤§ दिनांक 28/07/2017 को महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® अवामी कमेटी ओरंगाबाद महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• सà¤à¤¾ में राम मनà¥à¤¦à¤¿à¤° और राम जनà¥à¤® à¤à¥‚मि को लेकर à¤à¤• बेहद निमà¥à¤¨ सà¥à¤¤à¤° की हासà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥à¤ªà¤¦ टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ ने हजारों मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच की। जिसे तमाम शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾ जो मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समाज के ही थे बड़ी जोर से तालियां बजाकर हंसते हà¥à¤ राम जनà¥à¤® सà¥à¤¥à¤² का मजाक उड़ाया।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ के वरिषà¥à¤ à¤à¤µà¤‚ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° मे समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ जन पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ नेता शà¥à¤°à¥€ आडवानी पर à¤à¥€ हासà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤ªà¤¦ टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ की, जिसका समसà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾ जो मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® ही थे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मजाक उड़ाया, तालियां बजाई।
अपने à¤à¤¾à¤·à¤£ में शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ ने राम जनà¥à¤® सà¥à¤¥à¤² पर पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ चिनà¥à¤¹ लगाते हà¥à¤ उनके जनà¥à¤® के संबंध में जो à¤à¤¦à¥à¤¦à¥€ टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ की वह असहनीय व शरà¥à¤®à¤¨à¤¾à¤• है। वे कहते हैं राम का जनà¥à¤® कब हà¥à¤† था किसको मालूम है, कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ है कि यहीं राम जनà¥à¤® हà¥à¤† जहां से नमाज पà¥à¥€ जाती थी। पà¥à¤¨à¤ƒ कहते है जहां राम का जनà¥à¤® हो रहा था, कà¥à¤¯à¤¾ उस समय अडवानी (आà¤à¤–ों पर हाथ रख चशà¥à¤®à¥‡à¤‚ या दूरबीन से देखने का अà¤à¤¿à¤¨à¤¯ करते हà¥à¤ बताया) देख रहे थे ? आगे कहा यदि 1845 में राम मनà¥à¤¦à¤¿à¤° तोड़कर मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ बनाई यदि यह सही है तो तà¥à¤²à¤¸à¥€, शिवाजी, दयाननà¥à¤¦, विवेकाननà¥à¤¦ ने कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं लिखा ?
आगे कहा, ये बोलते हैं सौगनà¥à¤§ राम की खाते हैं हम मनà¥à¤¦à¤¿à¤° वहीं बनायेगें। ये हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं की गनà¥à¤¦à¥€ सियासत है, मà¥à¤²à¥à¤• तोड़ने व बांटने की गनà¥à¤¦à¥€ सियासत है, हम इसे सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° नहीं करते।
इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° देश विदेश के, करोड़ों हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज के राम से आसà¥à¤¥à¤¾ रखने वाले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ का खà¥à¤²à¤¾ मजाक मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समाज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित à¤à¤• बड़ी सà¤à¤¾ में शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। (जो सजà¥à¤œà¤¨ इन बातों की पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ करना चाहें वे बीडियो से देख सकते हैं)
देश में रहना है तो वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠकहना होगा, यदि à¤à¤¸à¤¾ हो तो मैं वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠनहीं कहूà¤à¤—ा । हाई कोरà¥à¤Ÿ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠपर दिठआदेश की टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ करते हà¥à¤ कहा ये जजों को कहाठसे सपना आ गया, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फैसले करना चाहिà¤à¥¤ अपने à¤à¤¾à¤·à¤£ में महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के à¤à¤• मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® विधायक दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠन कहने पर विवाद, हो रहा है, विधायक पद निरसà¥à¤¤ करने की मांग राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ विचारधारा के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ कर रहे हैं। किनà¥à¤¤à¥ शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ ने अपने à¤à¤¾à¤·à¤£ में कहा जबरजसà¥à¤¤à¥€ कोई किसी को यदि नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¥€ जबरन मà¥à¤à¤¸à¥‡ वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠकहने का कहे तो मैं उसे कà¤à¥€ नहीं मानूंगा ।
आप सोच सकते हैं कि à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤¾à¤·à¤£ दिया जाना खà¥à¤²à¥‡ रूप में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ का अपमान और सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ को किस तरह से बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देने वाला है।
इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समाज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित सà¤à¤¾ में जाकर हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ के और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ विचारधारा के विरूदà¥à¤§ जब à¤à¤• अपने को सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ कहने वाला वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ वह à¤à¥€ अपने को आरà¥à¤¯ समाजी कहे तो आरà¥à¤¯ समाज के बारे में आम हिनà¥à¤¦à¥‚ कà¥à¤¯à¤¾ सोचेगा ? इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ से तो हिनà¥à¤¦à¥‚ आरà¥à¤¯ समाज से और दूरी बना लेगा, यह विष वमन और सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• ताकतों का सहयोगी होगा, यह पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ कर रहे हैं। इस संबंध में ओरंगाबाद के तमाम हिनà¥à¤¦à¥‚ संगठनों में रोष है और आरà¥à¤¯ समाज के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ किसी तरह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शानà¥à¤¤ व आशà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ कर रहे हैं। सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ के करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की अवà¥à¤¹à¥‡à¤²à¤¨à¤¾ कर और à¤à¤• सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ का चरितà¥à¤° अपनाठबिना मातà¥à¤° à¤à¤—वा वसà¥à¤¤à¥à¤° धारण कर और सतà¥à¤¤à¤¾à¤°à¥‚ॠसरकार के संवरकà¥à¤·à¤£ से जीने वाला कोई à¤à¥€ जीवन सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ के रूप में सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° योगà¥à¤¯ नहीं हो सकता।
अपने जीवन में वेद पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°, यजà¥à¤ž, संगठन शकà¥à¤¤à¤¿ का विसà¥à¤¤à¤¾à¤°, धरà¥à¤® रकà¥à¤·à¤¾, गौ रकà¥à¤·à¤¾, सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से दूर पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ अनेक राजनैतिक दलों की सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ समय समय पर बदलना à¤à¤• सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ का आचरण नहीं है। सà¥à¤¨à¤¾ है अà¤à¥€ अà¤à¥€ फिर शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ ने जे. डी. यू. की सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ की है। कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤• सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ का यही चरितà¥à¤° होना चाहिà¤à¥¤ आरà¥à¤¯ समाज के कारà¥à¤¯ शेष नहीं है, कोई काम अब नहीं बचा।
अपनी à¤à¤¸à¥€ ही येषणाओं के कारण शà¥à¤°à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿à¤µà¥‡à¤¶ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आरà¥à¤¯ समाज के संगठन को à¤à¥€ नहीं छोड़ा। सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• सà¤à¤¾ दिलà¥à¤²à¥€ कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पर बलात अवैधानिक खà¥à¤²à¥€ दादागिरी से कबà¥à¤œà¤¾ कर तातà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ शासन पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के सहयोग से जो कà¥à¤·à¤¤à¤¿ पहà¥à¤‚चाई वह अकथनीय है। राजनैतिक पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ जैसा षड़यनà¥à¤¤à¥à¤° और विचारधारा के वशीà¤à¥‚त संगठन को तोड़ने का कारà¥à¤¯ किया। सà¥à¤µà¤¨à¤¿à¤°à¥à¤®à¤¿à¤¤ तथाकथित पद पर वे चाहे जब आ जाते हैं, या चाहे जब किसी और को आगे करके अपनी योजना चलाते रहे। जब पूरे देश के आरà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने नकार दिया तो फिर पीछे हटकर किसी को आगे कर दिया, यह à¤à¤• सोची समà¤à¥€ योजना के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त चल रहा है।
मेरे आरà¥à¤¯ बनà¥à¤§à¥à¤“ं, आरà¥à¤¯ समाज की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ हमसे छिपी नहीं है उसका कारण है हम ऋषि को मानते है उसकी नहीं मानते, उसका चितà¥à¤° लगाते हैं, संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं के नाम à¤à¥€ रखते हैं, जयकारा à¤à¥€ लगाते हैं। यह सब पौराणिकों के समान चितà¥à¤° पूजा और चरितà¥à¤° उपेकà¥à¤·à¤¾ के समान हो रहा है ऋषि के जीवन में सतà¥à¤¯ ही था किनà¥à¤¤à¥ हम उसके अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ उसके विपरीत सही को सही कहना à¤à¥‚ल गà¤, सतà¥à¤¯ और असतà¥à¤¯ को समान दरà¥à¤œà¤¾ à¤à¥€ हम कहीं कहीं औपचारिकता और वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° की मधà¥à¤°à¤¤à¤¾ को सामने रखकर दे रहे हैं। तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी व लोà¤à¥€ को, सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ और परमारà¥à¤¥à¥€ को, à¤à¤• ही तराजू में तौल रहे हैं। गलतियों को कà¥à¤·à¤®à¤¾ करने की à¤à¥‚ल पृथà¥à¤µà¥€à¤°à¤¾à¤œ ने की थी, जिसका खामियाजा हम अब à¤à¥à¤—त रहे हैं, किनà¥à¤¤à¥ हम à¤à¥€ उसी को दोहरा रहे हैं। सतà¥à¤¯ का तà¥à¤¯à¤¾à¤— व चापलूसी अथवा कपड़ों के रंगों से à¤à¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ होते रहे तो अपने को आरà¥à¤¯ कहना इस शबà¥à¤¦ की गरिमा को नषà¥à¤Ÿ करता है।
समाज के लिठजो समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ हैं उनको सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ देना हम सबका नैतिक करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है। किनà¥à¤¤à¥ जो संगठन के साथ खेल रहा हो, à¤à¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ कर रहा हो, लोकेषà¥à¤£à¤¾ के कारण संगठन का अहित कर रहा हो उसको यदि नहीं समà¤à¤¾, उसको à¤à¥€ संगठन में सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ देते रहे तो संगठन के लिठइससे बड़ा धोखा नहीं हो सकता। यथायोगà¥à¤¯ वरà¥à¤¤à¤¨à¤¾ चाहिà¤, यह महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ ने à¤à¤• सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिया उसको ही मान लेवें तो संगठन की विकृति दूर हो जावेगी।
---पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ आरà¥à¤¯
सà¤à¤¾à¤®à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¥€ सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾, दिलà¥à¤²à¥€
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