तो à¤à¥‚टान à¤à¥€ तिबà¥à¤¬à¤¤ बन जायेगा
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Rajeev ChoudharyDate
16-Aug-2017Category
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16-Aug-2017Download PDF
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तो à¤à¥‚टान à¤à¥€ तिबà¥à¤¬à¤¤ बन जायेगा
पिछले डेॠदो महीने से लेकर अà¤à¥€ तक हर रोज सà¥à¤¬à¤¹ समाचार पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ में चीन की धमकी à¤à¤°à¥€ à¤à¤• खबर जरà¥à¤° होती है। हो à¤à¥€ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ना! कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि 16 जून 2017 को जब चीनी सैनिक, चà¥à¤‚बी घाटी के दकà¥à¤·à¤¿à¤£ में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ उसी विवादित डोकलाम इलाके में घà¥à¤¸ आठतब à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने वह किया जो उसने 1950 में नहीं किया था। लेकिन 67 वरà¥à¤· बाद अब à¤à¤¾à¤°à¤¤ अपने करीबी दोसà¥à¤¤ के बचाव में उतर आया और इस समय ये दोसà¥à¤¤ है à¤à¥‚टान- इसके बाद चीन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने सरकारी पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं और सरकारी मीडिया की पूरी फौज à¤à¤¾à¤°à¤¤ को तरह-तरह से डराने के लिठछोड़ दी गयी। हर रोज चीन का सरकारी अखबार गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² टाइमà¥à¤¸ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के खिलाफ जहर उगलता दिखा। चाइना का थिंक टैंक कà¤à¥€ कशà¥à¤®à¥€à¤° में घà¥à¤¸à¤¨à¥‡ की धमकी दे रहा है तो कà¤à¥€ सिकà¥à¤•à¤¿à¤® में षडयंतà¥à¤° करने की-जब यहाठà¤à¥€ उसकी धमकी का असर वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ केंदà¥à¤° की सरकार पर होता नहीं दिखा तो उसकी ओर से à¤à¥‚टान से लेकर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पूरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ तक में à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ को देख लेने की धमकी दी जाने लगी। शायद बीजिंग ने कà¤à¥€ नहीं सोचा होगा कि थिंपू को बचाने के लिठदिलà¥à¤²à¥€ इतने आगे बॠजाà¤à¤—ी।
यदि बीता इतिहास खांगालें तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने आजादी के बाद लà¥à¤¹à¤¾à¤¸à¤¾ में अपना पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ बà¥à¤°à¤¿à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ आईसीà¤à¤¸ अफसर हà¥à¤¯à¥‚ज रिचरà¥à¤¡à¥à¤¸à¤¨ को चà¥à¤¨à¤¾à¥¤ वे 1947 से 1950 तकà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मिशन के इंचारà¥à¤œ थे। 15 जून 1949 को à¤à¤¾à¤°à¤¤ के विदेश मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ को à¤à¥‡à¤œà¥‡ गठसंदेश में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤à¤¾à¤µ दिया था कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ असाधारण परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में चà¥à¤‚बी घाटी से लेकर फरी तक कबà¥à¤œà¤¾ करने के बारे में विचार कर सकता है। चà¥à¤‚बी घाटी, à¤à¥‚टान और सिकà¥à¤•à¤¿à¤® के बीच राजनीतिक रूप से महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ तिकोना इलाका है। इसके 16 महीने बाद, चीनी फौज पूरà¥à¤µà¥€ तिबà¥à¤¬à¤¤ में घà¥à¤¸ आई- उस समय सिकà¥à¤•à¤¿à¤® के राजनीतिक मामलों के अफसर हरिशà¥à¤µà¤° दयाल थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने रिचरà¥à¤¡à¥à¤¸à¤¨ जैसा ही संदेश दिलà¥à¤²à¥€ को à¤à¥‡à¤œà¤¾- उनका सà¥à¤à¤¾à¤µ था कि उस समय à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार ने रिचरà¥à¤¡à¥à¤¸à¤¨ की सलाह पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं दिया। जबकि ये ‘शà¥à¤¦à¥à¤§ रूप से à¤à¤• रकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• उपाय का सà¥à¤à¤¾à¤µ था और इसमें आकà¥à¤°à¤®à¤£ की कोई मंशा नहीं थी। लेकिन अब चीन इस इलाके में घà¥à¤¸ आया है।
आज डोकलाम विवाद पूरी विशà¥à¤µ मीडिया की सà¥à¤°à¥à¤–ियाठबन रहा है। चाइना का आरà¥à¤¥à¤¿à¤• गà¥à¤²à¤¾à¤® पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ अपने नà¥à¤¯à¥‚ज रूम में बैठा यà¥à¤¦à¥à¤§ की बाट जोह रहा है तो यूरोप की मीडिया साफ सधे शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में चाइना की इस हरकत पर आलोचना कर यà¥à¤¦à¥à¤§ से बचने की सलाह à¤à¥€ दे रही है।
à¤à¥‚टान के डोकलाम à¤à¥‚à¤à¤¾à¤— का राणनीतिक महतà¥à¤µ है। इसलिठचीन उसको शायद à¤à¤•à¤¤à¤°à¤«à¤¾ तरीके से कबà¥à¤œà¤¾ करने की कोशिश कर रहा है। à¤à¥‚टान उसको अपना कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° मानता है और यह मामला à¤à¥€ वहीं का है जहां सीमा अनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤ है। दो देशों के साथ चीन की सीमा अà¤à¥€ पूरी तरह निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ नहीं हà¥à¤ˆ है। इनमें से à¤à¤• à¤à¥‚टान और दूसरा à¤à¤¾à¤°à¤¤ है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ का à¤à¥€ इसमें à¤à¤• किरदार इसलिठहै कि तीनों देशों के बीच में à¤à¥€ à¤à¤• समà¤à¥Œà¤¤à¤¾ है कि जहां à¤à¥€ टà¥à¤°à¤¾à¤ˆ जंकà¥à¤¶à¤¨ होगा यानी जिस बिनà¥à¤¦à¥ पर तीनों देशों की सीमाà¤à¤‚ तय होगीं, वह तीनों देशों के बीच बातचीत से ही तय होगी। चीन की इस à¤à¤• तरफा आकà¥à¤°à¤¾à¤®à¤• कोशिश का विराध करना जरूरी है।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ और à¤à¥‚टान के बीच जो संधि है, उसके मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤ का अब तक का जवाब बिलà¥à¤•à¥à¤² सही कहा जाà¤à¤—ा। इसमें à¤à¤¾à¤°à¤¤ के à¤à¥€ अपने निजी, राजनीतिक और बहà¥à¤¤ अहम हित हैं। सब जानते हैं कि डोकलाम के नीचे चà¥à¤‚बी वैली है, जिसे हम चिकेनà¥à¤¸ नेक कहते हैं, जो पूरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ का संपरà¥à¤• मारà¥à¤— यानि सिलीगà¥à¥œà¥€ कारिडोर है। à¤à¥‚टान ने ये साफ कहा है और à¤à¤¾à¤°à¤¤ इस बात का समरà¥à¤¥à¤¨ करता है। चीन का रà¥à¤– ये है कि आपको डोकलाम पर नहीं आना चाहिठलेकिन दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ जानती है और वसà¥à¤¤à¥-सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ ये है कि चीन à¤à¥‚टान की सीमा में घà¥à¤¸ आया है। à¤à¥‚टान छोटा देश है लेकिन हर देश समà¥à¤ªà¥à¤°à¤à¥ होता है। दोनों देशों के बीच यानी à¤à¥‚टान-चीन के बीच और à¤à¤¾à¤°à¤¤-चीन के बीच ये समà¤à¥Œà¤¤à¥‡ अलग से हैं कि सीमा पर जब तक बातचीत चल रही है, तब तक विवादित सीमा पर शांति बहाल रहे।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‚टान के समरà¥à¤¥à¤¨ में खड़ा है। जिस तरह से à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‚टान के समरà¥à¤¥à¤¨ में खड़ा हो सकता है। हमें उसका पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करना चाहिà¤à¥¤ यदि आज वहां खड़े नहीं हà¥à¤ तो कल à¤à¥‚टान का तिबà¥à¤¬à¤¤ बनाने में डà¥à¤°à¥‡à¤—न कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा चाइना में à¤à¤• कहावत कि à¤à¤• कदम चलो उसके बाद लोगों की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ देखो, दूसरा कदम चलो फिर लोगों की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ देखो यदि कोई रोक डांट न हो तो बà¥à¤¤à¥‡ चले जाओ इस वजह से à¤à¥€ चीन को इस सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने की आदत रही है कि पहले कबà¥à¤œà¤¾ करने और बाद में बातचीत शà¥à¤°à¥‚ करना बेहतर है। इसी नीति के तहत आज उसने दकà¥à¤·à¤¿à¤£ चीन सागर के आधे से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ हिसà¥à¤¸à¥‡ पर कबà¥à¤œà¤¾ कर लिया है। चीन के दादागिरी à¤à¤°à¥‡ रवैये से उसके पड़ोसी देश जापान, वियतनाम, दकà¥à¤·à¤¿à¤£ कोरिया आदि देश à¤à¥€ खार खाठबैठे हैं।
आज चीन अपना विसà¥à¤¤à¤¾à¤° चौतरफा कर रहा है। इस विसà¥à¤¤à¤¾à¤° को कई मोरà¥à¤šà¥‹à¤‚ पर चीन अंजाम दे रहा है। चीन खà¥à¤¦ का विसà¥à¤¤à¤¾à¤° रोड, रेल, आरà¥à¤¥à¤¿à¤• शकà¥à¤¤à¤¿ और तकनीकी विकास के माधà¥à¤¯à¤® से कर रहा है। इसके साथ ही à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ उपमहादà¥à¤µà¥€à¤ª में चीन बड़ी नौसैनिक शकà¥à¤¤à¤¿ के रूप में उà¤à¤° रहा है। लेकिन उसके इस उà¤à¤¾à¤° में उसे आरà¥à¤¥à¤¿à¤• और सामरिक तौर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ देता दिख रहा है।
हालाà¤à¤•à¤¿ विदेश मंतà¥à¤°à¥€ सà¥à¤·à¤®à¤¾ सà¥à¤µà¤°à¤¾à¤œ ने साफ किया है कि यà¥( किसी समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान नहीं है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यà¥à¤¦à¥à¤§ के बाद à¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का निपटारा बातचीत से ही हल होता है। 2014 में चीन ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ में 116 बिलियन डॉलर का निवेश किया जो आज की तारीख में 160 बिलियन डॉलर होगा या है। चीन ने इतना जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में निवेश किया है। हमारी आरà¥à¤¥à¤¿à¤• कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ में चीन à¤à¥€ मदद कर रहा है। मामला केवल डोकलाम का नहीं है। जिस देश में चीन इतना जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ निवेश कर रहा है कà¥à¤¯à¤¾ उस देश से यà¥à¤¦à¥à¤§ चाहेगा?
---Rajeev choudhary
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