पर खिलजी तो अà¤à¥€ à¤à¥€ जिनà¥à¤¦à¤¾ है
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Rajeev ChoudharyDate
28-Nov-2017Category
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पर खिलजी तो अà¤à¥€ à¤à¥€ जिनà¥à¤¦à¤¾ है
महारानी पदà¥à¤®à¤¾à¤µà¤¤à¥€ को लेकर पिछले काफी दिनों से देश के नेता, पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° और इतिहासकार अतीत के काल खणà¥à¤¡ पर बहस किये बैठे हैं। मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ है फिलà¥à¤® निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ संजय लीला à¤à¤‚साली की आगामी फिलà¥à¤® पदà¥à¤®à¤¾à¤µà¤¤à¥€à¥¤ कहा जा रहा है कि इस फिलà¥à¤® में कà¥à¤› आपतà¥à¤¤à¤¿à¤œà¤¨à¤• जनक सीन है जिसे कतई बरà¥à¤¦à¤¾à¤¶à¥à¤¤ नहीं किया जा सकता। इस कारण राजनीति और फिलà¥à¤® का बाजार गरà¥à¤® है। साथ ही सवाल à¤à¥€ उठरहे कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ का इतिहास अब फिलà¥à¤® निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ लिखेंगे या राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ कलमकार? इसमें पहली बात तो यह है कि हमारे à¤à¤¾à¤°à¤¤ का मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² का इतिहास बहà¥à¤¤ ही पीड़ादायक रहा है जिसके कारण यहाठअनेक कà¥à¤°à¥‚तियों का जनà¥à¤® हà¥à¤†, सतियों ने अपने समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की खातिर अपनों पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ को अगà¥à¤¨à¤¿ की दहकती à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में सà¥à¤µà¤¾à¤¹ किया। अनेक राजाओं, वीरों और गà¥à¤°à¥à¤¤à¥‡à¤—बहादà¥à¤° जैसे à¤à¤¾à¤°à¤¤ माठके सपूतोंं ने अपने सिर मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® हमलावरों के सामने à¤à¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‡ के बजाय कटा दिठताकि इस देश का असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ, इसका धरà¥à¤® और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ बची रहे।
महाराणा पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª और अकबर को लेकर पिछले दिनों नेतागण à¤à¤¿à¥œà¤¤à¥‡ दिखाई दिà¤, टीपू सà¥à¤²à¥à¤¤à¤¾à¤¨ को लेकर जà¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ जंग चली, ताजमहल पर बयानों के ताज नेताओं के सर पर खूब सजे, इस बार à¤à¥€ पदà¥à¤®à¤¾à¤µà¤¤à¥€ को लेकर à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• संघरà¥à¤· जारी है। हरियाणा के à¤à¤• नेता ने तो फिलà¥à¤® निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ के सिर काटने की धमकी के साथ आवेश में आकर 10 करोड़ का इनाम à¤à¥€ बोल दिया। लेकिन यदि इस पूरे मामले पर गौर करें तो देखेंगे कि à¤à¤• à¤à¥€ बयान खिलजी के ऊपर आया हो? ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ सलà¥à¤¤à¤¨à¤¤ के शासक अलाउदà¥à¤¦à¥€à¤¨ खिलजी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के बहà¥à¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤•à¥‹à¤‚ हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं पर किठगठअतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के खिलाफ किसी ने कोई बयान दिया हो? इतिहास का मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² à¤à¤¾à¤°à¤¤ के तन-मन को तोड़ने की दà¥à¤ƒà¤– à¤à¤°à¥€ कहानी है। इस कथा के तथà¥à¤¯ विदेशी हमलावरों के खूनी चरितà¥à¤° का जिनà¥à¤¦à¤¾ दसà¥à¤¤à¤¾à¤µà¥‡à¤œ à¤à¥€ हैं। लेकिन आज उसे धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ के धागों में पिरोकर पहनाया जा रहा है।
सूरज के उदय और असà¥à¤¤ होने के साथ-साथ काल गà¥à¤œà¤°à¤¤à¤¾ गया, देश को आजादी मिली हम आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ और सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ के रथ पर à¤à¤• संविधान लेकर सवार हà¥à¤ लेकिन 70 वरà¥à¤· के बाद à¤à¤• बार फिर हम 721 वरà¥à¤· पूरà¥à¤µ हà¥à¤ हजारों सतियों के बलिदान के इतिहास को लेकर खड़े हैं। लेकिन इस बात को कौन à¤à¥‚ल सकता है कि बरà¥à¤¬à¤° सà¥à¤²à¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने चितà¥à¤¤à¥Œà¥œ को घेर लिया था। जिस कारण राणा रतन सिंह की पतà¥à¤¨à¥€ रानी पदà¥à¤®à¤¾à¤µà¤¤à¥€ को आग में कूदना पड़ा था। यह सब इसी इतिहास का आदरà¥à¤¶ सतà¥à¤¯ है पर फिलà¥à¤® और राजनीति का बाजार इतिहास नहीं अपना फायदा देख रहा है। सात सौ साल पहला खिलजी à¤à¥€ गलत था जो रानी पदà¥à¤®à¤¾à¤µà¤¤à¥€ को जबरन पाने की कोशिश में लगा था पर सवाल ये à¤à¥€ है कि आज के आधà¥à¤¨à¤¿à¤• खिलजी कहाठतक सही हैं जो आये दिन बहन-बेटियों को हड़पने की कोशिश में लगे हैं?
इसी वरà¥à¤· की कà¥à¤› बड़ी घटनाओं पर नज़र डालें तो जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ माह में दिलà¥à¤²à¥€ में यमà¥à¤¨à¤¾à¤ªà¤¾à¤° के मानसरोवर पारà¥à¤• इलाके में आदिल उरà¥à¤« मà¥à¤¨à¥à¤¨à¥‡ खान ने रिया गौतम पर ताबड़तोड़ चाकू से वार किर दिया था। खिलजी की तरह à¤à¤•à¤¤à¤°à¤«à¤¾ पà¥à¤¯à¤¾à¤° में सनकी आशिक ने रिया गौतम की हतà¥à¤¯à¤¾ कर दी थी। सड़क पर पबà¥à¤²à¤¿à¤• देखती रही और आरोपी दिन दहाड़े à¤à¤• लड़की को हमेशा के लिठइस दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से विदा कर गया था। इसके बाद उसी माह उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के इलाहाबाद में à¤à¤• और खिलजी अदनान खान ने अपने दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के साथ मिलकर हिना तलरेजा की रेप के बाद हतà¥à¤¯à¤¾ कर दी थी। इसी माह जमशेदपà¥à¤° के मेडीटà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾ हासà¥à¤ªà¤¿à¤Ÿà¤² में मैनेजर के पद पर कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ चयनिका कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ की हतà¥à¤¯à¤¾ डॉ. मिरà¥à¤œà¤¾ रफीक ने इस वजह से कर दी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उसका मजहब सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° नहीं कर रही थी। दो दिन पहले मà¥à¤œà¤«à¥à¤«à¤¨à¤—र में à¤à¤• अनà¥à¤¯ खिलजी उबैद उर रहमान उरà¥à¤« कबीर ने à¤à¤• लड़की को अपने परिवार के साथ मिलकर जबरन जहर दे दिया। à¤à¤¸à¥€ दो चार नहीं हर दूसरे तीसरे दिन किसी न किसी रूप में कोई न कोई पदà¥à¤®à¤¾à¤µà¤¤à¥€ इन आधà¥à¤¨à¤¿à¤• खिलजियों का शिकार हो रही हैं।
हृदय नारायण दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ ने जागरण समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤•à¥€à¤¯ में सही लिखा है कि इतिहास बोध राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ का मà¥à¤–à¥à¤¯ सूतà¥à¤° है। अलाउदà¥à¤¦à¥€à¤¨ खिलजी हà¥à¤•à¥‚मत का समय सिरà¥à¤« सात सौ साल पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ है। विवादित फिलà¥à¤® की कथा इसी हà¥à¤•à¥‚मत का à¤à¤• अंश है। खिलजी हà¥à¤•à¥‚मत की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ जलालà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ खिलजी से हà¥à¤ˆà¥¤ उनके पूरà¥à¤µà¤œ तà¥à¤°à¥à¤•à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ से à¤à¤¾à¤°à¤¤ आठथे। पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ इतिहासकार डॉ. à¤.à¤à¤². शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ ने ‘à¤à¤¾à¤°à¤¤ का इतिहास’ में लिखा है, ‘हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं का दमन करने की उसकी नीति कà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• आवेश का परिणाम नहीं, अपितॠनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤ विचारधारा का अंग थी।’ सर वूजà¥à¤²à¥‡ हेग ने लिखा है ‘हिनà¥à¤¦à¥‚ संपूरà¥à¤£ राजà¥à¤¯ में दà¥à¤– और दरिदà¥à¤°à¤¤à¤¾ में डूब गà¤.’ इतिहासकार जियाउदà¥à¤¦à¥€à¤¨ बरनी ने लिखा है कि समाज के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित लोग ‘अचà¥à¤›à¥‡ कपड़े नहीं पहन सकते थे।’ इतिहासकार वी.à¤. सà¥à¤®à¤¿à¤¥ ने लिखा ‘अलाउदà¥à¤¦à¥€à¤¨ वासà¥à¤¤à¤µ में बरà¥à¤¬à¤° अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥€ था। उसके हृदय में नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के लिठकोई जगह नहीं थी।’ à¤à¤‚साली ने इन तथà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को जरूर पà¥à¤¾ होगा। इतिहास का आदरà¥à¤¶ सतà¥à¤¯ है और बाजार का सतà¥à¤¯ मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¤¾à¥¤ तो रानी पदà¥à¤®à¤¾à¤µà¤¤à¥€ के चरितà¥à¤° को कोई कैसे अपने मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¥‡ का सौदा बना सकता हैं?
खिलजी का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ राणा रतन सिंह की पतà¥à¤¨à¥€ रानी पदà¥à¤®à¤¿à¤¨à¥€ को पाना था। इस पर इतिहासकारों में मतà¤à¥‡à¤¦ हैं। डॉ. के.à¤à¤¸. लाल व हीरा चंदà¥à¤° ओà¤à¤¾ आदि ने इसे सही नहीं माना। सà¥à¤²à¥à¤¤à¤¾à¤¨ को कड़े पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§ का सामना करना पड़ा। अमीर खà¥à¤¸à¤°à¥‹ ने पूरा यà¥à¤¦à¥à¤§ देखा था। उसने लिखा है कि केवल à¤à¤• दिन में तीस हजार राजपूत मारे गठथे। सà¥à¤²à¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने à¤à¤¯à¤‚कर रकà¥à¤¤à¤ªà¤¾à¤¤ किया। विजय के बाद उसने चितà¥à¤¤à¥Œà¥œ का नाम अपने पà¥à¤¤à¥à¤° के नाम पर खिजराबाद रखा। रानी पदà¥à¤®à¤¾à¤µà¤¤à¥€ à¤à¥€ यà¥à¤¦à¥à¤§ में शामिल थीं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हजारों राजपूत सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ ‘जौहर’ बलिदान किया। यह बात अलग है कि रानी पदà¥à¤®à¤¾à¤µà¤¤à¥€ इतिहास की पातà¥à¤° हैं या नहीं, लेकिन à¤à¤¾à¤°à¤¤ में वह शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ की पातà¥à¤° जरूर हैं वह इतिहास की à¤à¤• आदरà¥à¤¶ नारी है वह कोई राजनीति की गाय या बकरी का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ नहीं जिस पर इन कथित बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¥€à¤µà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बहस की जाà¤!
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