सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ और आरà¥à¤¯ संवाद
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Dr. Vivek AryaDate
11-Dec-2017Category
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11-Dec-2017Download PDF
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सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ और आरà¥à¤¯ संवाद
आरà¥à¤¯ :- “अरे à¤à¤¾à¤ˆ सà¥à¤¨à¥‹ !! कल शाम को मेन बाजार से काà¤à¤µà¤¡à¤¼ यातà¥à¤°à¤¾ निकालते हà¥à¤ शिवà¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ पर पथराव हà¥à¤† !”
सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤° :- “अरे !! ये तो बेचारे मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® à¤à¤¾à¤ˆà¤¯à¥‹à¤‚ को जानबूà¤à¤•à¤° फंसाया जा रहा है “
आरà¥à¤¯ :- “महाशà¥à¤¯ ! मैने कब ये बोला कि मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ ने ये पथराव किया है ? मैने तो किसी का नाम नहीं लिया । केवल यही बोला कि पथराव हà¥à¤† है “
सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤° :- “कà¥à¤› à¤à¥€ हो जानबूà¤à¤•à¤° मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® à¤à¤¾à¤ˆà¤¯à¥‹à¤‚ को फà¤à¤¸à¤¾à¤¯à¤¾ जाता है”
आरà¥à¤¯ :- “लेकिन à¤à¤¾à¤ˆà¤¸à¤¾à¤¹à¤¬ ! हमने कब बोला कि मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ ने पथराव किया है ? आप बार बार ! मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ का नाम कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ले रहे हैं ? यानी कि आप à¤à¥€ दिल से मानते हैं कि ये पथराव मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के लोग ही करते हैं ?”
सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤° :- “नहीं मेरा मतलब है ! कोई à¤à¥€ छोटी मोटी à¤à¤¡à¤¼à¤ª हो तो उसमें मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ को ही दोष दिया जाता है”
आरà¥à¤¯ :-” लेकिन ये दोश तो आप सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही दे रहे हो हमने तो केवल इतना ही बोला कि पथराव हà¥à¤† । और आप कूद पड़े मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ की वकालत करने । केवल इतना बता दो कि शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ पर जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पतà¥à¤¥à¤° मारे उनपर कारवाई होनी चाहिठकि नहीं ?”
सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤° :- “हाठहाठ! बिलकà¥à¤² होनी चाहिठ। लेकिन किसी को किसी मज़हब के आधार पर à¤à¤¸à¥‡ ही सज़ा नहीं होनी चाहिठ।”
आरà¥à¤¯ :- “तो à¤à¤¾à¤ˆ इसमें मज़हब को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बीच में ला रहे हो ? मैने तो यही बोला कि शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की काà¤à¤µà¤¡à¤¼ यातà¥à¤°à¤¾ पर कà¥à¤› लोगों ने पतà¥à¤¥à¤° मारे और उनपर कारवाई होनी चाहिठ। इसमें कà¥à¤¯à¤¾ गलत है ?”
सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤° :- “पता है ! तà¥à¤® जैसे लोग ही देश में दंगे करवाते हो और नफरत फैलाते हो !”
आरà¥à¤¯ :- ” अजीब वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हो आप à¤à¥€ !! अरे मैं तो केवल ये बोल रहा हूठकि शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ पर जो पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ हà¥à¤† उन दोषीयों पर कारवाई होनी चाहिठ। बस इतनी सी बात है । इसमें नफरत फैलाने और दंगा करवाने वाली बात कहाठसे और कैसे आ गई ?”
सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤° :- “तà¥à¤® लोग à¤à¤¸à¥‡ ही करते हो बेचारे अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤•à¥‹ को à¤à¥‚ठे मामलों में फà¤à¤¸à¤¾à¤•à¤° उनके खिलाफ नफरत उगलते हो ।”
आरà¥à¤¯ :- “अरे हद है यार !! बात को कहाठसे कहाठपहà¥à¤à¤šà¤¾ रहे हो ? हम इतना कह रहे हैं जिसने जो अपराध किया है उसे उसकी सज़ा मिले । अब यदि पतà¥à¤¥à¤°à¤¾à¤µ करने वाले मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ से हैं तो कà¥à¤¯à¤¾ हम उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किठअपराध को छà¥à¤ªà¤¾ दें या खारिज कर दें ? और किसी को अपराध की सज़ा देना कहाठसे नफरत फैलाना हो गया ?”
सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤° :- “देखो आतंकवाद का कोई धरà¥à¤® नहीं होता ।”
आरà¥à¤¯ :- “बिलà¥à¤•à¥à¤² सही कहा जी आतंकवाद का कोई धरà¥à¤® नहीं होता लेकिन, मज़हब होता है । à¤à¤• शांतीपà¥à¤°à¤¿à¤¯ मज़हब !”
सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤° :- “कà¥à¤¯à¤¾ मतलब है आपका ?”
आरà¥à¤¯ :-”आतंकवाद केवल हाथ में बंदूक उठाकर लोगों को मारने का नाम ही नहीं है बलà¥à¤•à¤¿ अपने मज़हब से अलग सोच रखने वाले लोगों को हर तरह से पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¤ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करना, उनके धारà¥à¤®à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ में उपदà¥à¤°à¤µ करना, पतà¥à¤¥à¤° मारना, उनकी लड़कियों से छेड़छाड़ करना, अपने जैसे लोगों की à¤à¥€à¤¡à¤¼ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दंगे करके उनके घरों को आग लगाना, उनकी जमीनों पर अवैध कबà¥à¤œà¤¾ करना, बेवजह उनसे नफरत करना, उनके पूजा करने वाले सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर हमले करना, उनकी औरतों पर नज़र रखना आदि ये सब आतंकवाद ही है और इन अमानवीय कृतà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में जो लिपà¥à¤¤ है वो आतंकवादी ही है ।”
सैकà¥à¤¯à¥à¤²à¤° :- “कोई à¤à¥€ धरà¥à¤® हमें आपस में लड़ना नहीं सिखाता “
आरà¥à¤¯ :-”मज़हब ही है सिखाता आपस में बैर रखना । परनà¥à¤¤à¥ धरà¥à¤® नहीं सिखाता । कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि धरà¥à¤® तो सतà¥à¤¯à¤à¤¾à¤·à¤£, परोपकार, सेवा, दान, तप, विदà¥à¤¯à¤¾ आदि को बोला जाता है । तो धरà¥à¤® कैसे फूट डाल सकता है ? मज़हब ही कहता है कि मेरे पीर पैगंबर को न मानने वालों को जीने का अधिकार नही है ।”
To be continued……..!
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