कशà¥à¤®à¥€à¤°: समसà¥à¤¯à¤¾ आखिर समाधान कà¥à¤¯à¤¾ है
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Rajeev ChoudharyDate
03-Jul-2018Category
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03-Jul-2018Download PDF
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à¤à¤• बार फिर जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° में कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के वरिषà¥à¤ नेता और केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ रह चà¥à¤•à¥‡ सैफà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ सोज के à¤à¤• बयान से विवाद खड़ा हो गया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के पूरà¥à¤µ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ परवेज मà¥à¤¶à¤°à¥à¤°à¤« के उस बयान पर सहमति जताई है जिसमें उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा था कि आजादी कशà¥à¤®à¥€à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की पहली पसंद है। à¤à¤¸à¥‡ बयानों से à¤à¤²à¥‡ ही मीडिया को मसाला मिलता रहा हो लेकिन इस बात से कौन इनà¥à¤•à¤¾à¤° कर सकता है कि घाटी को सà¥à¤²à¤—ाने में अरसे से à¤à¤¸à¥‡ ही बयान चिंगारी बनते रहे हैं। à¤à¤¸à¥‡ बयानों से ही आतंकी संगठन उनके आरà¥à¤¥à¤¿à¤• और मानसिक पेरोकारों को खà¥à¤°à¤¾à¤• मिलती रही है। इस सबसे आम कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ के लिठयह धारणा आसानी से पहà¥à¤‚च जाती है।
अचानक 19 जून को à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गठबंधन सरकार से समरà¥à¤¥à¤¨ वापस लिठजाने के बाद वहां उपजे राजनितिक संकट को देखते हà¥à¤ कई महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤‚कà¥à¤·à¥€ नेता मैदान में इस तरह के बयान देकर à¤à¤• विशेष धारणा के लोगों को खà¥à¤¶ करते दिख रहे हैं। जिसकी वाहवाही पड़ोसी देश से à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बराबर मिल रही है। लेकिन इस सबके बीच यह कोई नहीं समठपा रहा है कि जो कशà¥à¤®à¥€à¤° कà¤à¥€ दो देशों à¤à¤¾à¤°à¤¤ और पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ का विवाद हà¥à¤† करता था, आज à¤à¤• इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ बनकर रह गया है। आतंकियों का अपना अलग फारà¥à¤®à¥‚ला है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसà¥à¤²à¤¾à¤® चाहिà¤, उनकी मांग को पà¥à¤–à¥à¤¤à¤¾ करने वाले अलगाववादियों को पडोसी देश पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ तथा विदेशों से फंड मिल रहा है। जिससे उनकी जिनà¥à¤¦à¤—ी मजे से कट रही है। कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ राजनितिक घरानों को सतà¥à¤¤à¤¾ और यà¥à¤µà¤¾ बेरोजगार लोगों को पतà¥à¤¥à¤°à¤¬à¤¾à¤œà¥€ से रोजाना दिहाड़ी मिल रही है। इन यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को मसà¥à¤œà¤¿à¤¦à¥‹à¤‚ से उकसाने वाले मà¥à¤²à¥à¤²à¤¾-मोलवियों को मोटी पगार मिल रही है कहा जा रहा कि इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ का हिसà¥à¤¸à¤¾ बने इन मà¥à¤²à¥à¤²à¤¾-मौलवियों ने खà¥à¤¦à¤¾ की बंदगी छोड़कर अलगाववादियों की बंदगी शà¥à¤°à¥‚ कर दी है। धरà¥à¤® सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ में खà¥à¤¦à¤¾ की खिदमत में बजने वाली नजà¥à¤® के बजाय अब वहां आजादी के तराने आसानी से सà¥à¤¨ सकते हैं।
इस नये उदà¥à¤¯à¥‹à¤— का अगर अधà¥à¤¯à¤¨ करें पता चलता है कि इसका फायदा पतà¥à¤¥à¤°à¤¬à¤¾à¤œà¥‹à¤‚, कथित धरà¥à¤®à¤—à¥à¤°à¥à¤“ं, कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ नेताओं और अलगाववादियों तक ही सीमित नहीं है शायद इसका लाठदेश के बाहर à¤à¥€ संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° में मानवाधिकारों के उचà¥à¤šà¤¾à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ जायद बिन राड अल हà¥à¤¸à¥ˆà¤¨ तक à¤à¥€ पहà¥à¤à¤š रहा है तà¤à¥€ तो यूà¤à¤¨ की रिपोरà¥à¤Ÿ में अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ रूप से चिहà¥à¤¨à¤¿à¤¤ और खà¥à¤¦ यूà¤à¤¨ ने जिन आतंकी समूहों को पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤‚धित किया है उसे ‘‘हथियारबंद समूह’’ और चरमपंथियों को चीयरलीडरà¥à¤¸ कहा गया है। सैनिकों पर हमला करने वाले पतà¥à¤¥à¤°à¤¬à¤¾à¤œà¥‹à¤‚ को मासूम और इन दोनों के बीच पिसती à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सेना की कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ पर सवाल उठाये गये हैं।
इस समय देश के विपकà¥à¤· को देखें तो लगता है जैसे कशà¥à¤®à¥€à¤° के सारे समाधान उनकी जेब में हैं बस ये सरकार हटें और वे चà¥à¤Ÿà¤•à¥€ बजाकर समाधान कर दें। पर कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤¸à¤¾ वासà¥à¤¤à¤µ में है या हो सकता है? यदि है à¤à¤¸à¤¾ है तो फिर वो चà¥à¤Ÿà¤•à¥€ आजादी के करीब 60 वरà¥à¤· राज करने के दौरान कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं बजाई गयी? मà¥à¤–à¥à¤¯à¤§à¤¾à¤°à¤¾ की राजनीति से दूर अलगाववादी कोई नवजात शिशॠतो है नहीं, कि कल परसों पैदा हà¥à¤ हां! उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पैदा करने वाले à¤à¥€ जरूर कोई रहे ही होंगे और उनका पालन पोषण किसकी सरकार के दौरान हà¥à¤† है। जहाठआज ये सवाल उठाये जाने थे आज वहां सैफà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ सोज जैसे लोग कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ अलगाववादियों और सीमा पार बैठे उनके आकाओं की धारणा को पà¥à¤·à¥à¤ करने में लगे हैं।
हालाà¤à¤•à¤¿ कशà¥à¤®à¥€à¤° में हर à¤à¤• घटना के बाद सबके अपने-अपने समाधान होते हैं। राजनेताओं के अपने समाधान होते है, मीडिया में बैठे लोगों को देखें तो मà¥à¤à¤¹à¤¤à¥‹à¥œ जवाब देने की बात होती ही रहती है। पर जवाब कà¥à¤¯à¤¾ हो, कैसे दिया जाये? समसà¥à¤¯à¤¾ बस इतनी-सी है। खबरों की सबसे तेज आधà¥à¤¨à¤¿à¤• मंडी सोशल मीडिया पर हर किसी के अपने समाधान है और न जाने कितने समाधान लोग अपनी-अपनी सोशल मिडिया वाल पर हर रोज चिपकाते हैं। लेकिन! कोई तो वजह होगी जो इतना पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ मामला अधर में लटका पड़ा है।
वजह यही है कि सरकार जानती है कि कहना अलग बात, लेकिन à¤à¤¸à¥‡ समाधान चà¥à¤Ÿà¤•à¤¿à¤¯à¤¾à¤ बजाते होते तो कब के हो गये होते। हमारी समसà¥à¤¯à¤¾ यह है कि अलगावादियों के पास तो उसकी खास पाक पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤ आजाद कशà¥à¤®à¥€à¤° नीति है, जिससे वह आज तक कà¤à¥€ टस से मस नहीं हà¥à¤à¥¤ सतà¥à¤¤à¤¾ चाहे जिसके पास रही हो, लेकिन हमारे पास अलगावादियों के लिठकोई सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ सनà¥à¤¦à¥‡à¤· नहीं है सिवाय इसके कि दो दिन किसी अलगावादी नेता को नजरबनà¥à¤¦ कर दे या à¤à¤• हफà¥à¤¤à¥‡ के लिठगिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° करले इससे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ हमने अà¤à¥€ तक कà¥à¤¯à¤¾ किया?
सिरà¥à¤« बयानबाजी, निनà¥à¤¦à¤¾ या करारे जवाब शायद इससे आगे अà¤à¥€ तक हम नहीं बॠपाà¤à¥¤ हमारा तो à¤à¤• à¤à¥€ जवान शहीद होता है, तो हमें बहà¥à¤¤ दरà¥à¤¦ होता है, लेकिन आतंकियों या अलगावादियों के पास à¤à¤¸à¥€ दरà¥à¤¦ à¤à¤°à¥€ संवेदना नहीं है। उनके 100 à¤à¥€ मर जाà¤à¤‚, तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परवाह नहीं होती। वे मजहब के नाम पर 500 और खड़े कर लेंगे हम 500 मार देंगे, तब à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फरà¥à¤• नहीं पड़ेगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे अपने à¤à¤¾à¥œà¥‡ के हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की कदà¥à¤° नहीं करते। वे अपने दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तैयार किये गये आतंकियों को सेना की बनà¥à¤¦à¥‚क की à¤à¥‚ख मिटाने का चारा समà¤à¤¤à¥‡ हैं। वे चाहते हैं सेना इन पतà¥à¤¥à¤°à¤¬à¤¾à¤œà¥‹à¤‚ की à¤à¥€à¥œ पर गोली चलाये, दो मरे या सौ उससे उनका मकसद सफल होता है ताकि जायद बिन राड अल हà¥à¤¸à¥ˆà¤¨ जैसे बिके हà¥à¤ लोग उनकी लाशें संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° को दिखाते रहें कि देखिये साहब à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सेना का जà¥à¤²à¥à¤®à¥¤
शायद इससे जो मकसद हम चाहते हैं, वह हासिल नहीं होगा। हमारा मकसद तो यही है न कि अलगावादी पतà¥à¤¥à¤° परोसना बंद कर दे। तो हमें पहले कड़ी कारवाही अलगावादी नेताओं पर करनी होगी। हमें कशà¥à¤®à¥€à¤° आबाद रखना है, वे हमारे नागरिक हैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अलगावादियों का मोहरा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बनने दे? कहा जाता है सिरà¥à¤« पांच पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ या इससे à¤à¥€ कम कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ होंगे, जो पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ समरà¥à¤¥à¤• हैं या जिनमें à¤à¤¾à¤°à¤¤ विरोधी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है। बाकी 95 फीसदी à¤à¤¾à¤°à¤¤ के साथ रहना चाहते हैं, लेकिन अलगावादियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गली के नà¥à¤•à¥à¤•à¥œ पर खड़ें किये मजहबी गà¥à¤‚डों और आतंकियों की गोली के डर से वे उनकी ही बात सà¥à¤¨ रहे हैं। जिस दिन सरकार उनका यह डर खतà¥à¤® कर देगी उसी दिन वे देश के गीत गाना शà¥à¤°à¥‚ कर देंगे। वरना जिस तरीके वे अपने मकसद में सफल हो रहे हैं जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय नहीं लेंगे कशà¥à¤®à¥€à¤° को सीरिया बनाने में।
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