अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ को कब मिलेगा मोकà¥à¤·
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Rajeev ChoudharyDate
05-Jul-2018Category
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05-Jul-2018Download PDF
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दिलà¥à¤²à¥€ के बà¥à¤°à¤¾à¥œà¥€ में à¤à¤• ही परिवार के सà¤à¥€ 11 सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की मौत पर से धीरे-धीरे अà¤à¥€ जितना परà¥à¤¦à¤¾ उठरहा है उतने ही सवाल खड़े हो रहे हैं। कहा जा रहा है इस परिवार की किसी से कोई दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥€ नहीं थी और ये हतà¥à¤¯à¤¾ के बजाय आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ का मामला है। घर के लोग धारà¥à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ के थे। जिस तरीके से उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने खà¥à¤¦à¤•à¥à¤¶à¥€ की है। उस पर धारà¥à¤®à¤¿à¤• रीतियों के बारे में लिखा है। मोकà¥à¤· के बारे में लिखा है कि आंखें बंद करेंगे, हांथ बांध लेंगे तो मोकà¥à¤· की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होगी। ये वह बाते हैं जो इशारा कर रही हैं कि परिवार ने अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ में फंसकर ये खौफनाक कदम उठाया।
दरअसल मोकà¥à¤· कोई वसà¥à¤¤à¥ नहीं है, जिसे पाया जा सके। वह पाने का कोई विषय नहीं है। जब मन में कोई इचà¥à¤›à¤¾ न हो और तो और मोकà¥à¤· की à¤à¥€ नहीं, तब जो होता है, उसका नाम मोकà¥à¤· है। मोकà¥à¤· है कà¥à¤‚ठाओं का तà¥à¤¯à¤¾à¤— है वैदिक धरà¥à¤® में मोकà¥à¤· को योग से समाधि की ओर कहा गया है। यानि के मोकà¥à¤· à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ दशा है जिसे मनोदशा नहीं कह सकते।
लोगों को यह समà¤à¤¾à¤¨à¥‡ के बजाय उलà¥à¤Ÿà¤¾ इस मामले में मीडिया के सà¤à¥€ पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤®à¥‹ से इस बात को बार-बार दोहराया जा रहा है कि मृतक परिवार धारà¥à¤®à¤¿à¤• था। इसी कारण उसने मौत को गले लगाया। जबकि सही मायने में देखें तो ये कथित बौदà¥à¤§à¤¿à¤• लोगों की अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कहीं से à¤à¥€ यह मामला धरà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ से जà¥à¥œà¤¾ नहीं है ये पागलपन, अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और पाखंड से जà¥à¥œà¤¾ मामला है। जहाठमीडिया को इस परिवार के पाखंडता से जà¥à¥œà¥‡ होने के सवाल उजागर करने थे। वहां इसमें धरà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ पर निशाना साधा जा रहा है ताकि धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की हतà¥à¤¯à¤¾ कर, पाखंड को और अधिक बल दिया जा सके। à¤à¤²à¤¾ समाज में परिवार धारà¥à¤®à¤¿à¤• नहीं तो कà¥à¤¯à¤¾ राकà¥à¤·à¤¸à¥€ पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ के होने चाहिà¤?
कहा जा रहा है बà¥à¤°à¤¾à¥œà¥€ में मृतकों के परिवार से पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को जो रजिसà¥à¤Ÿà¤° मिले हैं, उनमें अलौकिक शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, मोकà¥à¤· के लिठमौत ही à¤à¤• दà¥à¤µà¤¾à¤° व आतà¥à¤®à¤¾ का अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® से रिशà¥à¤¤à¤¾ जैसी अजीबोगरीब बातें लिखी बताई जा रही हैं।
असल में आज हर किसी को सà¥à¤–समृदà¥à¤§à¤¿ चाहिठऔर अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ बेहद सरल साधनों से सà¥à¤–समृदà¥à¤§à¤¿ की पूरी गारंटी देता है। यह सब पाने के लिठधरà¥à¤®à¤—à¥à¤°à¥, कथावाचक, पंडे-पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ à¤à¥€ खà¥à¤¶à¤¹à¤¾à¤² जीवन के टोटके बताते हैं। इसके अलावा धरà¥à¤® के नाम पर हर मà¥à¤°à¤¾à¤¦ पूरी करने के नà¥à¤¸à¥à¤–े बताने वाली, कथा-किसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र मसाले वाली पाखंड की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ से à¤à¥€ बाजार à¤à¤°à¥‡ पड़े हैं। जो सà¥à¤–-सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯, संपतà¥à¤¤à¤¿, मोकà¥à¤·, सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ आदि पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने की पूरी गारंटी देती हैं। शायद इसी गारंटी से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ हो कर इस परिवार ने मोकà¥à¤· की कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ की हो?
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इन पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ के अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ में देवताओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनूठे कारनामे, कहीं देवी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ असà¥à¤°à¥‹à¤‚ का संहार या देवियों की अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की गई है। जब देवी à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ की तरह ही लड़ती है तो à¤à¤¾à¤‚सी की रानी लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€à¤¬à¤¾à¤ˆ ने à¤à¥€ तो शतà¥à¤°à¥à¤“ं से यà¥à¤¦à¥à¤§ किया था और जिसका पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ à¤à¥€ पाया जाता है लेकिन लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€à¤¬à¤¾à¤ˆ के नाम का कोई वà¥à¤°à¤¤, कोई पूजा नहीं बनी। इसी तरह देश व धरà¥à¤® के लिठअनेकों कà¥à¤°à¤¾à¤‚तिकारियों ने बलिदान दिया उनके नाम पर कोई वà¥à¤°à¤¤ नहीं है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये लोग कालà¥à¤ªà¤¨à¤¿à¤• देवी-देवता की à¤à¥€à¥œ खड़ी किये हà¥à¤ है इसलिठइनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ असली जीती जागती देवियों से à¤à¤¯ है। उनका तो रेप कर रहे हैं। हाल में पकड़े गये शनिधाम वाले बाबा दाती महाराज पीड़िता के जिसà¥à¤® के हर हिसà¥à¤¸à¥‡ को नोंचता था। वह उसे चंरण सेवा कहा करता था। पीड़िता मीडिया के सामने बता रही थी कि बाबा कहता था! तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ मोकà¥à¤· पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होगा, यह à¤à¥€ सेवा ही है, तà¥à¤® बाबा की हो और बाबा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡, इससे कà¥à¤¯à¤¾ यही समà¤à¥‡ कि अब ये लोग रेप से à¤à¥€ मोकà¥à¤· की गारंटी दे रहे हैं?
आज अनेकों कथित बाबाओं, पंडितों ने लोगों के मन में à¤à¤¯ पैदा कर रखा है। इसके चलते ही à¤à¤¸à¥‡ अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ का बाजार फलता-फूलता है और पाखंड की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ बिकती हैं। नहीं तो, इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पूछने वाला है ही कौन? इसमें सà¤à¥€ धरà¥à¤®à¥‹, मतां और पनà¥à¤¥à¤¾à¤‚ के कथित धरà¥à¤® गà¥à¤°à¥ शामिल हैं। यह सब अपने आपको ईशà¥à¤µà¤° के दूत समà¤à¤¤à¥‡ हैं। अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पाखंड फैलाने से इन धरà¥à¤® गà¥à¤°à¥à¤“ं की रोजी-रोटी चलती रहती है। जब आम वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ थोड़ा à¤à¥€ परेशान होता है वह इन गà¥à¤°à¥à¤œà¥€ की शरण में चला जाता है। बस यही से इनकी बलà¥à¤²à¥‡-बलà¥à¤²à¥‡ हो जाती है और देखिये इनके पास दà¥à¤ƒà¤–ी और परेशान लोग ही जाते हैं जिनसे यह लोग अपने सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ सि( के लिठउपाय के नाम पर धन अरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करते रहते हैं। à¤à¤²à¤¾ ये कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ किसी की सà¥à¤–समृदà¥à¤§à¤¿ की कामना करेंगे? ये तो चाहते हैं लोग परेशान रहें, दà¥à¤–ी रहें, पीड़ित रहे हाठअगर à¤à¥‚ल से à¤à¥€ कोई सà¥à¤–ी मनà¥à¤·à¥à¤¯ इनके करीब चला à¤à¥€ जाये तो ये लोग उसके à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में अमंगल होने की à¤à¥‚ठी कहानी गà¥à¤•à¤° उसे à¤à¥€ दà¥à¤–ी कर देते हैं।
आम लोगों को डराने के लिठइनके पास कà¥à¤› पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ वाकà¥à¤¯ होते है ‘‘आप पर शनि की छाया है, चà¥à¤¡à¥‡à¤²à¥‹à¤‚ की नजर है, à¤à¥‚तों ने आपको जकड रखा है। योगनियों और शमशान के पà¥à¤°à¥‡à¤¤ आपके काम में पà¥à¤°à¤—ति नहीं करने दे रहे, देवताओं का पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª है। देवियों का गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ है और लोग इन धरà¥à¤® के ठेकेदारों की मूरà¥à¤–तापूरà¥à¤£ बातों में आकर पाखंड में फंसकर पूजा-पाठकरवा कर अपनी पूरी जिंदगी तबाह कर देते हैं। शनि के लिठशनि दान, मंगल के लिठमगल दान, काली के लिठबलि, शमशान के पà¥à¤°à¥‡à¤¤à¥‹à¤‚ के लिठमà¥à¤°à¥à¤—ा और न जाने कà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾à¥¤ हर रोज à¤à¤¾à¤°à¤¤ में लाखों मासूम जानवर इनà¥à¤¹à¥€ धरà¥à¤® के ठेकदारों के पेट की à¤à¥‚ख शांत करने के लिठà¤à¤—वानों के नाम पर काटे जाते हैं।
शायद इसी छल से इनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ धरà¥à¤® के नाम अपने सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ खड़े कर लिठहैं। लोगों की à¤à¥‚ख, रोजगार, दà¥à¤ƒà¤– दरà¥à¤¦ की चिंता, किसी के सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥ और किसी नागरिक की शिकà¥à¤·à¤¾ की फिकà¥à¤° इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कतई नहीं है। बस इनका सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ बड़ा हो देश में चिनà¥à¤¤à¤¨à¤¶à¥€à¤², विवेकी और धरà¥à¤® की सचà¥à¤šà¥€ वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ करने वाले लोग समापà¥à¤¤ हों, बस हर समय ये लोग यही कामना करते हैं ताकि इनके बहकावे में लोग आते रहें और बà¥à¤°à¤¾à¥œà¥€ की तरह के हादसे होते रहें। आज जबकि लोगों को इन अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ से बहार आने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है जब तक हम धरà¥à¤® के नाम पर à¤à¤¯à¤à¥€à¤¤ रहेंगे तब तक धरà¥à¤® के ठेकेदार लोगों को लà¥à¤Ÿà¤¤à¥‡ रहेंगे। यह à¤à¤• अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का कà¥à¤†à¤‚ ही तो हà¥à¤† जिस में गिराने के लिठसीधे à¤à¥‹à¤²à¥‡ लोगों को ही निशाना बनायाजा रहा है। खà¥à¤¦ à¤à¥‚खे-पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‡ रह कर देवी-देवताओं को पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ करने से कà¥à¤¯à¤¾ होगा? आहार तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर, अपने परिवार की बलि दे कर à¤à¤²à¤¾ मोकà¥à¤· मिलेगा कà¥à¤¯à¤¾? इतनी बात तो सà¥à¤µà¤¯à¤‚ समà¤à¤¨à¥‡ की थी पर दà¥à¤ƒà¤–द काल है कि यह इतनी सी बात à¤à¥€ आज लोगों को समà¤à¤¾à¤¨à¥€ पड़ रही है।
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