आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ को तबाह करने की सजिश
Author
Vinay AryaDate
18-Jul-2019Category
लेखLanguage
HindiTotal Views
555Total Comments
0Uploader
RajeevUpload Date
18-Jul-2019Top Articles in this Category
- फलित जयोतिष पाखंड मातर हैं
- राषटरवादी महरषि दयाननद सरसवती
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- सनत गरू रविदास और आरय समाज
- बलातकार कैसे रकेंगे
Top Articles by this Author
- नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति का आधार सà¥à¤µà¤¾à¤—त योगà¥à¤¯ लेकिन गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कहाठहै?
- Satyanand Stokes- A Saga of an American Aryan Sage
- मजहब ठमोहबà¥à¤¬à¤¤ से à¤à¤Ÿà¤• गया हिनà¥à¤¦à¥‚ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯
- बदसूरत होते पारिवारिक रिशà¥à¤¤à¥‡
- कोरोना में चीन का हाथ या चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ का
आपने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से लेकर हिंदी à¤à¤¾à¤·à¤¾ की दà¥à¤°à¥à¤—ति देख ली होगी विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कीजिठअब आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के दà¥à¤°à¥à¤¦à¤¿à¤¨ आरमà¥à¤ हो गये है. कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हाल ही में संसद के मानसून के दौरान राजà¥à¤¯à¤¸à¤à¤¾ में जिस तरह आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦, योग और पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• चिकितà¥à¤¸à¤¾ को लेकर आयà¥à¤· मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ के कामकाज के दौरान शिवसेना के सांसद संजय राऊत ने आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• मà¥à¤°à¥à¤—ी और आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• अंडे का जो जिकà¥à¤° छेड़ा है. उससे लगता है कि आने वाले दिनों में अंडे और मांसाहार को à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ परंपरा आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ का हिसà¥à¤¸à¤¾ बना दिया जायेगा. जिस तरह आतà¥à¤®à¤®à¥à¤—à¥à¤§ होकर संजय राउत ने किसà¥à¤¸à¤¾ सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ कि वह à¤à¤• बार महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के नंदूरबार नाम के आदिवासी इलाके में गठतो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खाना परोसा गया. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पूछा कि यह कà¥à¤¯à¤¾ है? जिसके जवाब में राउत को बताया गया कि यह मà¥à¤°à¥à¤—ी है. तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मैं नहीं खाउंगा. इसके बाद लोगों ने बताया कि यह आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• मà¥à¤°à¥à¤—ी है. जिस पोलà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ में मà¥à¤°à¥à¤—ियों को रखा जाता है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सिरà¥à¤« हरà¥à¤¬à¤² खिलाते हैं. जैसे लौंग, तिल. उससे जो अंडा पैदा होता है वह पूरी तरह से आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• है.
कà¥à¤¯à¤¾ आपने देखा या सà¥à¤¨à¤¾ है कि आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ में अंडे का उलà¥à¤²à¥‡à¤– हो? लेकिन इसके बावजूद à¤à¥€ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• अणà¥à¤¡à¥‹à¤‚ की बिकà¥à¤°à¥€ देश में शà¥à¤°à¥‚ हो चà¥à¤•à¥€ है. सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ पोलà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इसे आरà¥à¤¯à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• बताकर दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में बेचा जा रहा है. बात सिरà¥à¤« अंडे तक सीमित नहीं हैं अंडे ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• मà¥à¤°à¥à¤—ियों का मीट à¤à¥€ देश के कई शहरों में उपलबà¥à¤§ है. इनका दावा है कि मà¥à¤°à¥à¤—ियों को मà¥à¤¨à¤•à¥à¤–ा, किशमिश बादाम और छà¥à¤†à¤°à¥‡ आदि परोसे जा रहे तो उनसें पैदा होने वाले अंडे आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• और खाने वाली मà¥à¤°à¥à¤—ी आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• है.
शायद आने वाले दिनों में गाय, à¤à¥‡à¤‚स बकरी आदि का मांस à¤à¥€ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• बताकर देश में बेचा जाये तो कोई अचरज नहीं होना चाहिठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसमें यही तरà¥à¤• परोसा जायेगा कि बकरी à¤à¥‡à¤‚स à¤à¥€ घास-पात या खेतों में खड़ी जड़ी बूटियां खाती है तो उनका मांस à¤à¥€ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• है? यदि आज आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• अंडे और मà¥à¤°à¥à¤—ी का विरोध नहीं हà¥à¤† तो कल उनके आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• मांस के दावे को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करना पड़ेगा. कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब बाजार पर पूंजीवाद हावी हो जाà¤à¤ तो आगे à¤à¤¸à¥€ खबरें लोगों के लिठसà¥à¤¨à¤¨à¤¾ और पढना कोई नई बात नहीं रह जाà¤à¤—ी.
हमने पिछले वरà¥à¤· सरदार वलà¥à¤²à¤ à¤à¤¾à¤ˆ पटेल कृषि à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤•à¥à¤•à¥à¤Ÿ अनà¥à¤¸à¤‚धान à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ केंदà¥à¤° के आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• अंडे पर विरोध जताया था तब à¤à¥€ यही सवाल सरकार और संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से पूछे थे कि है कà¥à¤¯à¤¾ काजू, मखाने, पिसà¥à¤¤à¤¾ खाने वाली और शरबत पीने वाले किसी à¤à¥€ पशॠका मीट à¤à¥€ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• हो सकता है?
देखा जाये तो किसी à¤à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की सरकार का पहला करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ होता है उस देश की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤‚ का वजूद उनकी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं पर टिका होता है. यदि वहां की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ ही लà¥à¤ªà¥à¤¤ हो जाये तो राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लà¥à¤ªà¥à¤¤ होने में समय नहीं लगता. इसलिठआज हमारे देश की सरकारों को à¤à¥€ सोचना होगा कि आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के संदरà¥à¤ में बात जब होती है तो मन में अपने आप उसकी महानता का आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• और धारà¥à¤®à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤µ पैदा हो जाता है. विशà¥à¤µ की सà¤à¥€ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में, अपने देश की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ न सिरà¥à¤« पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ ही है बलà¥à¤•à¤¿ सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ और बेजोड़ à¤à¥€ है. हमारी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ के मूल सà¥à¤°à¥‹à¤¤ और आधार वेद हैं जो कि मानव जाति के पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¤¯ में सबसे पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ हैं और इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ की à¤à¤• शाखा को आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¥€ कहा जाता है. आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के जनक के तौर पर जिन तीन आचारà¥à¤¯à¥‹ की गणना मà¥à¤–à¥à¤¯à¤°à¥‚प से होती है उनमें महरà¥à¤·à¤¿ चरक, सà¥à¤¶à¥à¤°à¥à¤¤ के बाद महरà¥à¤·à¤¿ वागà¥à¤à¤Ÿ का नाम आता है. इस गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ वेदों और ऋषियों के अà¤à¤¿à¤®à¤¤à¥‹à¤‚ तथा अनà¥à¤à¤µ के आधार पर किया गया है.
आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ बहà¥à¤¤ ही विशाल है. इसमें ही à¤à¤¸à¥€ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है, जो मानव को निरोगी रहते हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ लमà¥à¤¬à¥€ आयॠतक जीवित रहने की लिये मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ कराता है, जबकि मांसाहारी à¤à¥‹à¤œà¤¨ में तमततà¥à¤¤à¥à¤µ की अधिकता होने के कारण मानव मन में अनेक अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾à¤à¤‚ à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ तामसिक विचार जैसे लैंगिक विचार, लोà¤, कà¥à¤°à¥‹à¤§ आदि उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होते हैं. शाकाहारी à¤à¥‹à¤œà¤¨ में सतà¥à¤¤à¥à¤µ ततà¥à¤¤à¥à¤µ अधिक मातà¥à¤°à¤¾ में होने के कारण वह आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• साधना के लिठपोषक होता है.
आरà¥à¤¯à¥à¤µà¥‡à¤¦ के आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• संदरà¥à¤ में यदि गहराई से à¤à¤¾à¤‚के तो अंडे à¤à¤µà¤‚ मांस खाने से मन पूरी तरह से आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने का विरोध करता है. कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के दà¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ से आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ की अपने आप में à¤à¤• पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ है! आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अंडे पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• है खादà¥à¤¯ पदारà¥à¤¥ नहीं हैं. अंडे मà¥à¤°à¥à¤—ियों के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की तरह हैं, कà¥à¤¯à¤¾ किसी का बचà¥à¤šà¤¾ खाना आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® की दà¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ से पवितà¥à¤° हो सकता है? आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ में अपवितà¥à¤° खादà¥à¤¯ पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ नहीं है! यदि आप अंडा खाते हैं, तो आप मà¥à¤°à¥à¤—ी को पैदा होने से पहले ही मार देते हैं. आज आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के नाम पर बेचें जाने वाले अंडे और मांस शरीर को विकसित करने के बजाय हमारी वैदिक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को तबाह करने की साजिश है. यदि इसे सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर लिया तो कल आपको ये लोग यह à¤à¥€ सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करा देंगे कि वेदों में मांसाहार है. जब आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ में कहीं à¤à¥€ मांस को à¤à¥‹à¤œà¤¨ या दवा की शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ में नहीं रखा है तो आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ में अंडे कहाठसे आ गये यह बात सरकार और हम सà¤à¥€ को सोचनी होगी!!
ALL COMMENTS (0)