धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की सूली पर जीसस या नन..?
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Rajeev ChoudharyDate
20-Aug-2019Category
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ईसाई धरà¥à¤® दरबार में सदियों से जीसस को अपना पति सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ रही नन पà¥à¤°à¤¥à¤¾ अब धीरे-धीरे कमजोर हो रही है। उधर लोगों के जीवन सà¥à¤¤à¤° को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ दावा करने वाले चरà¥à¤š अपने सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ के विसà¥à¤¤à¤¾à¤° में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ है और इधर नन अवहेलना, पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¥œà¤¨à¤¾ और शोषण की à¤à¥‚मि बनती जा रही है। हाल ही में केरल में à¤à¤• नन को रोमन कैथोलिक चरà¥à¤š के अंतरà¥à¤—त आने वाली à¤à¤• धरà¥à¤®à¤¸à¤à¤¾ ने सिरà¥à¤« इस कारण निषà¥à¤•à¤¾à¤¸à¤¨ कर दिया कि नन पर कविता पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ करने, कार खरीदने और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पिछले साल दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤® के आरोपी पादरी फà¥à¤°à¥ˆà¤‚को मà¥à¤²à¥à¤²à¤¾à¤•à¤² के खिलाफ 5 नन की ओर से वायनाड में आयोजित विरोध पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ में हिसà¥à¤¸à¤¾ लिया था।
à¤à¤• किसà¥à¤® से देखा जाये तो कà¥à¤› समय पहले तक पूरà¥à¤£à¤¤à¤¯à¤¾ अदà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• समà¤à¥‡ जाने वाले नन के जीवन से धीरे-धीरे परà¥à¤¦à¥‡ उठने शà¥à¤°à¥‚ हो चà¥à¤•à¥‡ है। पिछले कई वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से गिरजाघरों की जिनà¥à¤¦à¤—ी से तà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ होकर निकली या निकाली गयी अनेकों नन चरà¥à¤š से अपना मà¥à¤‚ह मोड़ रही है। à¤à¤• लमà¥à¤¬à¥‡ अरसे से दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में खासकर केरल में महिलाओं कैरियर के अवसरों में चरà¥à¤š को पà¥à¤°à¤®à¥à¤–ता रही थी लेकिन पिछले कई वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में कॉनà¥à¤µà¥‡à¤‚ट के अनà¥à¤¦à¤° और बाहर ननो के शोषण के à¤à¤• के बाद à¤à¤• मामले सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• होने से आज केरल समेत कई दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की महिलाà¤à¤‚ कानà¥à¤µà¥‡à¤‚ट और चरà¥à¤š में जाने से कतराने लगी है।
अà¤à¥€ तक केरल राजà¥à¤¯ जो सबसे अधिक संखà¥à¤¯à¤¾ में लडकियों को नन बनने के à¤à¥‡à¤œ लिठरहा था। अब हाल फिलहाल इसकी संखà¥à¤¯à¤¾ में 75 फीसदी तक की कमी देखी जा रही है। नन बनने के इस गिरते पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ को देखते हà¥à¤ दकà¥à¤·à¤¿à¤£ के ईसाई धरà¥à¤® संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ अब उतà¥à¤¤à¤° और पूरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ के राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर दौड़ रहे है इनमें छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—à¥, à¤à¤¾à¤°à¤–ंड, ओडिशा, असम और हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ जैसे राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से गरीब परिवारों की लडकियों को चरà¥à¤š में लाया जा रहा है।
1960 के दशक के मधà¥à¤¯ से यदि आंकड़ा देखा जाये तो उस समय पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• राजà¥à¤¯ से हर साल लगà¤à¤— दो दरà¥à¤œà¤¨ ननों की à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ की जा रही थी और à¤à¤¸à¤¾ लगà¤à¤— à¤à¤• दशक तक चला, किनà¥à¤¤à¥ 1985 में यह संखà¥à¤¯à¤¾ धीरे-धीरे कम होने लगी थी जो अब तेजी से कम होती जा रही है। सिरà¥à¤« à¤à¤¾à¤°à¤¤ में ही नहीं यदि देखा जाये तो साठसाल पहले संयà¥à¤•à¥à¤¤ राजà¥à¤¯ अमेरिका में 180,000 कैथोलिक नन थीं, लेकिन वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में यह संखà¥à¤¯à¤¾ गिरकर 50,000 से à¤à¥€ कम रह गई है।
60 के दशक में विशेष रूप से गरीब, ईसाई परिवारों के बीच यह पà¥à¤°à¤¥à¤¾ थी कि गरीब ईसाई माता-पिता से उनकी अपनी à¤à¤• बेटी को जीसस का आदेश बताकर कॉनà¥à¤µà¥‡à¤‚ट में शामिल जरà¥à¤° कराया जाता था। किनà¥à¤¤à¥ आज जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° ईसाई परिवार इस आदेश को नजरअंदाज कर रहे है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤• तो दिन पर दिन चरà¥à¤š की चारदीवारी से बाहर ननों के शोषण के किसà¥à¤¸à¥‡ बाहर आये, जैसा कि कई मेरी चांडी और सिसà¥à¤Ÿà¤° जेषà¥à¤®à¥€ समेत कई पूरà¥à¤µ ननों की किताबों में पढने को मिला। साथ ही दूसरा आज के परिवारों में सिरà¥à¤« à¤à¤• या दो बचà¥à¤šà¥‡ हैं, जिनके पास चà¥à¤¨à¤¨à¥‡ को कई कैरियर विकलà¥à¤ª हैं। केरल की महिलाà¤à¤‚ अब सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सेवा, आईटी और अनà¥à¤¯ उदà¥à¤¯à¥‹à¤—ों में काम करने के लिठदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में अपनी छाप छोड़ रही है। हालत बदल चà¥à¤•à¥‡ है आज महिलाà¤à¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¥‡à¤Ÿ सेकà¥à¤Ÿà¤° से लेकर रकà¥à¤·à¤¾, विदेश सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥ हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में उसके लिठदà¥à¤µà¤¾à¤° खà¥à¤²à¥‡ हà¥à¤ है जहाठउस पर कोई ईसाइयत का धारà¥à¤®à¤¿à¤• बोठà¤à¥€ नहीं है।
यूरोप की à¤à¤• पूरà¥à¤µ नन सिसà¥à¤Ÿà¤° फेडेरिका, जो अब à¤à¤• नन नहीं हैं, उसने काफी समय तक चरà¥à¤š में जीवन गà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¾ और कॉनà¥à¤µà¥‡à¤‚ट के जीवन का गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ करने के बाद फेडेरिका ने लिखा कि नन के आपसी समलैंगिक समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥‹à¤‚ को अकà¥à¤¸à¤° धारà¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का नाम दिया जाता है। या फिर à¤à¤• नन बने रहने के लिठपादरियों की वासना को बà¥à¤à¤¾à¤¨à¤¾ पड़ता है। चरà¥à¤š के अनà¥à¤¦à¤° कोई लोकतंतà¥à¤° नहीं है, केवल पदानà¥à¤•à¥à¤°à¤® और पà¥à¤°à¥à¤· वरà¥à¤šà¤¸à¥à¤µ है। आप इसी बात से अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ लगा सकते है कि जहाठà¤à¤• तरफ कानà¥à¤µà¥‡à¤‚ट में ननों की संखà¥à¤¯à¤¾ कम हो रही है वही दिलचसà¥à¤ª बात यह है कि पादरी बनने के लिठआगे आने वाले पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ बॠरही है।
वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर ननों की गिरती संखà¥à¤¯à¤¾ के कई कारण हैं, कà¥à¤› समय पहले à¤à¤• पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ वूमेन चरà¥à¤š वरà¥à¤²à¥à¤¡ ने इस मामले का परà¥à¤¦à¤¾à¤«à¤¾à¤¶ करते हà¥à¤ सैकड़ों ननों की गरà¥à¤à¤ªà¤¾à¤¤ के लिठमजबूर होने की कहानियों को उजागर किया गया था। पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ ने लिखा था कि जिन ननों में गरà¥à¤à¤ªà¤¾à¤¤ करवाने से मना कर दिया था बाद में उनसे पैदा हà¥à¤ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को यह दिखाकर कॉनà¥à¤µà¥‡à¤‚ट में रख लिया कि वह अनाथ थे। हालाà¤à¤•à¤¿ पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ में इस समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤•à¥€à¤¯ लेख के आने के कà¥à¤› हफà¥à¤¤à¥‹à¤‚ बाद संपादक को पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ छोड़ने के लिठमजबूर कर दिया गया था। जबकि उसी दौरान पोप फà¥à¤°à¤¾à¤‚सिस ने सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° किया था कि पादरियों और बिशपों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ननों का यौन शोषण चरà¥à¤š में बड़ी समसà¥à¤¯à¤¾ बन चà¥à¤•à¥€ है।
असल में चरà¥à¤š के लिठसबसे महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ बलिदानों में से महिलाओं का कà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾à¤ªà¤¨ समà¤à¤¾ जाता है। नन खà¥à¤¦ को मसीह की पतà¥à¤¨à¥€ मानकर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ लेती है यानि मानव जीवन साथी लेने के बजाय, वे खà¥à¤¦ को जीसस के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करती हैं। किनà¥à¤¤à¥ पादरी जीसस की इन कथित पतà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का शोषण करने से गà¥à¤°à¥‡à¤œ नहीं करते है। जो नन अपनी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ तोड़ दे तो ठीक है अगर कोई पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾ नहीं तोडती तो उसे दà¥à¤°à¥à¤µà¥à¤¯à¤¹à¤¾à¤°, पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¥œà¤¨à¤¾ और निषà¥à¤•à¤¾à¤¸à¤¨ की सूली पर चà¥à¤¾ दिया जाता है।
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