à¤à¤¾à¤°à¤¤ में लमà¥à¤¬à¥‡ होते जीसस के हाथ
Author
Vinay AryaDate
20-Jan-2020Category
लेखLanguage
HindiTotal Views
351Total Comments
0Uploader
RajeevUpload Date
20-Jan-2020Top Articles in this Category
- फलित जयोतिष पाखंड मातर हैं
- राषटरवादी महरषि दयाननद सरसवती
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- सनत गरू रविदास और आरय समाज
- बलातकार कैसे रकेंगे
Top Articles by this Author
- नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति का आधार सà¥à¤µà¤¾à¤—त योगà¥à¤¯ लेकिन गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कहाठहै?
- Satyanand Stokes- A Saga of an American Aryan Sage
- मजहब ठमोहबà¥à¤¬à¤¤ से à¤à¤Ÿà¤• गया हिनà¥à¤¦à¥‚ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯
- बदसूरत होते पारिवारिक रिशà¥à¤¤à¥‡
- कोरोना में चीन का हाथ या चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ का
कà¥à¤¯à¤¾ कोई कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ कर सकता है कि यूरोप के किसी देश में शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦à¥à¤° जी की कोई à¤à¤µà¥à¤¯ और विशालकाय पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हो सकती है। या वेटिकन सिटी में शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ का कोई à¤à¤µà¥à¤¯ मंदिर या पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ का अनावरण हो सकता है? शायद ये बेतà¥à¤•à¥€ कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ कही जाà¤à¤—ी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ईसाई बाहà¥à¤² देश और वहां के चरà¥à¤š इसे कà¤à¥€ à¤à¥€ किसी à¤à¥€ सूरत में सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° नहीं करेंगे। लेकिन इसके विपरीत दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के राजà¥à¤¯ करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• में जीसस कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¸à¥à¤Ÿ की 114 फà¥à¤Ÿ ऊंची पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ लगाई जा रही है। करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• कॉनà¥à¤—à¥à¤°à¥‡à¤¸ के वरिषà¥à¤ नेता और विधायक डीके शिवकà¥à¤®à¤¾à¤° इस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ को लगाने के लिठजी जान से जà¥à¤Ÿà¥‡ है। बताया जा रहा है 114 फिट ऊà¤à¤šà¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ को करीब 800 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है।
देखा जाये तो करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• में जीसस की इस 114 फà¥à¤Ÿ ऊंची पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ लगाया कोई à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤¾à¤µ नहीं है। बलà¥à¤•à¤¿ à¤à¤• धारà¥à¤®à¤¿à¤• षडà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤à¥à¤° का हिसà¥à¤¸à¤¾ नजर आ रहा है, या ये कहे कि इस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ के जरिये दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ को ईसाइयत में लपेटने की तैयारी का ये बड़ा हिसà¥à¤¸à¤¾ है। यानि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ धराधाम से जà¥à¥œà¥‡ महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को छोटा करो और जीसस को बड़ा। असल में किसी धरà¥à¤® या समाज को कमजोर करना है तो सबसे पहले उससे जà¥à¥œà¥‡ महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का मजाक बनाया जाता है और लोगों का सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ तोड़ा जाता है। यह à¤à¤¸à¤¾ धीमा विष दिया जाता है जिसमें उस समाज से जà¥à¥œà¥‡ लोग अपने ही देश, अपने ही पूरà¥à¤µà¤œ, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, à¤à¤¾à¤·à¤¾, आसà¥à¤¥à¤¾, पूजा पदà¥à¤§à¤¤à¤¿, देवता व आचार विचार à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ की जीवन शैली का मजाक बनाने लगते हैं और अपने ही महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का मजाक बनाने में उनको अथाह संतà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ मिलने लगती है।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ में धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ कराने वाली ईसाई मिशनरी à¤à¤¸à¥‡ ही योजनाबदà¥à¤§ तरीके से सनातन धरà¥à¤® और à¤à¤¾à¤°à¤¤ की जड़ों को काटने का कारà¥à¤¯ सदियों से करती आ रही हैं। जिनको समय-समय पर और परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° राजनीतिक संरकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता रहा है। गनà¥à¤¦à¥€ दमनकारी राजनीति और सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ राजनीतिजà¥à¤žà¥‹à¤‚ ने अपने ही राषà¥à¤Ÿà¥à¤° और समाज को बेचने और सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• जड़ों को काटने का काम किया है। धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ का ये खेल अब खà¥à¤²à¤•à¤° सामने आ रहा है। उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ में चंगाई सà¤à¤¾à¤“ से लेकर पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल, असम, केरल, या फिर तमिलनाडॠसहित पूरे दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में ही नही बलà¥à¤•à¤¿ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में बड़ी-बड़ी और ईसाई मिशनरियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तेजी के साथ अलग अलग रासà¥à¤¤à¥‹à¤‚ से अलग अलग तरीकों से धरà¥à¤®à¤¾à¤‚तरण का खेल खेला जा रहा है।
à¤à¤²à¥‡ ही किसी देश के पास जल, थल और वायॠतीन तरह की सेनाà¤à¤‚ हो। लेकिन यूरोपीय देशों के पास थल सेना, जल, सेना, वायॠसेना और चरà¥à¤š की सेना है। à¤à¤• वैचारिक हथियार लिठबिशप आरà¥à¤š बिशप, नन, पादरियों की यह सेना à¤à¥‡à¤œà¥€ जाती है। जो सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों के लिठशिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ सेवा के नाम पर जीत का माहौल तैयार करती है और धीरे-धीरे वह समसà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों पर कबà¥à¤œà¤¾ कर लेते हैं। चरà¥à¤š और षडà¥à¤¯à¤‚तà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का मकड जाल इतनी धूरà¥à¤¤à¤¤à¤¾ से अपना काम सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ बौदà¥à¤§à¤¿à¤• वरà¥à¤— में करता है की वहाठकी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ कब नषà¥à¤Ÿ हो गयी पता ही नही चलता।
आप सà¥à¤µà¤¯à¤‚ समà¤à¤¿à¤¯à¥‡ 800 करोड़ की लागत से बनने वाली यीशॠकी यह विशालकाय पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ के लिठधन कहाठसे आ रहा है? करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• के धरà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤°à¤¿à¤¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ इसाई तो इतना धनाडà¥à¤¯ नहीं है फिर इस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ के लिठधन का सà¥à¤°à¥‹à¤¤ कà¥à¤¯à¤¾ है? असल में ईसाइयत का खेल खेलने के लिठविदेशों से हजारों करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¤¾ थोक के à¤à¤¾à¤µ à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‡à¤œà¤¾ जाता है सिरà¥à¤« इतना ही नहीं, इसके लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤ मे ही बैठे हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ विरोधी और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥‹à¤‚ को धन उपलबà¥à¤§ कराते हैं। धरà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤°à¤£ के लिठसबसे पहले निशाना बनाया जाता है गरीब दलित और आदिवासियों को जिनकी गरीबी और अशिकà¥à¤·à¤¾ को हथियार बना कर, धन का लालच देकर, बहला फà¥à¤¸à¤²à¤¾à¤•à¤° कर हाथों में बाइबल और कà¥à¤°à¥‰à¤¸ थमा दिया जाता है और उनको अपनी ही संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ व धरà¥à¤® का दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ बना दिया जाता है। आप कह सकते हैं कि धीरे धीरे उनको मानसिक गà¥à¤²à¤¾à¤® बना दिया जाता है। इन सबके लिठये ईसाई मिशनरी तरह तरह की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚, पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° माधà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚, फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ व चरà¥à¤š में होने वाली नियमित बैठकों के साथ साथ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सहारा लेते हैं और नितांत योजनाबदà¥à¤§ तरीके से लोगों के दिमाग मे उनके ही गौरव पूरà¥à¤£ इतिहास, देवी देवताओं तीरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ और महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ विष à¤à¤°à¤¨à¥‡ के लिये पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ सतà¥à¤° चलाये जाते हैं और वो इस कारà¥à¤¯ मे सफल à¤à¥€ हैं।
à¤à¤• समय से जातिवाद à¤à¤¾à¤°à¤¤ की कमजोरी रहा है और षड़यंतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥€ इसी कमजोरी का फायदा उठाकर दलित कारà¥à¤¡ खेलकर उनको हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं से अलग धरà¥à¤® वाला बताने में लगे हैं। पिछड़े à¤à¤µà¤‚ नासमठतथाकथित दलितों का दिमाग परिवरà¥à¤¤à¤¨ करके उनको नासà¥à¤¤à¤¿à¤• बनाया जाता है फिर कैसे à¤à¥€ लालच देकर ईसाई बना लिया जाता है।
पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की à¤à¤• धरà¥à¤® और आतà¥à¤®à¤¾ होती है और à¤à¤¾à¤°à¤¤ का धरà¥à¤® वैदिक और आतà¥à¤®à¤¾ सनातनी है जिनको नषà¥à¤Ÿ करने के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किये जा रहे हैं। विदेशों में बैठे धरà¥à¤® के वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¥€ खà¥à¤²à¤•à¤° वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° कर रहे हैं और à¤à¤¾à¤°à¤¤ को धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ की मंडी बनाया हà¥à¤† है। जगह जगह धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ की दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‡à¤‚ चल रही हैं। जिसमें हमारी चà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€, लचर कानून वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और राजनीतिक इकà¥à¤·à¤¾à¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿ की कमी के कारण हम उनका शिकार बनते जा रहे हैं। सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ काफी हद तक बिगड़ चà¥à¤•à¥€ है, धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ के ठेकेदार इतने कमजोर नहीं रहे कि हम तà¥à¤°à¤‚त राषà¥à¤Ÿà¥à¤° को खंडित करने वाले इस षड़यंतà¥à¤° को रोक पाà¤à¤‚गे। इसके लिठलड़ाई लड़नी पड़ेगी सोई हà¥à¤ˆ सरकारों को आगाह करना पड़ेगा। अपनी कमियों का à¤à¥€ आकलन करना पड़ेगा। छà¥à¤† छूत ऊंच नीच और अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पूरà¥à¤£à¤¤à¤¯à¤¾ समापà¥à¤¤ करके नई पीà¥à¥€ में समानता और à¤à¤•à¤¤à¤¾ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ जगानी होगी। आने वाली पीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ अंधकारमय और गà¥à¤²à¤¾à¤® न बने इसके लिठसà¥à¤µà¤¯à¤‚ को जगाने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। वरना à¤à¤¸à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¯à¥‡ खड़ी होती चली जाà¤à¤—ी और लोगों की आसà¥à¤¥à¤¾ इस à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ धराधाम के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ न होकर वेटिकन के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ हो जाà¤à¤—ी।
ALL COMMENTS (0)