गिलगित बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ पर किसका हक
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Rajeev ChoudharyDate
14-May-2020Category
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कशà¥à¤®à¥€à¤° का à¤à¤• हिसà¥à¤¸à¤¾ जिस पर पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ 70 सालों से कबà¥à¥›à¤¾ जमाये बैठा इस हिसà¥à¤¸à¥‡ का नाम है गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥¤ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• रूप से ये दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के बेशà¥à¤®à¤¾à¤° खà¥à¤¬à¤¸à¥‚रत इलाकों में गिना जाता है। हालाà¤à¤•à¤¿ गिलगित बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ के बारे में अà¤à¥€ तक बहà¥à¤¤ कम लोग जानते थे. लेकिन अब इस शबà¥à¤¦ का बार-बार पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— हो रहा है।
इसी साल जब à¤à¤¾à¤°à¤¤ में लॉकडाउन था तब 30 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² को पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ में चà¥à¤¨à¤¾à¤µ कराने को मंजूरी दे दी थी। जिससे à¤à¤¾à¤°à¤¤ नाराज हो गया। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ विदेश मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ ने इस पर कड़ी आपतà¥à¤¤à¤¿ जताई। विदेश मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ ने यहाठतक कहा कि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ को चà¥à¤¨à¤¾à¤µ कराने की बजाठगिलगित और बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ को तà¥à¤°à¤‚त ख़ाली करना चाहिà¤à¥¤ उसे वहाठचà¥à¤¨à¤¾à¤µ कराने का पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ को कोई अधिकार नहीं है. कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने गैर कानूनी रूप से इन कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ को अपने कबà¥à¤œà¥‡ में रखा हà¥à¤† है।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ पूरे जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° को अपना अà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ अंग मानता है जिसमें पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ अधिकृत कशà¥à¤®à¥€à¤° और गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ दोनों आते हैं। इसी कारण à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मौसम विà¤à¤¾à¤— ने पिछले हफà¥à¤¤à¥‡ ही गिलगित-बालà¥à¤Ÿà¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ और मà¥à¤œà¤«à¥à¤«à¤°à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ का मौसम का हाल बताना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया है।
अब सवाल है कि आखिर गिलगित बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ का हिसà¥à¤¸à¤¾ किसका है à¤à¤¾à¤°à¤¤ का या पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ का है? हालाà¤à¤•à¤¿ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ही जब à¤à¤¾à¤°à¤¤ का हिसà¥à¤¸à¤¾ है तो गिलगित बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ उसका हिसà¥à¤¸à¤¾ कहाठसे हà¥à¤†à¥¤
अब इसे इतिहास के नजरिये से देखें तो गिलगित तथा बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• रूप से दो à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजनैतिक इकाइयों के रूप में विकसित हà¥à¤ à¤à¤• समय गिलगित को दरà¥à¤¦à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ à¤à¥€ कहा जाता था। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहाठदरदी à¤à¤¾à¤·à¤¾ बोलने वाले लोग रहते हैं। बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ को मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में छोटा तिबà¥à¤¬à¤¤ कहा जाता था. गिलगित और बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ का à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤‚त के रूप में à¤à¤•à¥€à¤•à¤°à¤£ हिनà¥à¤¦à¥‚ डोगरा राजाओं के शासनकाल में हà¥à¤† था।
पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤¨ काल में यह इलाका मौरà¥à¤¯ वंश के अधीन रहा. कराकोरम राजमारà¥à¤— पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ अशोक के 14 शिलालेख इसका पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ हैं। सातवीं शताबà¥à¤¦à¥€ में राजा ललितादितà¥à¤¯ और उसके पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ कारà¥à¤•à¥‹à¤Ÿ वंश के समय à¤à¥€ गिलगित बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ काशà¥à¤®à¥€à¤° सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ का अà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ अंग रहा। हाठअरबों के साथ कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ हिंदू शासकों का पहला यà¥à¤¦à¥à¤§ कारà¥à¤•à¥‹à¤Ÿ राजवंश के दौरान ही हà¥à¤† था। मधà¥à¤¯ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ और अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के अपने अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के दौरान इस वंश के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– राजाओं जैसे चंदà¥à¤°à¤ªà¥€à¥œ और ललितादितà¥à¤¯ का सामना अरबी लà¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¥‹à¤‚ से हà¥à¤† तब यहाठके लोगों ने पहली बार इसà¥à¤²à¤¾à¤® का नाम सà¥à¤¨à¤¾ था।
यही वो समय था जब राजा ललितादितà¥à¤¯ ने अपने शासनकाल में शेष à¤à¤¾à¤°à¤¤ से काशà¥à¤®à¥€à¤° के à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥‹à¤‚ को मजबूत किया। मोहमà¥à¤®à¤¦ बिन-क़ासिम सिंध पर विजय के बाद कशà¥à¤®à¥€à¤° की ओर बà¥à¥‡ जरूर थे, लेकिन उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोई विशेष सफलता हाथ नहीं लगी। उनकी अकाल मृतà¥à¤¯à¥ की वजह से उनका कोई दीरà¥à¤˜à¤•à¤¾à¤²à¤¿à¤• शासन à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ न हो सका. इसका à¤à¤• पूरा लमà¥à¤¬à¤¾ इतिहास है हम फिर किसी दिन इस पर चरà¥à¤šà¤¾ करेंगे।
अब बात ये है कि मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में कशà¥à¤®à¥€à¤° पर मà¥à¤—लों और अफगानी लà¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¥‹à¤‚ की नजर गयी इस कारण गिलगित और बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ मà¥à¤—ल शासन के अधीन à¤à¥€ रहा इस कारण यहाठकà¥à¤› सूफी à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚ गये कà¥à¤› बà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤µà¤¾à¤¸ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने किया तो बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में तलवार के दम पर हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं को इसà¥à¤²à¤¾à¤® में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ कर दिया गया।
मà¥à¤—ल शासन दà¥à¤°à¥à¤¬à¤² होने के बाद साठवरà¥à¤·à¥‹à¤‚ तक काशà¥à¤®à¥€à¤° में अफगान शासन रहा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसकी सीमा अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से à¤à¥€ मिलती है पर उस समय à¤à¥€ गिलगित और बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ काशà¥à¤®à¥€à¤° सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ का अंग था। अफगानी शासन के अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से पीड़ित होकर पणà¥à¤¡à¤¿à¤¤ बीरबल धर के नेतृतà¥à¤µ में काशà¥à¤®à¥€à¤° की जनता ने सिख महाराजा रणजीत सिंह से गà¥à¤¹à¤¾à¤° लगाई। तब महाराजा रणजीत सिंह जी ने जून 1819 को काशà¥à¤®à¥€à¤° पर आकà¥à¤°à¤®à¤£ किया और अफगानी शासन से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ दिलाई।
महाराजा रणजीत सिंह जी ने जमà¥à¤®à¥‚ का कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° गà¥à¤²à¤¾à¤¬ सिंह को जागीर के रूप में दे दिया। उस दौरान कई यà¥à¤¦à¥à¤§ हà¥à¤ और राजनैतिक घटनाकà¥à¤°à¤® à¤à¥€ परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤ नतीजा 9 मारà¥à¤š 1846 की लाहौर सनà¥à¤§à¤¿ के बाद समूचे जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° राजà¥à¤¯ पर महाराजा गà¥à¤²à¤¾à¤¬ सिंह का à¤à¤•à¤›à¤¤à¥à¤° राज सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤
लेकिन जैसे ही रूस में कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति आरमà¥à¤ हà¥à¤ˆ, सोवियत रूस ने 1934 में चीन के शिनजिआंग पà¥à¤°à¤¾à¤‚त पर कबà¥à¤œà¤¾ कर लिया तब बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¥‡à¤¨ ने महाराजा से संधि कर इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° को 60 साल के लिठपटà¥à¤Ÿà¥‡ पर ले लिया था ताकि रà¥à¤¸à¥€ और चीनी सेना इस और न बॠपाà¤, अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ ने गिलगित à¤à¤œà¥‡à¤‚सी बनाई और गिलगित सà¥à¤•à¤¾à¤‰à¤Ÿ नामक सैनà¥à¤¯ टà¥à¤•à¥œà¥€ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की जिसमें अधिकांश अफसर बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ थे।
इधर जैसे ही à¤à¤¾à¤°à¤¤ की आजादी की बात शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆ तो 3 जून 1947 को मॉउंटबैटन ने लीज तोड़कर गिलगित को फिर महाराजा हरीसिंह को सौंप दिया गया और इसके साथ ही गिलगित सà¥à¤•à¤¾à¤‰à¤Ÿà¥à¤¸ à¤à¥€ महाराजा के अधीन हो गयी।
लेकिन गिलगित-सà¥à¤•à¤¾à¤‰à¤Ÿà¥à¤¸ के कमांडर करà¥à¤¨à¤² मिरà¥à¤œà¤¾ हसन खान ने कशà¥à¤®à¥€à¤° के राजा हरि सिंह के खिलाफ विदà¥à¤°à¥‹à¤¹ कर दिया इसमें उसे साथ मिला à¤à¤• अंगà¥à¤°à¥‡à¤œ अफसर मेजर डबà¥à¤²à¤¯à¥‚. à¤. बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤¨ का जिसनें महाराज से गदà¥à¤¦à¤¾à¤°à¥€ की। जैसे ही 1 नवमà¥à¤¬à¤°, 1947 को गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ की आजादी का à¤à¤²à¤¾à¤¨ हà¥à¤† 2 नवंबर को बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤¨ ने पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ का à¤à¤‚डा फहरा दिया। इसके दो हफà¥à¤¤à¥‡ बाद पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ सरकार की तरफ से सदर मोहमà¥à¤®à¤¦ आलम गिलगित के पॉलिटिकल à¤à¤œà¥‡à¤‚ट बनाठगà¤à¥¤ इस तरह à¤à¤• अंगà¥à¤°à¥‡à¤œ अफसर की गदà¥à¤¦à¤¾à¤°à¥€ से गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ का इलाका बन गया। जबकि इससे कà¥à¤› ही दिन पहले ही यानि 26 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर, 1947 को हरि सिंह ने जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° रियासत के à¤à¤¾à¤°à¤¤ में विलय की मंजूरी दे दी थी। गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ की आजादी की घोषणा करने के 21 दिन बाद ही पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने इस इलाके पर कबà¥à¤œà¤¾ जमा लिया। आज पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ जिस समà¤à¥‹à¤¤à¥‡ को लेकर विशà¥à¤µ à¤à¤° घूम रहा है असल में उस समà¤à¥‹à¤¤à¥‡ में गिलगित बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ का कोई मौजूद नहीं है। उसमें दो लोग à¤à¤¾à¤°à¤¤ के हिसà¥à¤¸à¥‡ वाले कशà¥à¤®à¥€à¤° के और à¤à¤• करांची का मौजूद था। शà¥à¤°à¥‚ में 2 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² 1949 तक गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के कशà¥à¤®à¥€à¤° के कबà¥à¤œà¥‡ वाला हिसà¥à¤¸à¤¾ माना जाता रहा। लेकिन 28 अपà¥à¤°à¥ˆà¤², 1949 को पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के कबà¥à¤œà¥‡ वाले कशà¥à¤®à¥€à¤° की सरकार के साथ à¤à¤• समà¤à¥Œà¤¤à¤¾ हà¥à¤† जिसके तहत गिलगित के मामले को सीधे पकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की केंदà¥à¤° सरकार के अधीनसà¥à¤¥ कर दिया गया। इस करार को कराà¤à¤šà¥€ समà¤à¥Œà¤¤à¥‡ के नाम से जाना जाता है।
आज पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में पाक अधिकृत कशà¥à¤®à¥€à¤° के लिठà¤à¤• अलग संविधान है। यहां इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ के इशारे पर à¤à¤• कठपà¥à¤¤à¤²à¥€ सरकार à¤à¥€ चलती है। लेकिन गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ सीधे इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ के नियंतà¥à¤°à¤£ में रहा। पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की सरकार ने इलाके को नारà¥à¤¦à¤¨ à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤œ कहना शà¥à¤°à¥‚ किया। इलाके पर जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° फौज का नियंतà¥à¤°à¤£ रहा। यहां 2009 में जाकर चà¥à¤¨à¤¾à¤µ हà¥à¤ लेकिन यहां की असेंबली अपने बूते कोई कानून नहीं बना सकती। सारे फैसले à¤à¤• काउंसिल लेता है, जिसके अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ होते हैं। 2009 में नारà¥à¤¦à¤¨ à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤œ का नाम बदलकर गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ कर दिया।
अब चीन पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ का बिग बà¥à¤°à¤¦à¤° है। उसने पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में बहà¥à¤¤ निवेश कर रखा है. गà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤° में à¤à¤• बड़ा सा पोरà¥à¤Ÿ à¤à¥€ बनाया है। चीन की à¤à¤• और बड़ी योजना है चाइना-पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ इकोनॉमिक कॉरिडोर. इसकी लागत है 3 लाख 51 हजार करोड़. माने बहà¥à¤¤ पैसा लगा है। ये कॉरिडोर गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ से गà¥à¤œà¤°à¤¨à¤¾ है। अब चीन नहीं चाहता कि उसकी परियोजना à¤à¤¸à¥‡ इलाके से निकले जिसे लेकर किसी तरह का विवाद हो। जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° को दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के कई देश विवादित मानते हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ इस परियोजना पर अपना विरोध à¤à¥€ जता चà¥à¤•à¤¾ है। इसलिठपाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ इलाके को विवादों से दूर ले जाना चाहता है ताकि परियोजना चलती रहे। इसलिठकहा जा रहा है कि गिलगित-बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ को जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° से अलग, पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ का à¤à¤• राजà¥à¤¯ बनाने में चीन अहमॠरोल निà¤à¤¾ रहा है। लेकिन इससे गिलगित बलà¥à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ की जनता नाखà¥à¤¶ है यही कारण है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ अब कह रहा है कि उन इलाकों में किसी à¤à¥€ तरह की à¤à¤•à¤¤à¤°à¤«à¤¾ हेराफेरी गैरकानूनी है और बिलकà¥à¤² बरà¥à¤¦à¤¾à¤¶à¥à¤¤ नहीं की जाà¤à¤—ी।
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