सनातन मंचो से à¤à¤Ÿà¤•à¥‡ कथावाचक
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Rajeev ChoudharyDate
25-May-2020Category
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à¤à¤¾à¤°à¤¤ में आजकल à¤à¤¾à¤—वत कथा के नाम पर à¤à¤• दूसरी ही कथा चल रही है। इस कथा में योगेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ जी महाराज की जीवनलीला के बीच में अलà¥à¤²à¤¾à¤¹ मोला जीसस और नबी आ गये है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ के कà¥à¤› बड़े पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ कथावाचक है, जिनका काम सामानà¥à¤¯ जनों तक धरà¥à¤® का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का चरितà¥à¤° पहà¥à¤‚चाने का है। वह आजकल इसà¥à¤²à¤¾à¤® का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° कर रहे है। सोशल मीडिया पर अनेकों à¤à¤¸à¥€ विडियो घूम रही है जिनमें कथित कथावाचक सनातन मंचो का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— अपने किसी निजहित के लिठकरते दिख रहे है। निजहित इसलिठकहा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब ये लोग मà¥à¤«à¥à¤¤ में à¤à¤¾à¤—वत कथा नहीं करते तो मà¥à¤«à¥à¤¤ में नमाज अजान का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ रहे है?
आखिर à¤à¤¾à¤—वत कथा करते करते ये लोग अचानक कà¥à¤°à¤¾à¤¨ कथा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ करने लगे? कहीं à¤à¤¸à¤¾ तो कि धारà¥à¤®à¤¿à¤• टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥‹ को मजहब विशेष दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कà¥à¤› फंड दिया जा रहा हो। या फिर यह लोग इतने धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में इतने अंधे हो गये कि अपना धरà¥à¤® दिखाई नहीं देता और 1400 साल पहले à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ खड़ा किया संगठन इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ धरà¥à¤® दिखाई देने लगा? अगर à¤à¤¸à¤¾ है तो जब किसी धरà¥à¤® के धà¥à¤µà¤œà¤µà¤¾à¤¹à¤• ही पथ पथà¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ हो जाये तो उस धरà¥à¤® का कà¥à¤¯à¤¾ होगा यह हम सबको सोचना होगा!
आखिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ किसी को जीसस और मोहममà¥à¤¦ की करà¥à¤£à¤¾ दिखाई दे रही है, आखिर योगिराज शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ जी महाराज के जीवन चरितà¥à¤° के बीच में अलà¥à¤²à¤¾à¤¹ मोला जीसस मोहमà¥à¤®à¤¦ कहाठसे आ गये? वà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤ªà¥€à¤ पर बैठकर à¤à¤• कथावाचक देवी चितà¥à¤°à¤²à¥‡à¤–ा जी अब कह रही है कि कà¥à¤¯à¤¾ फरà¥à¤• पड़ता है मैं तो सà¤à¥€ धरà¥à¤®à¥‹ में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करती हूà¤à¥¤
शायद इन देवी जी को इतिहास का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ नहीं है कि कà¤à¥€ ईरान के पारसी à¤à¥€ सोचते थे कि कà¥à¤¯à¤¾ फरà¥à¤• पड़ता है, नतीजा आज इरान में पारसी नहीं है। कà¤à¥€ अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के हिनà¥à¤¦à¥‚ और बौदà¥à¤§ सोचते थे कà¥à¤¯à¤¾ फरà¥à¤• पड़ता है परिणाम आज वहां न बौदà¥à¤§ है न हिनà¥à¤¦à¥‚। कà¤à¥€ बलूचिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के हिनà¥à¤¦à¥‚ à¤à¥€ सोचते थे कि कà¥à¤¯à¤¾ फरà¥à¤• पड़ता है आज बलूचिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में हिनà¥à¤¦à¥‚ नहीं है, कà¤à¥€ लाहौर और पेशावर के सिख à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¥€ सोचते थे कि कà¥à¤¯à¤¾ फरà¥à¤• पड़ता है आज लाहौर में सिख नहीं है। कà¤à¥€ कशà¥à¤®à¥€à¤° के हिनà¥à¤¦à¥‚ सोचते होंगे कà¥à¤¯à¤¾ फरà¥à¤• पड़ता है आज घाटी के हिनà¥à¤¦à¥‚ जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पंडित कहा जाता है उनसे जाकर पूछिठपता चल जायेगा कà¥à¤¯à¤¾ फरà¥à¤• पड़ता है।
असल में आज कल जिस तरह कोई à¤à¥€ उठकर कथा करने लगा हैं, उससे यह à¤à¤• पूरा बिजनेस बन गया? कथावाचकों की बà¥à¤¤à¥€ लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ मजेदार कथावाचक पैदा कर रही है। ये à¤à¤¸à¥‡ कथावाचक हैं जो सतà¥à¤¸à¤‚ग के गà¥à¤° इंसà¥à¤Ÿà¤¿à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट में सीख कर आ रहे हैं और वह à¤à¥€ गà¥à¤°à¥à¤¦à¤•à¥à¤·à¤¿à¤£à¤¾ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ फीस देकर। कà¤à¥€ आप वृंदावन जाà¤à¤‚ तो वहां की दीवारों पर गौर करें। कैसे वहां की दीवारें फटाफट कथावाचक बना देने वाले दावों से वे अंटी पड़ी हैं। वृंदावन में कथावाचक पैदा करने à¤à¤•-दो नहीं बलà¥à¤•à¤¿ 100 के करीब सेंटर खà¥à¤² गठहैं। इनमें से कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ हैं जो 3 से 6 महीने में ही à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¤°à¥à¤Ÿ कथावाचक बनाने का दावा करते हैं। और तीन महीने में सीख कर आये कथा वाचक आजकल गोपियों के किसà¥à¤¸à¥‡ सà¥à¤¨à¤¾ रहे है।
हालाà¤à¤•à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ के साथ इसका आरमà¥à¤ मà¥à¥šà¤²à¤•à¤¾à¤² से शà¥à¤°à¥‚ हो गया था जब मà¥à¤—लों ने देखा था कि योगेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ जी का चरितà¥à¤° इतना ऊà¤à¤šà¤¾ और महान है कि उनका नबी शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ जी का मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ नहीं कर सकता तब रहीम और रसखान दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कृषà¥à¤£ के चरितà¥à¤° को बदनाम करने का काम शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤†à¥¤ रहीम ने अपने दोहों में कृषà¥à¤£ से गोपियों के कपडे चोरी करने की कथा जोड़ दी और रसखान ने सà¥à¤œà¤¾à¤¨ रसखान और पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤µà¤¾à¤Ÿà¤¿à¤•à¤¾ में उनकी 16 हजार पतà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤ जोड़ दी तथा शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ जी को रसिक रासलीला वाला करने वाला बना दिया। माखन चोर से लेकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ छिपकर कपडे चà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ वाला बना दिया। गीत बना कि मनिहार का वेश बनाया शà¥à¤¯à¤¾à¤® चूड़ी बेचने आया, अशà¥à¤²à¥€à¤² कथा जोड़ दी कि उनके आगे पीछे करोड़ो सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ नाचती थी वो रासलीला रचाते थे।
जबकि शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ की बांसà¥à¤°à¥€ में सिवाय धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ और आनंद और साधना के और कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं था पर मीरा के à¤à¤œà¤¨ में दà¥à¤– खड़े हो गये, पीड़ा खड़ी हो गयी। सूरदास के कृषà¥à¤£ कà¤à¥€ बड़े नही होते उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी सारी कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ कृषà¥à¤£ के बचपन पर ही थोफ डाली। पता नही बड़े कृषà¥à¤£ से सूरदास जी को कà¥à¤¯à¤¾ खतरा था। हजारों सालों तक कृषà¥à¤£ के जीवन को हर किसी ने अपने तरीके से रखा à¤à¤¾à¤—वत कथा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ लगे। कृषà¥à¤£ का असली चरितà¥à¤° जो वीरता का चरितà¥à¤° था जो साहस का था, जो जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का था जो नीति का था, जिसमें यà¥à¤¦à¥à¤§ की कला थी वो सब हटा दिया नकली खड़ा कर दिया जिसका नतीजा आने वाली नसà¥à¤²à¥‡à¤‚ नपà¥à¤‚सक होती गयी। रासलीला की बात के पीछे हमारी कायरता छà¥à¤ª कर बैठगई है।
जिस तरह आज ये वà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤ªà¥€à¤ पर बैठे कथाकार शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ जी को रसिक बोलते है कà¥à¤¯à¤¾ ये जानते कि सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जाति के समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की बात अगर आये तो कृषà¥à¤£ जैसा कोई उदहारण इस संसार नहीं मिलेगा। मोहमद ने सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को पà¥à¤°à¥à¤· की खेती कहा, तो जीसस ने तो उनके बीच पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ करने से मना कर दिया। बà¥à¤¦à¥à¤§ ने सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ से को दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने से मना किया। महावीर ने तो सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को मोकà¥à¤· के लायक ही नहीं समà¤à¤¾à¥¤ 24 तीरà¥à¤¥à¤•à¤°à¥‹à¤‚ में à¤à¤• तीरà¥à¤¥à¤•à¤° थी मलà¥à¤²à¤¿à¤¬à¤¾à¤ˆ उसका नाम à¤à¥€ बदलकर मलà¥à¤²à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ कर दिया। परनà¥à¤¤à¥ कृषà¥à¤£ ने à¤à¥‚लकर à¤à¥€ जरा-सा à¤à¥€ अपमान किसी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का नहीं किया। ये जरà¥à¤° हो सकता है कि सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जाति कृषà¥à¤£ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करती रही होगी लेकिन इन à¤à¥‚ठके ठेकेदारों ने खà¥à¤¦ महिलाओं का शोषण करने के लिठशà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ के महान चरितà¥à¤° को रासलीला से जोड़ दिया। सोचिये जो शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ à¤à¤°à¥€ सà¤à¤¾ में दà¥à¤°à¥‹à¤ªà¤¦à¥€ को नगà¥à¤¨ करने पर जाकर कपडे से ढक देते है, वो à¤à¤²à¤¾ किसी को नंगा देखने के लिठकपडें चà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚गे?
लेकिन निति, जà¥à¤žà¤¾à¤¨, धà¥à¤¯à¤¾à¤¨, तप और साधना के सिरमौर योगेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ जी के चरितà¥à¤° को वह लोग कलंकित कर रहे है। जो अपने करोड़ो अरबो के टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ बनाकर महलों में सà¥à¤– à¤à¥‹à¤— रहे और à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ जी की कथा में अलà¥à¤²à¤¾à¤¹ मोला कर रहे है। और बेशरà¥à¤®à¥€ के साथ कह रहे है कि कà¥à¤¯à¤¾ फरà¥à¤• पड़ता है। ये आज के जयचंद है जो थोड़ी सी पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ के लिठपैसा कमाने के लिठआज à¤à¤—वान कृषà¥à¤£ को आरोपित कर रहे है। हालाà¤à¤•à¤¿ धरà¥à¤® की बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ में योगेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ हमेशा से जीवित है और रहेंगे, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोई मिटा नहीं सकता। लेकिन जरà¥à¤°à¤¤ है इन फरà¥à¤œà¥€ कथावाचकों से बचने की जो à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ जी के चरितà¥à¤° को कलंकित कर रहे है और जीसस और मोहमà¥à¤®à¤¦ को महान बता रहे है। जो धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ साधना छोड़कर नमाज अजान का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° कर रहे है और फिर कह रहे है कà¥à¤¯à¤¾ फरà¥à¤• पड़ता है।
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