बौदà¥à¤§ और नवबौदà¥à¤§ में अंतर
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Rajeev ChoudharyDate
03-Jun-2020Category
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मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® रामचनà¥à¤¦à¥à¤° जी की पवितà¥à¤° नगरी अयोधà¥à¤¯à¤¾ हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं के लिठबहà¥à¤¤ ही महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। यहां पर शà¥à¤°à¥€ रामचनà¥à¤¦à¥à¤° जी का जनà¥à¤® हà¥à¤† था। यह राम जनà¥à¤®à¤à¥‚मि है। राम à¤à¤• à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• महापà¥à¤°à¥à¤· थे किनà¥à¤¤à¥ अब जैसे ही सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ के आदेश के बाद अयोधà¥à¤¯à¤¾ राम मंदिर बनने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ आरमà¥à¤ हà¥à¤ˆ तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ की à¤à¤• नई नसà¥à¤² जिसे नवबोदà¥à¤§ कहा जा रहा है। इन लोगों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• नया आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ चलाना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया कि राम जनà¥à¤® à¤à¥‚मि सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के नीचे पहले बोदà¥à¤§ विहार और मठथा।
अगर à¤à¤• पल को इन तथाकथित बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¥€à¤µà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के वंशजों की बात मान à¤à¥€ ले कि मीर बाकि ने शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® जी का नहीं महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ का मठया विहार तोड़कर मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ बनाई थी, तो 492 साल से आप कहाठथे? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कà¤à¥€ वहां अपना दावा पेश नहीं किया, जब 1992 में विवादित ढांचा गिराया गया तब ये लोग कहाठथे? चलो ये à¤à¥€ छोड़ दिया जाये इस सवाल का जवाब कहाठमिलेगा कि संविधान के रचियता बाबा साहेब आंबेडकर जी जो बाद में सà¥à¤µà¤¯à¤‚ बौदà¥à¤§ बन गये थे और सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पहले कानून मंतà¥à¤°à¥€ à¤à¥€ रहे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तो कोई केस फाइल नहीं किया कि विवादित मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ के नीचे महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ का कà¥à¤› लेना देना था?
बाबरी विवाद में कà¥à¤² पकà¥à¤·à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ में कितने पकà¥à¤·à¤•à¤¾à¤° नवबौदà¥à¤§ थे.? चूà¤à¤•à¤¿ अब जैसे ही मजहब विशेष के लोग नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤²à¤¯ में बाबरी का केस हार गये और राम मंदिर का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥‚ हो गया है। तो शायद मजहब विशेष से जà¥à¥œà¥‡ लोगों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नवबौदà¥à¤§ आगे बà¥à¤¾à¤¯à¥‡ कि महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ का à¤à¥€ अयोधà¥à¤¯à¤¾ में लेना देना था। अगर कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं होगा तो मन मà¥à¤Ÿà¤¾à¤µ तो जरà¥à¤° होगा ही।
इस मामले में à¤à¤• चीज को देखिये कि राम मनà¥à¤¦à¤¿à¤° जमीन पर ये दावा बà¥à¤¦à¥à¤§ के असली उपासकों ने नहीं किया कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वो वह महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ का सार समà¤à¤¤à¥‡ है, महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ के बताये चार आरà¥à¤¯ सतà¥à¤¯ का मारà¥à¤— समà¤à¤¤à¥‡ है। आज वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में à¤à¥€ दलाई लामा जैसे संत इस देश में है जो बà¥à¤¦à¥à¤§ के साथ-साथ सनातन की à¤à¥€ महतà¥à¤¤à¤¾ समà¤à¤¤à¥‡ है। मà¥à¤¯à¤¾à¤‚मार में बौदà¥à¤§ à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¥ विरातà¥à¤¹à¥‚ इस सार को समà¤à¤¤à¤¾ है और शà¥à¤°à¥€à¤²à¤‚का में बौदà¥à¤§ संत अतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¥‡ रतना तक जानते है कि बà¥à¤¦à¥à¤§ ने न शà¥à¤°à¥€ राम का विरोध किया और ही न शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ जी का। न अपने किसी à¤à¥€ उपदेश में महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ ने सतà¥à¤¯ सनातन वैदिक धरà¥à¤® का विरोध किया। बलà¥à¤•à¤¿ और महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ ने à¤à¤• सिदà¥à¤¦à¤¾à¤‚त दिया à¤à¤¸: धमà¥à¤®à¥‹ सनंतनो अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ सनातन धरà¥à¤® यही है।
अब ये जो नवबौदà¥à¤§ है इनके साथ सबसे बड़ी समसà¥à¤¯à¤¾ ये है कि जय मीम जय à¤à¥€à¤® वाला संगठन है। वामन मेशà¥à¤°à¤¾à¤® राखी रावण जैसे कà¥à¤› दिगà¥à¤à¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ लोग इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ कर रहे है। इनका काम सिरà¥à¤« इतना है कि ये लोग मनà¥à¤µà¤¾à¤¦ को गाली, खà¥à¤¦ को मूलनिवासी नाम की बीमारी से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ बताना है यानि इन लोगों ने कसम खाई कि हम महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ जी के महान वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤µ को मिटटी में मिला देंगे।
बà¥à¤¦à¥à¤§ ने शांति का उपदेश दिया नवबौदà¥à¤§à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शांति का नहीं नफरत का जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया जा रहा है। इनके आकाओं मकसद है हिनà¥à¤¦à¥‚ को आपस में लड़ाना ओर दलितों को बौदà¥à¤§ बनाना। इसके बाद जिस तरीके से नफरत परोसी जा रही है सवाल है कि कà¥à¤¯à¤¾ महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ ने à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही किया था? कà¥à¤¯à¤¾ नवबौदà¥à¤§ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ से शिकà¥à¤·à¤¾ लेकर ये कारà¥à¤¯ कर रहे हैं? कà¥à¤¯à¤¾ नवबौदà¥à¤§ सचमà¥à¤š ही बौदà¥à¤§ धरà¥à¤® के सही मारà¥à¤— पर हैं? à¤à¤¸à¥‡ कई सवाल पूछ सकते हैं. पूछिठउनसे कि कà¥à¤¯à¤¾ महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤§ ने राम और कृषà¥à¤£ को अपशबà¥à¤¦ कहे थे? शायद कोई जवाब नहीं आà¤à¤—ा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ के बौदà¥à¤§ समाज को छोड़कर दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में कहीं à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ बौदà¥à¤§ समाज ढूंढना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² है जो नफरत à¤à¤°à¥€ राजनीती का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता हो।
यदि बौदà¥à¤§ मत नफरत के आधार पर खड़ा होता या उनकी हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं से कोई लड़ाई होती तो निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही उनके साà¤à¤¾ मंदिर नहीं होते। à¤à¤¸à¥‡ अनेकों पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ मंदिर है जहां पर विषà¥à¤£à¥ और बà¥à¤¦à¥à¤§ की साथ-साथ मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ हैं। अजंता और à¤à¤²à¥‹à¤°à¤¾ को अचà¥à¤›à¥‡ से देख लें, बरà¥à¤®à¤¾, थाइलैंड के बौदà¥à¤§ मंदिरों को à¤à¥€ अचà¥à¤›à¥‡ से देख लें।
अब जो लोग सोच रहे है ये नवबौदà¥à¤§ सर मà¥à¤‚डाकर हाथ में घंटी की जगह à¤à¥à¤¨à¤à¥à¤¨à¤¾ पकड़कर जलà¥à¤¦à¥€ ही दलाई लामा, तिबà¥à¤¬à¤¤à¥€ या जापानी बौदà¥à¤§ à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¥ बन जायेंगे तो बेकार सोच है। हाठये जरूर है अगर ये सà¤à¥€ लोग अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° जी के समय में बौदà¥à¤§ बन गये होते तो शायद लोग à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बौदà¥à¤§ धरà¥à¤® को देखने-समà¤à¤¨à¥‡ के लायक जरूर हो गये होते और साथ ही मठों के आपसी à¤à¤—ड़ों को à¤à¥€ देख चà¥à¤•à¥‡ होते।
लेकिन अब बà¥à¤¦à¥à¤§ के तथाकथित अनà¥à¤¯à¤¾à¤ˆ सनातन धरà¥à¤® को कोसने की 22 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤à¤‚ दिलवा रहे है। इसमें सनातन धरà¥à¤® पर अनरà¥à¤—ल टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ करने महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ का अपमान करने, बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥‹à¤‚, कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹, वैशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को गाली देने को ही बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¤® कहा जा रहा है। वामपंथी और कà¥à¤› मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® नेताओं की शह पर कà¥à¤› दलित नेताओ ने दलितों को हिनà¥à¤¦à¥à¤“ से अलग करके उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥œà¤•à¤¾à¤•à¤° राजनीतिक रोटियां सेक रहे है। बेशक बà¥à¤¦à¥à¤§ को मानिये चाहे विषà¥à¤£à¥ का अवतार मान ले या महातà¥à¤®à¤¾ मान ले या इंसान या à¤à¤—वान ही मान ले। बà¥à¤¦à¥à¤§ को आये हà¥à¤ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में मातà¥à¤° 2500 वरà¥à¤· हà¥à¤ है। कà¥à¤¯à¤¾ उसके पहले इनके बाप दादाओं का धरà¥à¤® नही था, कà¥à¤¯à¤¾ वे लोग अधरà¥à¤®à¥€ थे? और कैसे यह मान ले की बौदà¥à¤§ कोई धरà¥à¤® है जब सà¥à¤µà¤¯à¤‚ बà¥à¤¦à¥à¤§ ने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को सनातनी कहा है?
महातà¥à¤®à¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§ ने कà¤à¥€ à¤à¥€ नफरत का संदेश नहीं दिया था न ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¤à¥€ नया धरà¥à¤® अथवा संपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ खड़ा किया था। हां, उनके अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ जरूर बौदà¥à¤§ कहलाà¤, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¤à¥€ à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ नहीं कहा था कि जिससे लोगों के मन में उनके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ घृणा उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो या किसी का दिल दà¥à¤–े। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कà¤à¥€ à¤à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾, विषà¥à¤£à¥, शिव, राम और कृषà¥à¤£ के खिलाफ कà¥à¤› नहीं बोला था। बà¥à¤¦à¥à¤§ ने तो निरà¥à¤µà¤¾à¤£ पथ के संबंध में अपने पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ दिठथे जिसके पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ के चलते उनके काल में लोग बौदà¥à¤§ मारà¥à¤— यानि जà¥à¤žà¤¾à¤¨ मारà¥à¤— पर चल पड़े थे, बà¥à¤¦à¥à¤§ ने तो कà¤à¥€ à¤à¥€ कोई 22 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤à¤‚ नहीं दिलवाई थी।
अब जहाठतक नवबौदà¥à¤§ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जमीन के लिठयाचिका दी जा रही है तो जहां तक सवाल अयोधà¥à¤¯à¤¾ का है तो वहां न तो बà¥à¤¦à¥à¤§ का जनà¥à¤® हà¥à¤†, नहीं वहां उनको संबोधि घटित हà¥à¤ˆ और न ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वहां निरà¥à¤µà¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। हां, उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वहां पर विहार जरूर किया गया। उस काल में इन नगर को साकेत कहा जाता था। गौतम बà¥à¤¦à¥à¤§ का जनà¥à¤® ईसा से 563 साल पहले हà¥à¤† था। सिदà¥à¤§à¤¾à¤°à¥à¤¥ गौतम बà¥à¤¦à¥à¤§ ने गà¥à¤°à¥ विशà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤° के पास वेद, उपनिषदॠऔर योग की शिकà¥à¤·à¤¾ ली थी। कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ शाकà¥à¤¯ वंश में जनà¥à¤®à¥‡à¤‚ गौतम बà¥à¤¦à¥à¤§ ने कà¤à¥€ à¤à¥€ खंडन-मंडन या नफरत के आधार पर अपने सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त या धरà¥à¤® को खड़ा नहीं किया। बलà¥à¤•à¤¿ बिखरे हà¥à¤ सनातन धरà¥à¤® को à¤à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ दी थी लेकिन लोग आज उनके नाम पर नवबौदà¥à¤§ बनकर समाज में बà¥à¤¦à¥à¤§ के सिदà¥à¤¦à¤¾à¤‚त का अपमान कर रहे है। शायद नवबौदà¥à¤§ बने इन लोगों ने बà¥à¤¦à¥à¤§ के सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त जय मीम वालो के हाथों बेच दिठहै।
लेख-राजीव चौधरी
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