2 Days Prashikshan Varg and Vichar Goshti

2 Days Prashikshan Varg and Vichar Goshti organize by Arya Pratinidhi Sabha Uttrakhand

आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तराखण्ड के तत्वावधान में द्वि दिवसीय 'आर्य प्रतिनिधि प्रशिक्षण वर्ग' का आयोजन आर्यसमाज नैनीताल में (23 व 24 सितम्बर) किया गया जिसमें राज्य के गढ़वाल व कुमाऊं मंडल की सभी आर्यसमाजों के प्रतिनिधियों को आमन्त्रित किया गया। अनेक समाजों से आर्यजन (महिला पुरुषों) ने भाग लिया। 22 सितम्बर से ही तीव्र वर्षा प्रारम्भ हुई और 24 की सायं तक जारी रहने का एक लाभ हुआ कि जो आर्यजन पधारे थे वे पूरे समय वर्ग में बने रहे, घूमने की इच्छा लेकर भी आये होंगे तो प्रकृति ने अवरुद्ध कर दिया।

हानि यह रही कि अनेक जन चाह कर भी सम्मिलित न हो सके।
इस कार्यक्रम में सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली के उपमन्त्री श्री विनय आर्य जी ने विशिष्ट चर्चा सत्र लिए। प्रथम सत्र 2 घण्टे का रहा जिसमें आर्यसमाज की स्थापना के मूल उद्देश्यों, स्थापना काल से अब तक की गौरव शाली यात्रा तथा सांगठनिक स्वरूप पर विस्तृत चर्चा की गई। द्वितीय सत्र में 2 घण्टे तक वैदिक धर्म के आधार 'यज्ञ' की वैज्ञानिकता पर सप्रमाण चर्चा हुई। गत वर्ष कराए गए यज्ञ विषयक अनुसन्धान के वैज्ञानिक परिणामों को प्रस्तुत किया गया।प्रत्येक समाज में यज्ञ के प्रचार प्रसार पर विशेष बल दिया जाएगा ऐसा संकल्प भी कराया गया। सायंकालीन सत्र व द्वितीय दिवस का प्रातः कालीन सत्र मेरे द्वारा लिया गया जिसमें अनेक विषयों पर चर्चा हुई विशेष रूप से आर्यसमाज के आध्यात्मिक पक्ष को दृढ़ता के साथ जानकर प्रचारित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।

कार्यक्रम का समापन प्रान्तीय सभा की त्रैमासिक बैठक के साथ हुआ।
इस प्रशिक्षण वर्ग का समस्त आयोजन आर्यसमाज नैनीताल द्वारा किया गया,एतदर्थ वहाँ के प्रधान श्री सुबोध जी कंसल, मन्त्री श्री केदार सिंह रावत जी, सर्वप्रिय कंसल जी,सुनील अग्रवाल जी, धर्मेन्द्र शर्मा जी, सुशील साह जी आदि का आभार। समस्त भोजन आदि व्यवस्था का दायित्व श्री बसन्त कंसल जी, (प्रधान आर्यसमाज हल्द्वानी) व श्री विनोद आर्य जी द्वारा निर्वहन किया गया।इस अवसर पर आर्य साहित्य भी उपलब्ध कराया गया। सभी प्रतिभागियों का विशेष आभार।

Varisht Nagrik Abhinandhan Samaroh

Vedic Sanskrit Gyan Vardhini Pratiyogita