शांति पाà¤


Author
Dr. Vivek AryaDate
13-Aug-2014Category
शंका समाधानLanguage
HindiTotal Views
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SaurabhUpload Date
17-Oct-2014Download PDF
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कया जल, पृथवी आदि à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• पदारथों में अशांति à¤à¤°à¥€ हई हैं?
शंका- शांति पाठके मंतर में ईशवर से जल, पृथवी, औषधि, वनसपति आदि को शांति परदान करने कि परारथना करी गई हैं। शंका यह हैं कि कया जल, पृथवी आदि à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• पदारथों में अशांति à¤à¤°à¥€ हई हैं? समाधान- सतय यह हैं की जल, पृथवी, औषधि, वनसपति आदि सà¤à¥€ जड़ पदारथ हैं। शांति या अशांति हमारे मन के मानसिक à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ का परिणाम हैं।
संसार के सà¤à¥€ पदारथों में और मनषय में à¤à¥‹à¤•à¤¤à¤¾ और à¤à¥‹à¤— का समबनध हैं। ईशवर परदत सà¤à¥€ à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• पदारथ हमारे सख के लि हैं जिनका उददेशय हमें लाठपहचाना हैं। परनत हम अपनी कलपनाओं से, अपनी शकतियों से इन पदारथों से सवारथ सिदधि करना चाहते हैं जिससे यह पदारथ सख के सथान पर दःख के साधन बन जाते हैं। शांति पाठपते समय हमारे मन के अंदर विशेष à¤à¤¾à¤µ आने चाहि और उन à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ का परà¤à¤¾à¤µ हमारे करियातमक वं धारमिक जीवन पर पड़ना चाहि।
शांति पाठपते समय हमारे मन के अंदर जीवन के वयवहारों को इस परकार से करने का संकलप आना चाहि जिससे हम अशांति से बच सके और शांति को परापत कर सके। इसके लि हमारे हृदय वं मसतिषक के विचार à¤à¥€ इसी परकार के होने चाहि। शांति पाठका मखय उददेशय जगत के पदारथों को मालिक की दृषटि से नहीं अपित "इदं न मम" अरथात यह सब मेरा नहीं हैं की दृषटि से à¤à¥‹à¤—ने की परेरणा देना हैं जिससे यह सà¤à¥€ पदारथ सख वं शांति देने वाले हो।
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