सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• सà¤à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संगठन का à¤à¤• और पà¥à¤°à¤¶à¤‚सनीय पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ अणà¥à¤¡à¤®à¤¾à¤¨ में आरà¥à¤¯ समाज की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾
Author
Prakash AryaDate
16-May-2017Category
लेखLanguage
HindiTotal Views
142Total Comments
0Uploader
RajeevUpload Date
16-May-2017Download PDF
-0 MBTop Articles in this Category
- फलित जयोतिष पाखंड मातर हैं
- राषटरवादी महरषि दयाननद सरसवती
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- सनत गरू रविदास और आरय समाज
- बलातकार कैसे रकेंगे
Top Articles by this Author
- सनत गरू रविदास और आरय समाज
- मेरी आसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ यातà¥à¤°à¤¾
- मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ को जलाना à¤à¤• अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ व सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की उपेकà¥à¤·à¤¾ है !
- International Arya Maha Sammelan 2017 Mandalay, Myanmar.
- सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ में à¤à¤—वाकरण का फैलाया à¤à¥à¤°à¤®
आरà¥à¤¯ समाज की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ का मà¥à¤–à¥à¤¯ लकà¥à¤·à¥à¤¯ था ‘‘कृणà¥à¤µà¤¨à¥à¤¤à¥‹ विशà¥à¤µà¤®à¤¾à¤°à¥à¤¯à¤®à¥’’ और वैदिक विचारधारा को समसà¥à¤¤ विशà¥à¤µ तक पहà¥à¤‚चाना। सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• सà¤à¤¾ का गठन मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¤à¤ƒ देश की आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• व उसके बाहर विदेशों में इस पà¥à¤¨à¥€à¤¤ कारà¥à¤¯ का विसà¥à¤¤à¤¾à¤° करने, इसकी रकà¥à¤·à¤¾ करने के लिठहà¥à¤† है। सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• सà¤à¤¾ इस उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ व करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ का निरà¥à¤µà¤¾à¤¹ पूरà¥à¤£ मनोयोग से कर रही है।
पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚à¤à¤¿à¤• कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ में हमारे पूरà¥à¤µ अधिकारी, विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ का और सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का इसमें अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ सराहनीय तथा बहà¥à¤¤ कठिन परिशà¥à¤°à¤® रहा। जिनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• सौ वरà¥à¤· से à¤à¥€ पूरà¥à¤µ देश, देशानà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤‚ में कई सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर आरà¥à¤¯ समाज की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की गई। कà¥à¤› वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से इसमें कà¥à¤› शिथिलता आई किनà¥à¤¤à¥ सनॠ2006 के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ पà¥à¤¨à¤ƒ à¤à¤• सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ चेतना के साथ अधूरे कारà¥à¤¯ को पूरà¥à¤£ करने के संकलà¥à¤ª के साथ संगठन के कारà¥à¤¯ को गति पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की जा रही है। देश व विदेशों में संगठन के कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से संगठन व समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• बà¥à¤¾ है। अमेरिका, लनà¥à¤¦à¤¨, दकà¥à¤·à¤¿à¤£ अफà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾, मारिशस, सूरीनाम, गयाना, हालैणà¥à¤¡, सिंगापà¥à¤°, थाईलैणà¥à¤¡, बरà¥à¤®à¤¾, मलेशिया, आसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾, नà¥à¤¯à¥‚जीलैणà¥à¤¡, फिजी, नेपाल आदि देशो से बार बार समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• किया, वहा अनà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आरà¥à¤¯ महा समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨à¥‹à¤‚ की योजना बनाई, आज उनसे जीवनà¥à¤¤ समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• बना हà¥à¤† है, साहितà¥à¤¯ सामगà¥à¤°à¥€, सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ का सिलसिला निरनà¥à¤¤à¤° बना हà¥à¤† है। इसके साथ ही देश के उस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° को जहाठसामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• विचारधाराà¤à¤‚ धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ कराने में सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ हैं, सतà¥à¤¯ सनातन धरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° नहीं है तथा जहाठआरà¥à¤¯ समाज अà¤à¥€ तक नहीं हैं वहां आरà¥à¤¯ समाज की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ का विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दिया गया।
आसाम, मिजोरम, नागालैणà¥à¤¡, केरल जैसे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में जहाठसनातन धरà¥à¤®à¥€ तेजी से अलà¥à¤ª संखà¥à¤¯à¤• होते जा रहे हैं वहां आरà¥à¤¯ समाज की गतिविधियों में वृदà¥à¤§à¤¿ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸, सेवा, शिकà¥à¤·à¤¾ व वेद पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जारी है।
इसी तारतमà¥à¤¯ में अणà¥à¤¡à¤®à¤¾à¤¨ दà¥à¤µà¥€à¤ª, आरà¥à¤¯ समाज की गतिविधि से पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ अछूता था, इसलिठवहां à¤à¥€ आरà¥à¤¯ समाज का कारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकरने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है। इस पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ हेतॠशà¥à¤°à¥€ आचारà¥à¤¯ आननà¥à¤¦ पà¥à¤°à¥‚षारà¥à¤¥à¥€ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 7 दिन वहां जाकर à¤à¥‚मिका तैयार कर आरà¥à¤¯ समाज की विचारधारा से अनेक वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अवगत कराया गया। इसके पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ निरनà¥à¤¤à¤° समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• बना रहा। इस कारà¥à¤¯ को अंजाम देने के लिठ4 मई से 9 मई तक 5 दिवसीय कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® अणà¥à¤¡à¤®à¤¾à¤¨ हेतॠबनाया गया। जिसमें मैं, शà¥à¤°à¥€ विनय आरà¥à¤¯, शà¥à¤°à¥€ शिवकà¥à¤®à¤¾à¤° मदान, शà¥à¤°à¥€ à¤à¤¸. के. कोचर वहां पहà¥à¤‚चे। अनेक वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• किया, चरà¥à¤šà¤¾ के दौरान काफी उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤µà¤°à¥à¤¦à¥à¤§à¤• वातावरण निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ à¤à¤œà¤¨, वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨, पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ के माधà¥à¤¯à¤® से à¤à¥€ समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• कर विधिवत आरà¥à¤¯ समाज का संगठन का गठन किया और आरà¥à¤¯ समाज तथा विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ हेतॠà¤à¤µà¤¨ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ की योजना बनाई। अनेक सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर जाकर à¤à¤µà¤¨ हेतॠà¤à¥‚मि देखी। सबसे पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ की बात यह रही कि इस हेतॠसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ जो सदसà¥à¤¯ संगठन से जà¥à¥œà¥‡, वे वहां के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ वरà¥à¤— के सदसà¥à¤¯ हैं। जिनमें वैदिक धरà¥à¤® और आरà¥à¤¯ समाज को समà¤à¤•à¤° à¤à¤• उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤µà¤°à¥à¤¦à¥à¤§à¤• वातावरण निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ वहां के उप राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² शà¥à¤°à¥€ जगदीशजी मà¥à¤–ी से à¤à¥‡à¤‚ट कर अपने मनà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ से अवगत कराया, वहां से à¤à¥€ यथायोगà¥à¤¯ सहयोग का आशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨ मिला।
वहां लमà¥à¤¬à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ संगठन का गठन कर दिया गया, इसके पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डा. सà¥à¤°à¥‡à¤¶ चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€, पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° सà¥à¤°à¥‡à¤¶ आरà¥à¤¯ (मनà¥à¤¤à¥à¤°à¥€), डॉ. रविशंकर पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯ (कोषाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·), इंजीनियर शशिमोहन सिंह (उपमनà¥à¤¤à¥à¤°à¥€) à¤à¤µà¤‚ डॉ.. अरूण शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ (उपपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨)। डॉ.. कंडी मà¥à¤¥à¤µ को आरà¥à¤¡à¤¿à¤¨à¥‡à¤Ÿà¤° समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• अधिकारी के रूप में, शà¥à¤°à¥€ विकास पटेल (सी.à¤.), डॉ.. चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ, शà¥à¤°à¥€ सतà¥à¤¯à¤µà¥à¤°à¤¤ दà¥à¤¬à¥‡ (सी.à¤.) आडीटर, डॉ. जपा पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·) संवरकà¥à¤·à¤• व अनà¥à¤¯ सदसà¥à¤¯ मनोनीत किठगठहैं। निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही कà¥à¤› ही वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ यहाठआरà¥à¤¯ समाज इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° का à¤à¤• पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ व सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ संगठन के रूप में पहचान बनायेगा।
परमातà¥à¤®à¤¾ की कृपा से निकट à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में ही गोवा में जहाठअà¤à¥€ तक आरà¥à¤¯ समाज की शाखा पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठनहीं हà¥à¤ˆ है वहां à¤à¥€ समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• किया जा रहा है और यथाशीघà¥à¤° पà¥à¤¨à¤ƒ à¤à¤• शà¥à¤ समाचार आप तक पहà¥à¤‚चेगा, à¤à¤¸à¤¾ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है।
उपरोकà¥à¤¤ समसà¥à¤¤ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठनिषà¥à¤•à¤¾à¤® व समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤, वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ के रूप में सà¤à¤¾ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤šà¤¨à¥à¤¦à¥à¤°à¤œà¥€ आरà¥à¤¯ का पूरà¥à¤£ सहयोग, संबल, मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो रहा है। उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° यह परम सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ है कि à¤à¤¾à¤®à¤¾à¤·à¤¾à¤¹ के रूप में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ महाशय धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤²à¤œà¥€ (à¤à¤®.डी.à¤à¤š.) का बहà¥à¤¤ बड़ा आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ संगठन को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है। उनकी पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ और पà¥à¤°à¤¬à¤² इचà¥à¤›à¤¾ आज à¤à¥€ यही है कि जहाà¤- जहाठआरà¥à¤¯ समाज नहीं हैं, महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ की विचारधारा नहीं पहà¥à¤‚ची, वहां आरà¥à¤¯ समाजें पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकरो। अणà¥à¤¡à¤®à¤¾à¤¨ के संबंध में à¤à¥€ उनकी पà¥à¤°à¤¬à¤² à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ à¤à¤¸à¥€ ही रही। समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ आरà¥à¤¯ जगत à¤à¤¸à¥‡ आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ दाता का हृदय से आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता है।
पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ आरà¥à¤¯
सà¤à¤¾à¤®à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¥€
सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾, दिलà¥à¤²à¥€
ALL COMMENTS (0)