खà¥à¤²à¥€ वामपंथी मीडिया मंच की पोल


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Rajeev ChoudharyDate
11-Jun-2020Category
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HindiTotal Views
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RajeevUpload Date
11-Jun-2020Tags
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हाल ही में अमेरिका में अशà¥à¤µà¥‡à¤¤ नागरिक जॉरà¥à¤œ फà¥à¤²à¥‰à¤¯à¤¡ की मौत के बाद पूरे अमेरिका में विरोध पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ हो रहे हैं। वहां लोग सड़कों पर उतारकर टà¥à¤°à¤®à¥à¤ª सरकार का विरोध कर रहे हैं। इसी विरोध को देखकर à¤à¤¾à¤°à¤¤ में वामपंथी à¤à¥€ अपनी रकà¥à¤¤ पिपासॠजीठसे फिर लोगों का रकà¥à¤¤ पीना चाहते है। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ नेता कपिल मिशà¥à¤°à¤¾ ने à¤à¤• वेबसाइट द कà¥à¤µà¤¿à¤‚ट की à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ ही अपील के सà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨à¤¶à¥‰à¤Ÿ टà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¤° पर पोसà¥à¤Ÿ करते हà¥à¤ लिखा है कि किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° द कà¥à¤µà¤¿à¤‚ट’ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लोगों को उकसाकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सड़कों पर उतर आने की अपील कर रहा है। यही नहीं इस टà¥à¤µà¥€à¤Ÿ में कपिल मिशà¥à¤°à¤¾ ने ये à¤à¥€ लिखा है कि दा कà¥à¤µà¤¿à¤‚ट ने देश à¤à¤° में हजारों ईमेल à¤à¥‡à¤œà¥€ हैं और लोगों से अपील की हैं कि अमेरिका की तरह à¤à¤¾à¤°à¤¤ में सड़कों पर लोग उतरें और दंगे करें।
असल में साल 2015 में दिलà¥à¤²à¥€ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से जà¥à¥œà¥‡ कई लोगों ने à¤à¤• समूह बनाया था जिसका नाम है गà¥à¤°à¥à¤ª ऑफ इंटेलेकà¥à¤šà¥à¤…ल à¤à¤‚ड à¤à¤•à¥‡à¤¡à¥‡à¤®à¥€à¤œ यानि जीआईठने दिलà¥à¤²à¥€ दंगों पर जाà¤à¤š के बाद अपनी à¤à¤• रिपोरà¥à¤Ÿ सौंपी थी। इस समूह ने अपनी रिपोरà¥à¤Ÿ में दिलà¥à¤²à¥€ हिंसा की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ जांच à¤à¤œà¥‡à¤‚सी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जांच कराठजाने की बात à¤à¥€ कही थी। रिपोरà¥à¤Ÿ में कहा गया था कि ये हिंसा à¤à¤• शहरी नकà¥à¤¸à¤²-जिहादी नेटवरà¥à¤• का सबूत था, इसमें दिलà¥à¤²à¥€ के विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में काम कर रहे वामपंथी अरà¥à¤¬à¤¨ नकà¥à¤¸à¤² नेटवरà¥à¤• दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दंगों की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। यानि दिलà¥à¤²à¥€ हिंसा à¤à¤• सà¥à¤¨à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤ पà¥à¤²à¤¾à¤¨ था, पिंजरा तोड़ गैंग के सामने के बाद साफ हो गया है कि यह वामपंथी-जिहादी मॉडल का सबूत था जिसे दिलà¥à¤²à¥€ में अंजाम दिया गया। और अब इस सफल माडल को अनà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर दोहराठजाने की à¤à¥€ कोशिश है।
दिलà¥à¤²à¥€ दंगे के समय बीबीसी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इस à¤à¤•à¤¤à¤°à¤«à¤¾ और à¤à¥œà¤•à¤¾à¤Š रिपोरà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग के कारण सरकारी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤£ à¤à¤œà¥‡à¤‚सी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ के सीईओ शशि शेखर वेमपति ने बीबीसी को जमकर लताड़ लगाई थी। लेकिन लगाते रहो लताड़ उनका काम हो गया था जो वह लोग चाहते थे। यानि हिंसा करने वाले धड़े को विशà¥à¤µ à¤à¤° में मासूम दिखाना और लà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ वाले हिनà¥à¤¦à¥à¤“ समेत दूसरे वरà¥à¤—ों को सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• दिखाना।
दिलà¥à¤²à¥€ दंगे से पहले मीडिया का यह वरà¥à¤— सीà¤à¤ के साथ राषà¥à¤Ÿ नागरिकता पंजीकरण का पà¥à¤›à¤²à¥à¤²à¤¾ लगाकर मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समाज के मन में à¤à¥‚ठा डर à¤à¤°à¤¨à¥‡ में लगा था। हर दिन पहले से तीखे, तेज और कड़वे-कसैले होते इस मीडिया के लिठयह दंगा पूरी घटना को à¤à¤• खास रंग देने और मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® उतà¥à¤ªà¥€à¥œà¤¨ की कहानियां गà¥à¤¨à¥‡ का मौका था। अखबारों के पनà¥à¤¨à¥‡ पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤®-टाइम की टीवी बहस, जहां इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¥œà¤¨à¤¾ से पलायन करने वालों के आंसà¥à¤“ं और सीà¤à¤ के सकारातà¥à¤®à¤• पकà¥à¤· को कà¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ के लायक नहीं समà¤à¤¾ गया बाद में वे सारे वामपंथी मीडिया मंच दंगों को सिरà¥à¤« ‘हिंसक हिंदà¥à¤“ं का उतà¥à¤ªà¤¾à¤¤’ बताने-साबित करने में जà¥à¤Ÿ गà¤à¥¤
केवल मीडिया ही नहीं इनका à¤à¤• पूरा समूह होता है। उस समूह में सबकी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ तय होती है। पहला राजनितिक धडा इनका काम होता बयान देना ये लोग दलित और मजदूर के हितों के बयान देंगे यानि अपने बयानों से दलितों और मजदूरों के मन में à¤à¤• चिंगारी पैदा करेंगे ताकि उनके सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ का तंदूर गरम रहे। हालाà¤à¤•à¤¿ इनके पास देश या दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के किसी कोने में इन दोनों की à¤à¤²à¤¾à¤ˆ का à¤à¤¸à¤¾ कोई ‘मॉडल’ नहीं है, जिनसे उनका à¤à¤²à¤¾ हà¥à¤† हो इसलिठआज इनके निशाने पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ का गरीब दलित और मजदूर वरà¥à¤— है। घटनाओं को जाति-धरà¥à¤®, ऊंच-नीच के चशà¥à¤®à¥‡ से दिखाते हैं, हालाà¤à¤•à¤¿ हाल ही में कई बार à¤à¤¸à¥‡ मौके आठजब औरों का घर जलाकर हाथ सेंकने वाले इन राजनितिक महारथियों का à¤à¥‚ठपकड़ा गया।
अगर इनका दंगे के पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन को देखें तो इनका मोरà¥à¤šà¤¾ सिनरà¥à¤œà¥€ का है, यानी अलग होकर à¤à¥€ à¤à¤• रहना और अपनी साà¤à¤¾ ताकत को दोगà¥à¤¨à¥‡ की बजाय चार गà¥à¤¨à¤¾ करना, यह वह मोरà¥à¤šà¤¾ है जहां इनकी कटà¥à¤Ÿà¤°à¤¤à¤¾ को मीडिया का à¤à¤• वरà¥à¤— पूरी बेशरà¥à¤®à¥€ से विखंडन की राजनीति के साथ सिनरà¥à¤œà¥€ कायम करता नजर आता है। आतंकी को गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤°à¥€ के बाद छातà¥à¤° बताना, देश के टà¥à¤•à¥œà¥‡ करने वाला शरजील इमाम इसी मोरà¥à¤šà¥‡ पर कई बौदà¥à¤§à¤¿à¤• लेख लिखने वाले पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के तौर पर तैनात था, उसे à¤à¥€ बाद में छातà¥à¤° बताया गया। अलीगॠमà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में कटà¥à¤Ÿà¤°à¤¤à¤¾ पर कायम रहने और इसे सेकà¥à¤²à¤° लबादे से ढकने की तरकीब बताती खातून à¤à¥€ अब तक वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के वेष में थीं। दिलà¥à¤²à¥€ हिंसा में पहले आम आदमी पारà¥à¤Ÿà¥€ के पारà¥à¤·à¤¦ ताहिर हà¥à¤¸à¥ˆà¤¨ का शामिल होना, फिर कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की पूरà¥à¤µ निगम पारà¥à¤·à¤¦ इशरत जहां का नाम सामने आना à¤à¤• इशारा जरूर कर कर रहा है दिलà¥à¤²à¥€ को हिंसा, उपदà¥à¤°à¤µ और अराजकता में à¤à¥‹à¤‚कने के मामले में à¤à¥€ दोनों के इरादे à¤à¤•-दूसरे से अलग नहीं थे। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ताहिर की छत से जिस तरह पेटà¥à¤°à¥‹à¤² बम लोगों पर फेंके गà¤, गोलियां चलाई गयी, छत से पतà¥à¤¥à¤° बरामद हà¥à¤ हैं, वह साफ जाहिर करता है कि नफरत की à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ में जला ताहिर दंगा करने की पूरी तैयारी से बैठा था।
यानि हर à¤à¤• चीज का पूरा धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखा गया राजधानी सà¥à¤•à¥‚ल के मालिक का नाम मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® था सà¥à¤•à¥‚ल सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रहा लेकिन डीपीआर कॉनà¥à¤µà¥‡à¤‚ट फूंक डाला गया कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका मालिक हिनà¥à¤¦à¥‚ था। दंगों के बाद इनके पहले मोरà¥à¤šà¥‡ ने कमान समà¥à¤¹à¤¾à¤²à¥€ और कहा कि हिंदà¥à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ की ताकत à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¤¾, à¤à¤•à¤¤à¤¾ और पà¥à¤¯à¤¾à¤° को दिलà¥à¤²à¥€ में जलाया गया है, लेकिन किसी ने सवाल नही किया कि छतों पर हथियार जमा करती लामबंदियां किसकी थीं! सीà¤à¤ विरोध का ‘कैनवास’ अलीगॠसे शहडोल-जबलपà¥à¤° तक कौन फैला रहा था? और किसने होली से पहले दिलà¥à¤²à¥€ के माहौल में खूनी रंग à¤à¤°à¥‡ और आर-पार की लड़ाई के नारे कौन लगा रहा था? ये सवाल अà¤à¥€ गायब है इसलिठधà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखिये संवेदना बहà¥à¤¤ ही सà¥à¤‚दर और महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ चीज है, पर वह कितनी होनी चाहिà¤, दाल में नमक बराबर, सिरà¥à¤« सà¥à¤µà¤¾à¤¦ à¤à¤° मà¥à¤Ÿà¥à¤ ी à¤à¤° नहीं अगर दा कà¥à¤µà¤¿à¤‚ट बीबीसी समेत वामपंथी मीडिया दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिखाठजा रहे अबà¥à¤¦à¥à¤² के दरà¥à¤¦ और गरीब आसिफा की दरà¥à¤¦ à¤à¤°à¥€ कहानी से आपकी संवेदना जाग गई है तो उसे वापस थपकी देकर सà¥à¤²à¤¾ दीजिठऔर छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ पर गई अपनी तारà¥à¤•à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ और वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ को वà¥à¤¹à¤¾à¤Ÿà¥à¤¸à¤à¤ª कर दीजिठकि छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ खतà¥à¤® हो गई, वापस आ जाà¤, यह मनोवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• यà¥à¤¦à¥à¤§ है और इसे मिलकर लड़ेंगे।
rajeev choudhary
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