देश में फ़ैल चà¥à¤•à¥‡ है साइलेंट शिकारी
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Rajeev ChoudharyDate
08-Jul-2020Category
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à¤à¤• बड़ा पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ कथन है कि पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤‚त महासागर की तलहटी से सारा कीचड़ निकाल कर अगर मिशनरियों पर फेंक दिया जाठतो à¤à¥€ मिशनरियों के मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ कीचड़ ही साफ दिखाई देगी। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कानà¥à¤µà¥‡à¤‚ट सà¥à¤•à¥‚लों ने पहले किताब बदली यूरोप की कहानियाठपाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में घà¥à¤¸à¤¾ दी फिर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की डà¥à¤°à¥‡à¤¸ बदली लडकियों को सलवार कमीज से सà¥à¤•à¤°à¥à¤Ÿ में इसलिठलाये ताकि ये लड़कियां आगे चलकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के साथ ननà¥à¤—ता सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर ले। इसके अलावा कानà¥à¤µà¥‡à¤‚ट सà¥à¤•à¥‚लों में दैनिक पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ बदली अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के नाम पर नियम कायदे कानून बदले और अब बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के नाम बदल रहे है। हो सकता है कल आपके घर से कानà¥à¤µà¥‡à¤‚ट सà¥à¤•à¥à¤² में पढने वाले किसी दीपक या रोहित का नाम रोबरà¥à¤Ÿ या पीटर हो जाये तो चौकना मत ये सब à¤à¤• घिनोनी साजिश के तहत किया जा रहा है।
अकà¥à¤¸à¤° कहा जाता है कि शिकà¥à¤·à¤¾ दान है, जितना किया जाये कम है लेकिन दान और जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के नाम पर अगर कोई आपकी धारà¥à¤®à¤¿à¤• सामाजिक पहचान ही छीन ले? यानि दसवीं की अंकतालिका और पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤ªà¤¤à¥à¤° यानी जिंदगी à¤à¤° की पहचान ही बदल दे, इसके बाद अगर आपकी जेब में पैसे और आपकी पहà¥à¤à¤š है तो आप अपना पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ नाम पा वापिस सकते है। लेकिन अगर ये दोनों चीजें आपके पास नहीं है तो आपको रोबट और पीटर के नाम से जीवन जीना पड़ेगा।
मिशनरीज à¤à¤¸à¥€ अनेकों करतूत हर रोज अखबारों में पढने को मिल जाà¤à¤—ी लेकिन इस मामले का सबसे बड़ा खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ 2015, 2018 और कà¥à¤› जगह दो हजार उनà¥à¤¨à¥€à¤¸ में हà¥à¤† था। साल 2015 में गà¥à¤¡à¤µà¤¿à¤² पबà¥à¤²à¤¿à¤• सà¥à¤•à¥‚ल में पà¥à¤¨à¥‡ वाले बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की सीबीà¤à¤¸à¤ˆ की अंकतालिका हाथ में आने के बाद जब इस गोरखधंधे का खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ हà¥à¤†, तो बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को à¤à¤• कागज थमा दिया गया जिसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नाम बदलने के पीछे मतांतरण की मंशा न होने की बात कही गयी थी। यह मामला देश à¤à¤° में ईसाई फंदे के शातिर हथकंडों की कई कडि़यां खोल गया था।
इसमें सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ शिकार कौन लोग हो रहे है à¤à¤•-à¤à¤• कड़ी समà¤à¤¿à¤¯à¥‡ अमीर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की शिकà¥à¤·à¤¾ के साथ आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के नाम पर संसà¥à¤•à¤¾à¤° बदल दिठजाते है, और गरीब बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के अंकतालिका में नाम। जैसा पिछले दिनों दिलà¥à¤²à¥€ à¤à¤• बाल गृह में हà¥à¤† था। जहां रहने वाले बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के सà¥à¤•à¥‚ल पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤ªà¤¤à¥à¤° में माता-पिता के नाम की जगह ईसाई संचालक ने अपना और अपनी पतà¥à¤¨à¥€ का नाम दरà¥à¤œ कराया हà¥à¤† था। हैरानी की बात यह है कि ये सà¤à¥€ बचà¥à¤šà¥‡ संचालक को फादर ही बोलते थे।
इसी तरह दूसरा à¤à¤œà¥‡à¤‚डा देश के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ हिसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ में इसी तरह न केवल ईसाई पंथ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कराई जाती है, बलà¥à¤•à¤¿ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के गले में कà¥à¤°à¤¾à¤¸ का लॉकेट तक पहनाया जाता है। जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° बचà¥à¤šà¥‡à¤‚ दिलà¥à¤²à¥€ बिहार, उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल, à¤à¤¾à¤°à¤–ंड, मणिपà¥à¤°, ओडिशा और बिहार से लाठजाते हैं दरअसल à¤à¤¸à¤¾ इसलिठकिया जा रहा है। जिससे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में बड़े होने पर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को उनके ईसाई माता-पिता का नाम मिलने पर ईसाई ही समà¤à¤¾ जाà¤à¤—ा। साल 2015 में पांचजनà¥à¤¯ पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ में इस खेल का खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ करते हà¥à¤ à¤à¤• विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ शोध छपा था।
ये खेल चलता कैसे है असल में गरीब बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को पà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के नाम पर गैर सरकारी संगठन या बालगृह वाले पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• बचà¥à¤šà¥‡ की शिकà¥à¤·à¤¾ व उसकी देखरेख के नाम पर विदेशों से शà¥à¤«à¥‰à¤°à¥‡à¤¨ कंटà¥à¤°à¥€à¤¬à¥à¤¯à¥‚शन रेगà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¨ à¤à¤•à¥à¤Ÿ यानि à¤à¤«à¤¸à¥€à¤†à¤°à¤ 2010 के माधà¥à¤¯à¤® से आरà¥à¤¥à¤¿à¤• मदद लेते हैं। यानि ईसाई मिशनरीज à¤à¤¾à¤°à¤¤ में इन संगठनों को मोटा पैसा देती है। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को पà¥à¤¾à¤¨à¥‡ की आस में उनके गरीब अनपॠमाता-पिता à¤à¥€ निशà¥à¤šà¤¿à¤‚त होकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देखरेख के लिठसौंप देते हैं, लेकिन ये लोग बड़ी चालाकी से उनकी जगह सà¥à¤µà¤¯à¤‚ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के माता-पिता बन जाते हैं।
बालगृह में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करते-करते बचà¥à¤šà¥‡ à¤à¤• दिन सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ईसाई बन जाते हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤•à¥à¤² रिकारà¥à¤¡ में उनके हिनà¥à¤¦à¥‚ यानी असली माता-पिता का नाम नहीं, बलà¥à¤•à¤¿ ईसाई माता-पिता का नाम रहता है। यही कारण है कि कई बार बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को नाबालिग से बालिग होने पर हिनà¥à¤¦à¥‚ धरà¥à¤® से ईसाई बनने का पता ही नहीं चलता है कि वो कब ईसाई बन गये!
आखिर इनका पूरा गेम समà¤à¤¿à¤¯à¥‡ अकà¥à¤¸à¤° जब अनà¥à¤¯ मत वाले किसी à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ या परिवार की घर वापिसी होती है तो सोशल मीडिया में उस खबर बड़े तरीके छापा जाता है। वापिसी कराने वाले à¤à¥€ खूब सेलà¥à¤«à¥€ ले लेकर डालते है लेकिन ये लोग शोर नहीं करते चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª कब लोगों को शिकार बना लेते है पता ही नहीं चलता। ये साइलेंट शिकारी है इनके मà¥à¤–à¥à¤¯ शिकार गरीब तबका, महिलाये और बचà¥à¤šà¥‡à¤‚ होते है। जैसे पिछले दिनों à¤à¤• गैर सरकारी संगठन “बचपन बचाओ आंदोलन” दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दकà¥à¤·à¤¿à¤£-पशà¥à¤šà¤¿à¤® दिलà¥à¤²à¥€ के छावला सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ ताजपà¥à¤° गांव में अवैध रूप से चल रहे इमेनà¥à¤¯à¥à¤…ल ऑरफेनेज चिलà¥à¤¡à¥à¤°à¤¨ होम में छापेमारी के दौरान 54 बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को मà¥à¤•à¥à¤¤ कराया गया था। इनमें 43 लड़के, तथा 11 लड़कियां बताई गयी थीं। इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को जब इनके माता-पिता के सà¥à¤ªà¥à¤°à¥à¤¦ किया गया तो खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि कà¥à¤› बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के माता-पिता हिनà¥à¤¦à¥‚ थे, जबकि उनके बचà¥à¤šà¥‡ ईसाई बन चà¥à¤•à¥‡ थे। 3 से 17 वरà¥à¤· की आयॠवाले ये सà¤à¥€ बचà¥à¤šà¥‡ उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, मणिपà¥à¤°, बिहार और à¤à¤¾à¤°à¤–ंड से लाठगठथे।
इसी तरà¥à¤œ पर जब पिछले कà¥à¤› समय पहले दकà¥à¤·à¤¿à¤£-पशà¥à¤šà¤¿à¤® जिले में इमेनà¥à¤¯à¥à¤…ल, उमà¥à¤®à¥€à¤¦, आशा मिशन, पà¥à¤°à¥‡à¤® का जीवन समेत हाउस ऑफ होप नाम के बालगृह को निरीकà¥à¤·à¤£ के दौरान अवैध रूप से चलने पर बंद किया जा चà¥à¤•à¤¾ है। ये सà¤à¥€ बिना पंजीकरण के चलाठजा रहे थे, इनमें से “हॉउस ऑफ होप” का संचालक निरीकà¥à¤·à¤£ की सूचना मिलते ही बालगृह बंद कर फरार हो गया था। इसके बाद आशा मिशन होम से 4 और उमà¥à¤®à¥€à¤¦ संसथान से 17 लड़कियों को मà¥à¤•à¥à¤¤ कराया गया था। ईसाई मिशनरी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संचालित बालगृह में रहने वाले बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से तीन-तीन घंटे पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ कराई जाती है, गले में कà¥à¤°à¤¾à¤¸ का लॉकेट पहनाया गया था और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चरà¥à¤š à¤à¥€ ले जाया जाता था।
अब ये देखिये कि ये लोग इस काम को अंजाम किस तरीके से देते है और ये बचà¥à¤šà¥‡à¤‚ इनके पास कहाठसे आते है। दरअसल अनेकों राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में इनके आदमी राजà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤° फैले होते है गरीब वरà¥à¤— के लोगों या विधवाओं पर निगरानी रखकर सà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤ तरीके से उनके बचà¥à¤šà¥‡ को शिकà¥à¤·à¤¾ मà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ कराने का पà¥à¤°à¤²à¥‹à¤à¤¨ देते हैं और उसके बाद बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को दिलà¥à¤²à¥€ ले आते हैं।
दूसरा सà¥à¤Ÿà¥‡à¤ª कई राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में जब पादरी या पासà¥à¤Ÿà¤° को à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ हो जाता है कि आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से कमजोर हिनà¥à¤¦à¥‚ माता-पिता उनके चरà¥à¤š में आने शà¥à¤°à¥‚ हो गठहैं तो वे दिलà¥à¤²à¥€ फोन कर संचालक को उनके बचà¥à¤šà¥‡ लेकर जाने के लिठसंकेत दे देते हैं। फिर इन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को बालगृह में à¤à¥‡à¤œ दिया जाता है और वरà¥à¤· में काफी कम दिनों के लिठही उनके माता-पिता से मिलने दिया जाता है। दिलà¥à¤²à¥€ और देश के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ हिसà¥à¤¸à¥‹à¤‚ में अवैध रूप से बालगृह चल रहे हैं, जबकि इस संबंध में सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ à¤à¥€ कई बार चिंता जता चà¥à¤•à¤¾ है। लेकिन राजà¥à¤¯ सरकारे किसी हमेशा इनके आगे कमजोर दिखाई देती है। à¤à¤• बार सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की वरिषà¥à¤ अधिवकà¥à¤¤à¤¾, मोनिका अरोड़ा ने à¤à¤• इनà¥à¤Ÿà¤°à¤µà¥à¤¯à¥‚ कहा था कि वोट बैंक की राजनीति के चलते सांसद à¤à¥€ “à¤à¤‚टी कनà¥à¤µà¤°à¥à¤œà¤¨ लॉ” को लाना नहीं चाहते हैं, यही कारण है कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ केनà¥à¤¦à¥à¤° सरकार के आगà¥à¤°à¤¹ पर à¤à¥€ विपकà¥à¤· इस कानून को लाने को तैयार नहीं हà¥à¤†à¥¤ यदि हम उतà¥à¤¤à¤°-पूरà¥à¤µ की ओर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दें तो नागालैंड, मिजोरम और मेघालय में 70 से 80 फीसद तक हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं को ईसाई बनाया जा चà¥à¤•à¤¾ है और ये काम अब à¤à¥€ जारी है।
राजीव चौधरी
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