आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ और डा. à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤°â€™

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Manmohan Kumar AryaDate
14-Apr-2016Category
शंका समाधानLanguage
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UmeshUpload Date
19-Apr-2016Download PDF
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डा. à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µà¤œà¥€ अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° आजकल देश व विशà¥à¤µ में à¤à¤• जाना माना नाम है। आपने à¤à¤¾à¤°à¤¤ के संविधान के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में अपना बहà¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯ योगदान दिया है। इसके साथ ही आप à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पà¥à¤°à¤¥à¤® कानून मंतà¥à¤°à¥€ के रूप में à¤à¥€ आदृत रहे हैं। डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¦à¤•à¤° जी की पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि à¤à¤• दलित परिवार से थी। दलित होने के कारण आपको हिनà¥à¤¦à¥‚ दà¥à¤µà¤¿à¤œà¥‹à¤‚ की उपेकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ पकà¥à¤·à¤ªà¤¾à¤¤ पूरà¥à¤£ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° का शिकार होना पड़ा। महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ काल के बाद शायद पहले व सबसे अधिक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤• रहे जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वेदादि शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के आधार पर जनà¥à¤®à¤¨à¤¾ जातिवाद व असà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶à¤¯à¤¤à¤¾ आदि को वैदिक विचारधारा व सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल सिदà¥à¤§ किया था। आपने हिनà¥à¤¦à¥‚ पौराणिक बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ वरà¥à¤— दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ व दलितों से छीने गये वेदों के अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ के अधिकार को न केवल लौटाया अपितॠइसके समरà¥à¤¥à¤¨ में अनेक पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ देने के साथ आपके अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥‹à¤‚ व अनà¥à¤¯ शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में दलित विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ दिया और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हिनà¥à¤¦à¥‚ पौराणिक बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥‹à¤‚ से à¤à¥€ अधिक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤œà¥à¤ž व वेदों का वेदपाठी विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ पणà¥à¤¡à¤¿à¤¤ बनाया। उनके व उनके अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ से देश में जनà¥à¤®à¤¨à¤¾ जातिवाद की दीवारे कमजोर हà¥à¤ˆà¤‚ व टूटी और इसके साथ दलितों सहित सà¤à¥€ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ के लोगों को शिकà¥à¤·à¤¾ व समाज में समानता के अधिकार मिले। ईशà¥à¤µà¤°à¥€à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ वेदों के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤° सहित सामाजिक समानता और सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के सामाजिक सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ का शà¥à¤°à¥‡à¤¯ à¤à¥€ महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ व उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ को ही है।
14 अपà¥à¤°à¥ˆà¤², सनॠ1891 और मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ का महू सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के संविधान निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ डा. à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° जी की जनà¥à¤®à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ व जनà¥à¤®à¤à¥‚मि है। डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° जी की 125 वीं जयनà¥à¤¤à¥€ पर हम आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के उचà¥à¤š कोटि के विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ डा. कà¥à¤¶à¤²à¤¦à¥‡à¤µ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का ‘‘आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ और डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤°” विषयक लेख पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कर रहे हैं जिसमें डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° के आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤˜ व सहयोग सहित उन पर आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ को रेखांकित किया गया है। विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ लखक ने लिखा है कि आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ का जनà¥à¤® सनॠ1825 में और बलिदान 1883 में हà¥à¤† था। आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ के 16 वरà¥à¤· बाद और सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ के देहावसान के लगà¤à¤— 8 वरà¥à¤· बाद 14 अपà¥à¤°à¥ˆà¤², 1891 को à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤°à¤¤à¥à¤¨ डा. à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° का महू (मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶) में जनà¥à¤® हà¥à¤†à¥¤ यह तो सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ ही है कि माननीय डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° के काल में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ शरीररूप में विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ नहीं थे, पर आरà¥à¤¯à¤¸à¤¾à¤®à¤¾à¤œà¤¿à¤• आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ के रूप में उनका यशःशरीर तो जरूर विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ था। डा. à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤°à¤œà¥€ की गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ समà¥à¤ªà¤¦à¤¾ इस बात की साकà¥à¤·à¥€ है कि वे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ तथा उनके अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की गतिविषà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से अचà¥à¤›à¥€ तरह परिचित थे। पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ काल में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ का आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ अपने पूरे यौवन पर था, जिसका पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° और उनके यà¥à¤— पर निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से पड़ा है। डा. कà¥à¤¶à¤²à¤¦à¥‡à¤µ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने यह पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° और आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के परसà¥à¤ªà¤° समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥‹à¤‚ को उपलबà¥à¤§ जानकारी के आधार पर पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया है।
जैसे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤à¥€ होते हà¥à¤ à¤à¥€ मूलतः औदीचà¥à¤¯ तिवारी बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ माने जाते थे, वैसे ही डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° à¤à¥€ मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में जनà¥à¤® लेने के बावजूद मूलतः तथाकथित शूदà¥à¤° (महार) कà¥à¤²à¥‹à¤¤à¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ के रूप में सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ थे। कालानà¥à¤¤à¤° में यह दोनों विà¤à¥‚तियां राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ ही नहीं, अपितॠअनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महापà¥à¤°à¥à¤· के रूप में à¤à¥€ सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ हà¥à¤ˆà¤‚। जिस समय महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° में (ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ राजà¥à¤¯ में) ‘रानाडे-फà¥à¤²à¥‡ यà¥à¤—’ का असà¥à¤¤ हो रहा था, उसी समय वहां शà¥à¤°à¥€ सयाजीराव गायकवाड़, राजरà¥à¤·à¤¿ शाहू महाराज तथा डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° के यà¥à¤— का उदय हो रहा था। यह दूसरी पीढ़ी à¤à¥€ अपनी पूरà¥à¤µà¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ दयाननà¥à¤¦-रानाडे-फà¥à¤²à¥‡ आदि महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ की कारà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ रही है। शà¥à¤°à¥€ सयाजीराव गायकवाड़ और राजरà¥à¤·à¤¿ शाहू महाराज सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ और उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ ‘आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ’ से अधिक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ थे, तो डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° महातà¥à¤®à¤¾ फà¥à¤²à¥‡ और उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ ‘सतà¥à¤¯ शोधक समाज’ से। शà¥à¤°à¥€ सयाजीराव गायकवाड़ और राजरà¥à¤·à¤¿ शाहू महाराज आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œà¥€ होते हà¥à¤ à¤à¥€ सतà¥à¤¯ शोधक समाज के à¤à¥€ सहयोगी और पà¥à¤°à¤¶à¤‚सक रहे, तथा डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° महातà¥à¤®à¤¾ फà¥à¤²à¥‡ के शिषà¥à¤¯ होते हà¥à¤ à¤à¥€ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ और उनके आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œà¥€ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ के पà¥à¤°à¤¶à¤‚सक होने के साथ-साथ समालोचक à¤à¥€ हैं, पर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आरà¥à¤¯à¤¨à¤°à¥‡à¤¶ दà¥à¤µà¤¯ शà¥à¤°à¥€ गायकवाड़ और राजरà¥à¤·à¤¿ शाहू की तरह आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ के सहयोगियों में नहीं खड़ा किया जा सकता। हां ! आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œà¥€ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ के डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° हमेशा से ही हितैषी रहे हैं।
डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° के लिठसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में महतà¥à¤®à¤¾ फà¥à¤²à¥‡ अधिक आराधà¥à¤¯ रहे। डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° ने गौतम बà¥à¤¦à¥à¤§, सनà¥à¤¤ कबीर और महातà¥à¤®à¤¾ फà¥à¤²à¥‡ की महापà¥à¤°à¥à¤· तà¥à¤°à¤¯à¥€ को अपना गà¥à¤°à¥ माना है। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ व राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤à¤¾à¤·à¤¾ हिनà¥à¤¦à¥€ की तरह पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर मराठी में काम-काज न कर पाने के कारण महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ का आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ उतना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ ढंग से न चल सका जितना कि उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ में। राजरà¥à¤·à¤¿ शाहू महाराज के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ’बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ नौकरशाही’ के कारण महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ का आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ नहीं हो सका।
डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° जी की शिकà¥à¤·à¤¾ में बड़ौदा नरेश जी का सहयोग रहा है। इणà¥à¤Ÿà¤° पास करने के बाद डा. à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° को बी.à¤., à¤à¤®.à¤., पी.à¤à¤š,डी., डी.à¤à¤¸.सी. (लनà¥à¤¦à¤¨), à¤à¤².à¤à¤².डी., बार-à¤à¤Ÿ-ला, जैसी उपाधियों से विà¤à¥‚षित और पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤£à¥à¤¡ पणà¥à¤¡à¤¿à¤¤ बनाने में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œà¥€ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ का, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· नहीं तो अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· रूप में, अविसà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ योगदान रहा है। इस बात को और कोई जाने या न जाने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° जरूर जानते थे। इसलिठà¤à¥€ उनके गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œà¥€ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ विशेष सहानà¥à¤à¥‚ति नजर आती है। जहां आरà¥à¤¯ नरेश शà¥à¤°à¥€ सयाजीराव गायकवाड़ ने à¤à¤¨à¥ 1912 से 1915 तक डा. à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° को उचà¥à¤š विदà¥à¤¯à¤¾-विà¤à¥‚षित करने के लिठशिषà¥à¤¯à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कीं और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अमेरिका à¤à¥‡à¤œà¤¾, वहां अपने-आपको हृदय से आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œà¥€ कहलानेवाले राजरà¥à¤·à¤¿ शाहू महाराज ने à¤à¥€ सनॠ1919 से 1922 तक अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤°à¤œà¥€ को विदेश जाकर अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ करने के लिठआरà¥à¤¥à¤¿à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ सहयोग दिया था।
आरà¥à¤¯à¤¨à¤°à¥‡à¤¶ राजरà¥à¤·à¤¿ शाहू महाराज ने पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° के पà¥à¤°à¤¥à¤® पतà¥à¤° ‘मूकनायक’ के संचालन में à¤à¥€ आरà¥à¤¥à¤¿à¤• महायता पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की थी और इतना ही नहीं सनॠ1920 में माणगांव में समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¥à¤® असà¥à¤ªà¥ƒà¤¶à¥à¤¯à¤¤à¤¾ परिषद में कोलà¥à¤¹à¤¾à¤ªà¥à¤° के आरà¥à¤¯ नरेश शाहू महाराज ने यह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤µà¤¾à¤£à¥€ à¤à¥€ की थी कि ’डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤°à¥à¤· के अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नेता होंगे।’ ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ राजà¥à¤¯ के इन दोनों राजाओं के पास जो यह उदारमन और उदारदृषà¥à¤Ÿà¤¿ थी, उसकी पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ खड़े हà¥à¤ नजर आते हैं। इन दोनों ही आरà¥à¤¯à¤¨à¤°à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¤à¤ƒà¤•à¤°à¤£ पर निरà¥à¤µà¤¿à¤µà¤¾à¤¦ रूप से आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œà¥€ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ की विशिषà¥à¤Ÿ छाप रही है।
सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ (1856-1926) महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ जी के अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ व उनकी शिकà¥à¤·à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ को मूरà¥à¤¤à¤°à¥‚प देने वाले महापà¥à¤°à¥à¤· थे। दलितोदà¥à¤§à¤¾à¤° à¤à¤µà¤‚ जातिपांति उनà¥à¤®à¥‚लन में उनका महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान है। डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° जी सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी के कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ परिचित थे। अपनी ‘वà¥à¤¹à¤¾à¤Ÿ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ à¤à¤£à¥à¤¡ गांधी हैव डन टू दि अनà¥à¤Ÿà¤šà¥‡à¤¬à¤²à¥à¤¸’ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में आपने लिखा है कि ‘सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ दलितों के सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ सहायक और समरà¥à¤¥à¤• थे। असà¥à¤ªà¥ƒà¤¶à¥à¤¯à¤¤à¤¾ निवारण से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ (कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की) समिति में रहकर यदि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¤à¤¾ से काम करने का अवसर मिल पाता तो निःसनà¥à¤¦à¥‡à¤¹ à¤à¤• बहà¥à¤¤ बड़ी योजना आज हमारे सामने विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ होती।’ महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ के विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ लाला लाजपतराय से आपके गहरे आतà¥à¤®à¥€à¤¯ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ थे। यही कारण था की अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ के बरबरतापूरà¥à¤£ लाठीपà¥à¤°à¤¹à¤¾à¤° से लाला जी की मृतà¥à¤¯à¥ होने पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अशà¥à¤°à¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि दी थी। डा. à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ जी अमà¥à¤¬à¥‡à¤¦à¤•à¤° जनवरी, 1913 में बड़ौदा आये थे और यहां उनका दलितोदà¥à¤§à¤¾à¤° का कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¤¨à¥‡ वाले आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ पं. आतà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¾à¤® अमृतसरी जी से परिचय हà¥à¤†à¥¤ अमृतसरी जी उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उपयà¥à¤•à¥à¤¤ निवास की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ होने तक अपने साथ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ वडोदरा में ले आये थे जहां वह à¤à¤• सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ तक उनके साथ रहे थे। सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• है कि पं. आतà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¾à¤® अमृसरी और आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के इस सहवास व निकटता से डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° जी को आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ की विचारधारा को जानने व समà¤à¤¨à¥‡ का अवसर मिला होगा और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के दैनिक सनà¥à¤§à¥à¤¯à¤¾ व अगà¥à¤¨à¤¿à¤¹à¥‹à¤¤à¥à¤° सहित अनà¥à¤¯ गतिविधियों को à¤à¥€ देखा व समà¤à¤¾ होगा और इनको करने के कारणों व होने वाले लाà¤à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ जाना होगा।
डा. à¤à¥€à¤®à¤°à¤¾à¤µ अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° जी की जयनà¥à¤¤à¥€ पर हमने उनके आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ कà¥à¤› ही पà¥à¤°à¤¸à¤‚गों को पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया है। आज ही हमने जीटीवी पर à¤à¤• परिचरà¥à¤šà¤¾ में यह तथà¥à¤¯ सà¥à¤¨à¤¾ कि डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤à¤¾à¤·à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ हो, इस पर अपना मत देते हà¥à¤ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤à¤¾à¤·à¤¾ बनाने का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ किया था। उनके अनेक विचार सामने आ रहे हैं। हमें यह पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होता है कि उनके वचनों वा सूकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का à¤à¤• संगà¥à¤°à¤¹ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ होना चाहिये जिससे उनके वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ को कम समय में जाना व समà¤à¤¾ जा सके। टीवी परिचरà¥à¤šà¤¾ में हमने यह तथà¥à¤¯ à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤¾ कि डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¦à¤•à¤° जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° के तीन हिसà¥à¤¸à¥‡ करना चाहते थे जिनमें à¤à¤• à¤à¤• मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® कशà¥à¤®à¥€à¤° और दो तिहाई à¤à¤¾à¤— में दलित व हिनà¥à¤¦à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥¤ à¤à¤• अनà¥à¤¯ तथà¥à¤¯ à¤à¥€ बताया गया कि डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¦à¤•à¤° अपने जà¥à¤žà¤¾à¤¨ व अनà¥à¤à¤µ के कारण हिनà¥à¤¦à¥‚ व मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ की पूरी पूरी आबादी की à¤à¤¾à¤°à¤¤ व पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में अदला बदली के समरà¥à¤¥à¤• थे। परिचरà¥à¤šà¤¾ से यह तथà¥à¤¯ à¤à¥€ सामने आया कि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ बनने पर वहां के मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ ने दलित हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं को वहां बलपूरà¥à¤µà¤• रोक लिया था जिससे वह उनका मल-मूतà¥à¤° आदि साफ कर सकें। अतः हम यह अनà¥à¤à¤µ करते हैं कि विगत 69 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ की आजादी के काल में उनका वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤µà¤°à¥‚प व समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विचार देशवासियों के सामने नहीं आ पायें हैं व राजनीतिक कारणों से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ रोका गया है। हम आशा करते हैं कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° जी के देशहितकारी विचारों को देशवासियों के सामने पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करने में सफल होगा जिससे उनका सही मूलà¥à¤¯à¤¾à¤‚कन हो सकता है। वैसे à¤à¥€ देश की यà¥à¤µà¤¾ पीढ़ी में डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° के बारे में जानकारी बहà¥à¤¤ कम व न के बराबर है जिसे उनके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ नहीं कहा जा सकता। आज डा. अमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° जी को उनकी जयनà¥à¤¤à¥€ पर हम अपनी à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हैं। उनको सचà¥à¤šà¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि यही हो सकती है कि हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज से जनà¥à¤®à¤¨à¤¾ जातिवाद और सामाजिक असमानता सदा-सदा के लिठसमापà¥à¤¤ हो जाये। कà¥à¤¯à¤¾ हमारे हिनà¥à¤¦à¥‚ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¤à¤ƒ जनà¥à¤®à¤¨à¤¾ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ à¤à¤¾à¤ˆ व धारà¥à¤®à¤¿à¤• नेता समय व यà¥à¤— के लिठअति आवशà¥à¤¯à¤• इस मानवोचित विचार को कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• रूप देने में सहयोग करने को तैयार हैं? हम यह à¤à¥€ अनà¥à¤à¤µ करते हैं कि हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज को यह नियम पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤ करना चाहिये कि किसी à¤à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के साथ धारà¥à¤®à¤¿à¤• व सामाजिक दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से पकà¥à¤·à¤ªà¤¾à¤¤, à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ, असà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶à¤¯à¤¤à¤¾ का वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° नहीं करना चाहिये अपितॠअपने व परायों सà¤à¥€ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सà¥à¤µà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤µà¤¤, पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤•, धरà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¸<
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