देहरादून सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पौनà¥à¤§à¤¾ à¤à¤µà¤‚ वैदिक साधन आशà¥à¤°à¤® तपोवन की यातà¥à¤°à¤¾â€™
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Manmohan Kumar AryaDate
01-May-2016Category
संसà¥à¤®à¤°à¤£Language
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UmeshUpload Date
02-May-2016Download PDF
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दिलà¥à¤²à¥€ में ‘दकà¥à¤·à¤¿à¤£ दिलà¥à¤²à¥€ वेद पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° मणà¥à¤¡à¤²’ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ सफदरगंज के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ और à¤à¤•à¤² विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ फाउणà¥à¤¡à¥‡à¤¶à¤¨ आफ इणà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾ के महासचिव, वेद संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ दिलà¥à¤²à¥€ के मंतà¥à¤°à¥€, ऋषि और आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ à¤à¤•à¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ रविदेव गà¥à¤ªà¥à¤¤ जी से आज पà¥à¤°à¤¥à¤®à¤µà¤¾à¤° देहरादून के à¤à¤• à¤à¤µà¥à¤¯ होटल में à¤à¥‡à¤‚ट हà¥à¤ˆà¥¤ इसके बाद उनके साथ देहरादून के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² आशà¥à¤°à¤®, पौनà¥à¤§à¤¾ तथा महातà¥à¤®à¤¾ आननà¥à¤¦ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ और बावा गà¥à¤°à¤®à¥à¤– सिंह जी के दान से सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ व निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ वैदिक साधना की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– व पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ संसà¥à¤¥à¤¾ ‘वैदिक साधन आशà¥à¤°à¤® तपोवन’ जाने का सà¥à¤–द संयोग हà¥à¤†à¥¤ हमारे साथ शà¥à¤°à¥€ रविदेव गà¥à¤ªà¥à¤¤ जी की धरà¥à¤®à¤ªà¤¤à¥à¤¨à¥€ और उनके छोटे à¤à¤¾à¤ˆ की पतà¥à¤¨à¥€ à¤à¥€ थी। हम चार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ देहरादून के à¤à¤• होटल से पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ 9.30 बजे चलकर लगà¤à¤— 10.15 बजे गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² परिसर में पहà¥à¤‚च गये। हमारे वाहन के रूकने के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर ही गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² पौनà¥à¤§à¤¾ के आचारà¥à¤¯ डा. धनंजय जी खड़े हà¥à¤ मिले। हम सबका उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤µà¤¾à¤—त व आतिथà¥à¤¯ किया और हमें अपने सà¥à¤µà¤¾à¤—त ककà¥à¤· में बैठाया। वहां परसà¥à¤ªà¤° अनेक विषयों पर बातें हà¥à¤ˆà¥¤ शà¥à¤°à¥€ रविदेव जी ने डा. धनजंय जी को आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ मे वेद पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° को गति देने के लिठà¤à¤• योजना वा पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ किया।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² से जो बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾ पूरी करके निकलते हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देश के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œà¥‹à¤‚ में नियà¥à¤•à¥à¤¤ कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के कारà¥à¤¯ करने का लगà¤à¤— à¤à¤• वरà¥à¤· का अनà¥à¤à¤µ कराया जाये। इसके लिठबà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² से जाते समय विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ à¤à¥€ दिया जा सकता है जिसमें उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समाज में जाकर आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के अधिकारियों, सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ व समाज के इतर लोगों से वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करने का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ कराया जा सकता है। किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ की विचारधारा से लोगों को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करना है और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के सतà¥à¤¸à¤‚गों में आने के लिठपà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करना है, इसे सफलतापूरà¥à¤µà¤• करने में इस पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ मिलेगा। इस योजना के कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ से आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ और बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ लाठहोगा और गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥‹à¤‚ की सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ à¤à¥€ सिदà¥à¤§ होगी। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ में समà¥à¤šà¤¿à¤¤ निवास, à¤à¥‹à¤œà¤¨ व दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¤¾ आदि का पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ का उतà¥à¤¤à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤¤à¥à¤µ होगा। शà¥à¤°à¥€ रविदेव जी ने डा. धनजंय जी को बताया कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस विषय में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤£à¤µà¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, संचालक, गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² गौतमनगर, दिलà¥à¤²à¥€ से à¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ की और वह à¤à¥€ इस पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ व योजना के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उतà¥à¤¸à¥à¤• वह सहमत हैं। डा. धनजंय जी ने न केवल शà¥à¤°à¥€ रविदेव जी के पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ का अनà¥à¤®à¥‹à¤¦à¤¨ किया अपितॠइस पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ को वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से ही उनके धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ व विचारों में रहने की जानकारी à¤à¥€ दी। इस विषय पर विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ शà¥à¤°à¥€ रविदेव जी ने आरमà¥à¤ में 10 बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को उपलबà¥à¤§ कराने का अनà¥à¤°à¥‹à¤§ किया जिसे डा. धनजंय जी ने सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° किया। दिलà¥à¤²à¥€ जाकर शà¥à¤°à¥€ रविदेव जी इस योजना को कारà¥à¤¯à¤°à¥‚प देने के पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करेंगे और आशा है कि इसके अचà¥à¤›à¥‡ परिणाम जलà¥à¤¦à¥€ मिलेंगे। शà¥à¤°à¥€ रविदेव जी का परिचय गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पौनà¥à¤§à¤¾ के à¤à¤• योगà¥à¤¯à¤¤à¤® विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ शà¥à¤°à¥€ शिवेदव आरà¥à¤¯ से à¤à¥€ कराया गया जो गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ मासिक पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ ‘आरà¥à¤· जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿’ के समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤• हैं। आपको कमà¥à¤¯à¥‚टर पर गà¥à¤°à¤¾à¤«à¤¿à¤•à¥à¤¸ आदि का अचà¥à¤›à¤¾ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है। आप सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही पूरी पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ व किसी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• का शबà¥à¤¦ संयोजन कर उसे पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ योगà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤°à¥‚प पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने में à¤à¤²à¥€à¤à¤¾à¤‚ति दकà¥à¤· है। आप अपनी शिकà¥à¤·à¤¾ के साथ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨, डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ वा डिगà¥à¤°à¥€ आदि कोरà¥à¤¸, à¤à¥€ कर रहे हैं। गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² मे सबने गोदà¥à¤—à¥à¤§à¤ªà¤¾à¤¨ किया और गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से मिले, कà¥à¤› से बातचीत की और उनके ककà¥à¤·, पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¤¯, सूटिंग ककà¥à¤·, नवनिरà¥à¤®à¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤¨, वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ व सतà¥à¤¸à¤‚ग à¤à¤µà¤¨, यजà¥à¤žà¤¶à¤¾à¤²à¤¾ व गोशाला को à¤à¥€ देखा और इसके बाद उनसे बिदाई ली।
गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² पौनà¥à¤§à¤¾ के बाद हम लगà¤à¤— 21 किमी. दूरी पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ देहरादून की पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ व पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ संसà¥à¤¥à¤¾ वैदिक साधन आशà¥à¤°à¤® तपोवन पहà¥à¤‚चे। गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² से चलते समय हमने देश के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ आचारà¥à¤¯ आशीष दरà¥à¤¶à¤¨à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ जी को फोन करके उनके आशà¥à¤°à¤® में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ होने की जानकारी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर ली थी। अपरानà¥à¤¹ 12.15 बजे आशà¥à¤°à¤® पहà¥à¤‚च कर हमने यजà¥à¤žà¤¶à¤¾à¤²à¤¾ व निकटवरà¥à¤¤à¥€ आशà¥à¤°à¤® के à¤à¤µà¤¨à¥‹à¤‚ को देखा और आशà¥à¤°à¤® के कमरे में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ आशीष जी के साथ बैठकर परसà¥à¤ªà¤° परिचय के बाद आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ विषयक चरà¥à¤šà¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ की। यह सà¥à¤µà¤¿à¤¦à¤¿à¤¤ है कि आचारà¥à¤¯ आशीष जी का समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¤à¤¿ आसà¥à¤¥à¤¾ चैनल पर रातà¥à¤°à¤¿ 9.30 बजे से सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में à¤à¤• दिन विचार टीवी की ओर से पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया जाता है जिससे वह देश व विदेश में न केवल आरà¥à¤¯à¤œà¤—त में ही अपितॠसà¤à¥€ लोगों में परिचित à¤à¤µà¤‚ विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ हैं। परसà¥à¤ªà¤° चरà¥à¤šà¤¾ का मà¥à¤–à¥à¤¯ विषय यà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚ में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ को लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ बनाने को लेकर विचारों का आदान-पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ रहा। इस विषय पर आचारà¥à¤¯ आशीष जी ने विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से अपने अनà¥à¤à¤µ व कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से परिचय कराया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दिलà¥à¤²à¥€, फरीदाबाद व चेनà¥à¤¨à¤ˆ की आयसमाजों की चरà¥à¤šà¤¾ कर वहां किये गये कà¥à¤› सफल पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ पर à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डाला। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि चेनà¥à¤¨à¤ˆ की आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ में यà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ कर वहां उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• रविवारीय सतà¥à¤¸à¤‚ग में यजà¥à¤ž आदि को छोटा कर 20 से 25 मिनट का समय दिया जाने लगा। उन यà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚ के बाद जो आरà¥à¤¯ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ करते हैं वह उन यà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚ के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ विचारों की सकारातà¥à¤®à¤• समीकà¥à¤·à¤¾ कर अपने आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की चरà¥à¤šà¤¾ वा पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ करते हैं। इससे चेनà¥à¤¨à¤ˆ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ में यà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ में वृदà¥à¤§à¤¿ होनी आरमà¥à¤ हो गई और वह वहां लगà¤à¤— à¤à¤• सौ के आस पास हो गई। आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ फरीदाबाद में à¤à¥€ इससे मिलते जà¥à¤²à¤¤à¥‡ सफल पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किये गये हैं।
आचारà¥à¤¯ आशीष जी का à¤à¤• सà¥à¤à¤¾à¤µ यह à¤à¥€ था कि यà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚ के शिविर लगाकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ व पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ किया जा सकता है। वह à¤à¤¸à¥‡ शिविर वैदिक साधन आशà¥à¤°à¤® तपोवन में सफलता पूरà¥à¤µà¤• लगाते रहते हैं जहां उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ पूछने का अवसर दिया जाता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वारà¥à¤¤à¤¾ ककà¥à¤· में रखे हà¥à¤ˆ à¤à¤• शंका समाधान पेटी को à¤à¥€ दिखाया जिसमें कोई à¤à¥€ शिविरारà¥à¤¥à¥€ किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ लिख कर डाल सकता है। उसे अपना नाम लिखने व न लिखने की छूट है। उसके पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ का समाधान होने से उसे लाठहोता है और वह आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के निकट आता जाता है। आचारà¥à¤¯ जी ने शिविरों में समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के विषयों का à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया जिन पर वह यà¥à¤µà¤• यà¥à¤µà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ देते हैं। इन विषयों में सà¥à¤®à¤°à¤£ शकà¥à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ शारीरिक शकà¥à¤¤à¤¿ बढ़ाने विषयक उपदेश à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ हैं।
आचारà¥à¤¯ आशीष जी से मिलकर हमने आशà¥à¤°à¤® की à¤à¥‹à¤œà¤¨à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ में à¤à¥‹à¤œà¤¨ किया। इसी बीच आशà¥à¤°à¤® के सचिव इ. शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ शरà¥à¤®à¤¾ जी à¤à¥€ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ नतà¥à¤¥à¤¨à¤ªà¥à¤° देहरादून के वारà¥à¤·à¤¿à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤µ से निवृतà¥à¤¤ होकर आ गये। उनका à¤à¥€ शà¥à¤°à¥€ रविदेव जी से परिचय हà¥à¤†à¥¤ शà¥à¤°à¥€ रविदेव जी ने आशà¥à¤°à¤® को दान दिया। उससे पूरà¥à¤µ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पौनà¥à¤§à¤¾ में à¤à¥€ दान किया। तपोवन आशà¥à¤°à¤® की à¤à¤• शाखा वा इकाई आशà¥à¤°à¤® से लगà¤à¤— 3-4 किमी. की दूरी पर पहाडि़यों पर है जहां महातà¥à¤®à¤¾ आननà¥à¤¦ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने आज से लगà¤à¤— 70-75 वरà¥à¤· पूरà¥à¤µ महीनों तक रहकर अनेक बार साधानायें व तप किया था। अनà¥à¤¯ अनेक योगी यथा सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ योगेशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, पà¥à¤°à¤à¥ आशà¥à¤°à¤¿à¤¤ जी, महातà¥à¤®à¤¾ दयाननà¥à¤¦ जी सहित अनेक साधक यहां समय समय पर साधना व तप करके लाठउठाते रहे हैं। आज वहां उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤• साधक के अनà¥à¤à¤µ पूछने पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि यह सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ शानà¥à¤¤ है, अतः यहां साधना में लमà¥à¤¬à¥‡ समय तक मन à¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤° हो जाता है। देश के आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के साधकों को यहां आकर इस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ का लाठउठाना चाहिये और अपने अनà¥à¤à¤µ से अनà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ करना चाहिये। शà¥à¤°à¥€ रविदेव गà¥à¤ªà¥à¤¤ जी और उनके परिवार के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को उचà¥à¤š पहाडि़यों पर वनों से आचà¥à¤›à¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ इस शà¥à¤¦à¥à¤§ व सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ को देखकर पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ यहां से चल कर शà¥à¤°à¥€ रवि देव गà¥à¤ªà¥à¤¤ जी अपने à¤à¤• परिवारजन के यहां गये। हम à¤à¥€ उनसे आजà¥à¤žà¤¾ लेकर लौट आये। सायं 5.00 बजे देहरादून से दिलà¥à¤²à¥€ के लिठउनकी टà¥à¤°à¥‡à¤¨ थी। वह इस समय टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में है और रातà¥à¤°à¤¿ 11.00 बजे दिलà¥à¤²à¥€ पहà¥à¤‚चेंगे। आज का यह वृतानà¥à¤¤ हमारे जीवन में à¤à¤• सà¥à¤–द अनà¥à¤à¤µ व सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ का अवसर था जिससे हमें पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ है। यह वृतानà¥à¤¤ à¤à¥€ हम अपने पाठकों को अवलोकनारà¥à¤¥ à¤à¥‡à¤‚ट करते हैं।
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