The Arya Samaj | Social responsibility of all of us to stop child marriage

Social responsibility of all of us to stop child marriage

100 feet awareness banner in busy places in Market against of Child marriage

11 May 2016
Rajasthan, India
Zila Arya Pratinidhi Sabha Kota

बाल विवाह एक सामाजिक अभिशाप है। यह भावी पीढ़ी के गौरव तथा स्वास्थ्य के लिए प्रतिकूल है। उक्त विचार कोटा की पूर्व महापौर श्रीमती सुमन श्रृंगी ने आर्यसमाज कोटा के बाल विवाह के विरूद्ध जागरण अभियान कार्यक्रम में व्यक्त किये।

कार्यक्रम में आर्यसमाज जिला सभा कोटा के प्रधान अर्जुनदेव चढ्डा ने कहा बाल विवाह को रोकना हम सब का सामाजिक दायित्व है। यह एक कुरीति है, आर्यसमाज इसके विरूद्ध जनजागरण के कार्य विगत अनेक वर्षो से कर रहा है। बाल विवाह जैसी कुरीति के विरूद्ध राष्ट्रव्यापी सामाजिक जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। इसलिए पहले शिक्षा दीक्षा फिर विवाह।

इस अवसर पर आर्यसमाज कोटा द्वारा शहर के व्यस्ततम स्थल शोपिंग सेंटर के चौपाटी बाजार में 100 फीट लम्बा जागरूकता बैनर लगाया गया जिस पर शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने अपने विचार प्रकट करते हुए हस्ताक्षर किये। सिक्ख धर्माचार्य ज्ञानी गुरूनाम सिंह ने अपने सन्देश में कहा कि सभी देशवाले बाल विवाह को रोकने में अपना सामाजिक दायित्व निभाऐं।

इस अवसर पर डीएवी स्कूल कोटा की प्राचार्या सरिता रंजन गौतम ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा बाल विवाह का सर्वाधिक दुषपरिणाम बालिकाओं को सहन करना पड़ता है। बच्चियों को शिक्षित करें उन्हें बंधन में न डालें। रक्तदान आंदोलन प्रणेता डॉ. वेद प्रकाश  à¤—ुप्ता ने बाल विवाह को बच्चों के स्वास्थ्य के लिए घातक प्रक्रिया बतलाया। इसके लिए गांव-गांव में जनजागरण की आवश्यकता है। जी.डी. पटेल मुख्य ट्रस्टी गायत्री परिवार कोटा ने बाल विवाह के विरूद्ध जागरूकता आंदोलन चलाना होगा। इसके लिए सभी स्वयंसेवी संस्थाओं को आगे आना होगा।

कार्यक्रम में पर्यावरणविद् डॉ. लक्ष्मीकांत दाधीच ने बाल विवाह को बच्चों का बचपन छीनने का प्रयास बताया। नशामुक्ति विषेशज्ञ डॉ. आर.सी. साहनी ने बाल विवाह के पीछे अशिक्षा, गरीबी, लड़कियों को बोझ समझने की प्रवृत्ति आदि कारण गिनाते हुए जनजागरण में तेजी लाने का आहृवान किया। राजकीय महाविद्यालय कोटा की प्रोफेसर डॉ. सुदेश आहुजा ने अपने उद्बोधन में कहा खेलना, कूदना एवं पढ़ना बच्चों का अधिकार है। इन्हें बाल विवाह के बंधन में मत बांधिये।

इस अवसर पर आर्यसमाज जिला सभा कोटा प्रधान अर्जुनदेव चढ्डा, कैलाष बाहेती प्रधान आर्यसमाज रामपुरा, हरिदत्त शर्मा प्रधान आर्यसमाज रेलवे कॉलोनी, प्रेमनाथ कौशन प्रधान भीमगंजमण्डी, अरविन्द पाण्डेय प्रधान आर्यसमाज गायत्री विहार, श्रीचन्द गुप्ता पूर्व प्रधान आर्यसमाज तलवण्डी, श्योराज वशिष्ट आर्य पुरोहित, आर्य विदुशी डॉ. सुदेश आहुजा, आर्य विद्वान शोभाराज आर्य, नरेन्द्र विजयवर्गीय मंत्री आर्यसमाज तिलक नगर उपस्थित रहे। साथ ही श्रीमती सुमन श्रृंगी पूर्व महापौर कोटा, डा. वेदप्रकाश गुप्ता, कृष्णा ब्लड बैंक सोसायटी, श्रीमती सरिता रंजन गौतम प्राचार्या डीएवी कोटा, सिक्ख धर्माचार्य ज्ञानी गुरूनाम सिंह, पर्यावरण विद् एल.के. दाधीच, यज्ञदत्त हाड़ा मुख्य ट्रस्टी गायत्री परिवार, विनय मेहता पतंजलि योग समिति, पवन अग्रवाल पार्शद नगर निगम, दर्शन पिपलानी महामंत्री पंजाबी जनसेवा समिति तथा महेन्द्र निझावन अध्यक्ष पंजाबी समाज समिति कोटा के साथ बड़ी संख्या में स्त्री पुरूश उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन अरविन्द पाण्डेय ने किया तथा सभी आगन्तुकों का आभार आर्यसमाज के जिला मंत्री कैलाष बाहेती ने किया।                

अर्जुनदेव चढ्डा

जिला प्रधान

जिला आर्य प्रतिनिधि सभा, कोटा

मो. 09414187428

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