Childrens workshop will be held in Delhi Arya schools

Children's workshop will be held in Delhi Arya schools

07 May 2016
Delhi, India
Arya Vidhya Parishad

आर्य विद्या परिषद् दिल्ली की बैठक शनिवार, 7 मई 2016 को महर्षि दयानन्द पब्लिक स्कूल ग्रेटर कैलाश पार्ट-2 में आर्य समाज के प्रधान श्री प्रियव्रत जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में आर्य विद्या परिषद के प्रस्तोता श्री सुरेन्द्र कुमार रैली जी ने आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री श्री विनय आर्य जी, श्रीमती उमा शशि दुर्गा, श्रीमती बाला चौधरी, श्रीमती शालिनी जावा, श्रीमती वीना आर्या, श्रीमती तृप्ता शर्मा एवं विभिन्न आर्य विद्यालयों के चेयरमैन, प्रबन्धक, प्रधानाचार्य/ प्रधानाचार्या, अध्यापक/ अध्यापिकाएं उपस्थित रहे। बैठक की शुरुआत विद्यालय के छात्रों द्वारा गायत्री मंत्र एवं ईश्वरस्तुति प्रार्थना उपासना के मंत्रों(अर्थ सहित) द्वारा की गई। श्री राजीव आर्य जी आर्य केंद्रीय सभा के महामंत्री एवं एस.एम.आर्य पब्लिक स्कूल पंजाबी बाग के कर्मठ कार्यकर्त्ता को याद करते हुए सभी ने दो मिनट का मौन रखा। श्री सुरेन्द्र रैली जी ने पिछली बैठक की कार्यवाही पढ़कर सुनाई जिस पर सभी ने अपनी सहमति देते हुए उसकी सम्पुष्टि की। सत्र 2015-2016 में आर्य विद्या परिषद् की विभिन्न गतिविधियों, अन्तर्विद्यालयी प्रतियोगिताओं का आयोजन, विद्यालयों का निरीक्षण करवाना व सुझाव देना आदि कार्यों की सराहना की गई।

पिछली बैठक में आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान श्री धर्मपाल आर्य जी ने यज्ञ की महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा था ‘यज्ञ द्वारा ही मानव का कल्याण सम्भव है। ऋषि विश्वामित्र यज्ञों की रक्षा के लिए मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम व लक्ष्मण को लेकर वन में गए थे। श्री कृष्ण जी भी नित्य यज्ञ कते थे।’ इसी बात का समर्थन करते हुए श्री रैली जी ने यज्ञ के महत्व की विस्तार से चर्चा की और कहा ‘महर्षि दयानन्द ने संस्कार विधि व सत्यार्थ प्रकाश में लिखा है कि मनुष्य प्रतिदिन इतना प्रदूषण करता है कि उसे कम से कम यज्ञ में 16 आहुतियाँ अवश्य देनी चाहिए। जितना प्रदूषण हम करते हैं इसकी निवृत के लिए यज्ञ का प्रचार-प्रसार करें व पेड़ लगाएं। आर्य विद्यालयों की समस्त जानकारी के लिए स्मारिका के प्रकाशन पर चर्चा की गई व कहा कि सभी 31 जुलाई तक विषय सामग्री अवश्य भिजवा दें ताकि यह समय पर प्रकाशित हो सके। शिक्षकों के लिए वर्कशॉप, (कार्यशाला) ग्रीष्मावकाश में होने वाली वर्कशाप की प्रमुखता है- नैतिक शिक्षा, आर्य समाज के सिहन्तों पर चर्चा अध्यापक कैसे पढ़ाएं? पढ़ाने की शैली में क्या परिवर्तन कर सकते हैं। छात्रों की बुहि् का विकास कैसे किया जाये इस पर चर्चा होगी। समय प्रातः 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक रहेगा। बच्चों की वर्कशाप जुलाई से शुरु होगी। संस्कार, सैल्फ स्टडी कैसे करें? मैटीरियल व चार्टस आदि भी दिये जाएंगे। यह वर्कशॉप बहुत ही रुचिकर होती है। समय प्रातः 8.30 बजे का होगा। दिन व तारीख विद्यालय स्वयं निर्धारित करेगा। अन्तर्विद्यालयी प्रतियोगिताओं का आयोजन जुलाई व अगस्त माह में होगा। श्री विनय आर्य जी ने कहा कि सभी प्रतियोगिताओं के रंगीन चित्र व परिणाम आर्य सन्देश में विशेष रूप से प्रकाशित किए जायेंगे। खेलकूद प्रतियोगिताएं एस.एम. आर्य पब्लिक स्कूल में होंगी। सभी विद्यालयों के अधिकारियों से अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या में छात्रों को भेजें। इसके लिए तीन लोगों की समिति बनाई गई। आर. एम. आर्य सी. सैस्कूल से श्री संजय कुमार जी, महर्षि दयानन्द पब्लिक स्कूल शादीपुर से श्री कृपाल सिंह जी एस.एम. आर्य पब्लिक स्कूल से श्री रावत जी। श्री विनय आर्य जी ने पुस्तकें, कॉमिक्स, नैतिक शिक्षा लघु सत्यार्थ प्रकाश, सी. डी. के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि ये पुस्तकें बच्चों को पुरस्कार स्वरूप दी जानी चाहिए।

इसके पश्चात् अध्यक्ष श्री प्रियव्रत जी ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा ‘कि हमारा आर्य समाज ग्रेटर कैलाश पार्ट-2 हमेशा अपनी सेवाओं के लिए तैयार रहेगा। कोई भी कार्यÿम यहां à¤°à¤–ें हमें बड़ी प्रसन्नता होगी। शान्तिपाठ के साथ बैठक समाप्त हुई।

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