Shravani Upakarma Parv

Shravani Upakarma Parv was organized by Arya Samaj Lala Lajpat Rai Chowk Hisar.

आर्य समाज लाला लाजपत राय चौक में 15 अगस्त से चल रहे वेद प्रचार सप्ताह एवं श्रावणी उपाक्रम का धूमधाम से समापन हुआ कार्यक्रम का आरंभ यज्ञ से हुआ जिसके यज्ञमान सतेंद्र रावल व अमित आर्य थे | यज्ञ का संपादन पुरोहित कर्मवीर शास्त्री ने किया | उन्होंने वीर रस से पूर्ण वीर रस से पूर्ण गीत गाया | सहारन पुर से आए मधुर गायक पंडित प्रताप सिंह आर्य ने अपने भजनों से ईश्वर भक्ति के गीत में कहा नित्य प्रभु का भजन जिसने होकर मगन सच्चे दिल से जो गाया, आनंद आ गया, करके संध्या हवन करके जीवन चमन जिसने बनाया, आनंद आ आया | पूज्य आचार्य डा. वेदपाल ने अपने प्रवचन में आए हुए श्रोताओ को उद्बोधन देते हुए कहा कि परमपिता परमात्मा ने सृष्टि बनाई है | जगत कि रचना कि है परंतु ईश्वर इन आँखों से दिखाई नही देता क्योंकि ईश्वर निराकार है | प्रलय अवस्था में भी सृष्टि के पदार्थों में केवल रूपांतरण होता है | आचार्य वेदपाल ने वेदों के आधार पर सच्चे ईश्वर को सच्चिदानंद स्वरूप बताया जो सर्वज्ञ भी है |  कार्यक्रम में मंच संचालन वेद प्रचार अधिष्ठता स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती ने किया | भारत विख्यात आर्य जगत कि प्रसिद्ध भजनोपदेशिका संगीता आर्य ने अपने गीतों में आर्य समाज के देश को आजाद करवाने में योगदान को बताया | उन्होंने समाज को चेतावनी देते हुए गीत गाया '‘उठ मेरे प्यारे आर्य समाज अपने वतन कि तूने रखी है लाज'’| कार्यक्रम में चौ. हरिसिंह सैनी, नरेंद्र मिगलानी, देवेंद्र सैनी, दलबीर आर्य, संतोष आर्य, ज्ञानचंद, रामकुमार आर्य, डॉ. प्रमोद योगार्थी, सूर्यदेव वेदांशु, विश्वदेव शास्त्री, डॉ. मिश्री लाल, वीना वासुदेव, सीमा काठपाल, आदि सभी उपस्थित रहे | कार्यक्रम की समाप्ति पर सबने ऋषि प्रसाद का आनंद लिया |  

 

Ved Prachar ev Krishna Janmashtami

55th Varshikotsav ev Janmashtami Parv