Ved Prachar Saptah v Shravani Parv

Ved Prachar Saptah v Shravani Parv was organized by Arya Samaj Greater Kailash Part-1 South Delhi.

वेद प्रचार सप्ताह एवं श्रावणी पर्व-आर्य समाज कैलाश-ग्रेटर कैलाश-1 में वेद प्रचार सप्ताह एवं श्रावणी पर्व सोमवार 5 सितंबर से रविवार 11 सितंबर 2022 तक आयोजित किया गया। पूरा सप्ताह प्रातः एवं सायंकाल के कार्यक्रम में आयोजित किए गए। पूरा सप्ताह सायंकाल में श्री अंकित उपाध्याय के भजन का कार्यक्रम हुआ। सायंकाल में 5 सितंबर से 7 सितंबर तक आचार्य वीरेंद्र कुमार शास्त्री जी का प्रवचन, 1 वेद स्वाध्याय जरूरी क्यों, 2 गीता का जीवन दर्शन तथा 3 दयानंद और उनका सत्यार्थ प्रकाश, विषयों पर प्रवचन हुए तथा 8 सितंबर से 10 सितंबर तक डा. वागीश आचार्य जी के प्रवचन, 1 शांति का आधार, 2 वैदिक समाज व्यवस्था तथा, 3 जीवन के स्वस्ति पथ पर, इन सभी विषयों पर प्रवचन हुए। प्रतिदिन सायंकाल कार्यक्रम के समाप्ति पर प्रीतिभोज का आयोजन किया गया। मुख्य समापन समारोह रविवार, 11 सितंबर 2022 को हुआ। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री योगेश मुंजाल जी थे। मुख्य अतिथि श्रीमती ज्योति गुलाटी व श्री राजीव गुलाटी जी, जो एमडीएच के चेयरमैन है। श्री विनय आर्य, महामंत्री दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा, श्रीमती एवं श्री प्रेम अरोड़ा, श्री अजय सहगल, आर्य सतीश चड्डा, श्री रजनीश गोयनका और श्री योगराज अरोड़ा जी ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम में सर्वप्रथम श्री अंकित उपाध्याय के भजनों का कार्यक्रम हुआ। फिर डा़. महेश विद्यालंकार जी का संबोधन हुआ। तत्पश्चात् डा. वागीश आचार्य जी का संबोधन हुआ। स्वामी प्रणवानंद सरस्वती जी, श्री विनय आर्य जी, श्री राजीव गुलाटी जी एवं श्री योगेश मुंजाल जी ने भी संबोधित किया। सभी ने इस कार्यक्रम की सराहना की। इसी बीच में श्री राजीव भटनागर जी के द्वारा श्रीमती ज्योति गुलाटी एवं श्री राजीव गुलाटी को महाशय धर्मपाल एम.डी.एच. अन्तर्राष्ट्रीय अतिथि गृह का निरीक्षण करवाया गया। जिसकी उन्होंने काफी सराहना की उन्होंने आर्य समाज को 1 करोड़ रुपये की धन राशि दान देने का आश्वासन दिया। अंत में आचार्य वीरेंद्र विक्रम जी द्वारा शान्ति पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। सभी के लिए श्रीमती ज्योति गुलाटी एवं श्री राजीव गुलाटी, एम.डी.एच. स्पाइसेज़ के परिवार के सौजन्य से प्रीतिभोज का आयोजन किया गया। जिसे लगभग 250-300 लोगों ने ग्रहण किया।

 

      

      

 

 

 

71st Varshikotsav

Panch Chaturved Shatakam Mahayagya