Ved Prachar Saptah

Ved Prachar Saptah was organized by Arya Samaj Patiala Punjab.

20 Nov 2022
India
Arya Samaj Patiala

आर्य समाज मंदिर पटियाला में वेद परचार सप्ताह तथा चतुर्वेद शतक महायज्ञ का आयोजन दिनांक 14.11.2022 से 20.11.2022 तक बड़ी धूम धाम से किया गया। आर्य समाज मंदिर को बड़े ही सुंदर ढंग से सजाया गया तथा रात्रि में लाइटिंग भी की गयी । इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शहर के कई आर्य समाजों तथा अतिविशिष्ट लोगो को निमंत्रण पत्र भेजे गए। इस कार्यक्रम में बतौर यज्ञ ब्रह्मा एवं प्रमुख पर्वक्ता कुरुक्षेत्र से आर्य विद्वान् स्वामी विदेह योगी जी तथा अमृतसर से सुप्रसिद्ध भजनोपदेशक पंडित दिनेश पथिक ने शिरकत की. कार्यक्रम के पहले दिन अम्बाला से भजनोपदेशक पंडित दयानिधि आर्य भी पहुंचे । गुजरात के कच्छ से विशेष तोर पर आचार्य चंद्रेश भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के पहले छह दिन सोमवार से शनिवार तक सुबह 7.30 बजे से 9.00 बजे तक चतुर्वेद शतक के मंत्रों से  हवन यज्ञ तथा 9.00 बजे से 10.30 बजे तक भजन प्रवचन का कार्यक्रम किया गया जिसमे सभी दिन आर्य कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों ने अपने प्रिंसिपल श्रीमती संतोष गोयल तथा अध्यापकों सहित बड़े ही उत्साह से भाग लिया। शाम को 6.30 बजे से 8.30 बजे तक भजन प्रवचन का कार्यक्रम किया गया जिसमे शहर के कई गणमान्य  लोग जिसमे विवेक तिवारी, प्रिंसिपल, डीऐवी पब्लिक स्कूल पटियाला, हंस राज सिंगला (रोटरी क्लब), प्रो. मंगला तथा विभिन आर्य समाजों – समाना से यशपाल सिंगला, राजपुरा से राजीव सचदेवा व्  अशोक छाबडा,सनौर से राजिंदर वर्मा, सरहिंद से लव कुमार सूद, बरनाला से राम लखन, पांडूसर नाभा से विजय आर्य, लुधियाना से जगदीश कपूर व् रत्ना कपूर, अम्बाला आदि से अपने अपने परिवार तथा सदस्यों सहित उपस्तिथ रहे। अरनौली (चीका) से आर्य वीर दल के सदस्य तथा मथुरा से आर्य सन्यासी सुमित्रानंद व् प्रकाशानंद भी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। कार्यक्रम का समापन 20.11.2022 दिन रविवार को सुबह 8.00 बजेसे 10.00 बजे तक वेद के मंत्रो के साथ यज्ञ की पूर्णाहुति की गयी प्रातः 10.30 बजे से 1.00 बजे तक भजन प्रवचन का कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम की विशेषता यह रही की स्वामी विदेह योगी जी ने बच्चों को बड़े ही सरल भाव से वेद के ज्ञान व् आर्य समाज के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि समाज में फेले अन्धविश्वास व् अनेक कुरीतिओं को दूर करने तथा सामाजिक व् आत्मिक उन्नति के लिए वैदिक ग्रंथों का स्वाध्याय करना बहुत ही जरूरी है। उन्होंने राष्ट्र व् धर्मं प्रेम को सर्वोपरी कहा व् इसकी रक्षा करने का संकल्प लेने को कहा । आगे उन्होंने मह्रिषी दयानंद सरस्वती जी व् स्वामी श्रधानंद जी के जीवन का चिंतन करने व् इससे प्रेरणा लेने और अपना जीवन इन महापुरषों के बताये अनुसार व्यतीत करने से सुखपूर्वक रह सकते है । आर्य समाज ने आजादी व् समाज में फेली अनेक कुरीतियाँ के  के लिए अनेक आन्दोलन चलाए और आज भी लोगों को जागरूक कर रहा है । सभी ने भी बड़े ही उत्साह व् धैर्यपूर्वक स्वामी जी को सुना।  बच्चों ने धर्मं और समाज के विषय में अनेक प्रश्न किये जिनको स्वामी जी ने बड़े सहज ढंग से समझाया। पंडित दिनेश पथिक व् पंडित दयानिधि आर्य ने भी अनेक देश भक्ति व् आर्य भजन गाकर बच्चों व् बड़ों का मन मोह लिया । विशेष रूप से बच्चो ने उनके भजनों का खूब आनंद लिया और तालिओं से खूब साथ दिया। पूरा सप्ताह आर्य समाज भवन तालियों की गडगडाहट से गूंजता रहा। भजनों के माध्यम से उन्होंने आर्य समाज व् वेद की महिमा का वर्णन किया। डीऐवी पब्लिक स्कूल पटियाला व् आर्य कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों ने भी अपने भजनों से सबका मन जीत लिया। कार्यक्रम के समापन पर स्वामी जी व् अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने प्रधान राज कुमार सिंगला को कार्यक्रम की सफलता पर बधाई दी। कार्यक्रम के सयोंजक बिजेंदर शास्त्री एवं प्रधान राज कुमार सिंगला ने मुख्य अतिथि व् पधारे गणमान् अतिथियों को शाल और समृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। आर्य समाज के प्रधान राज कुमार सिंगला ने बताया की इस समाज के प्रधान राज कुमार सिंगला ने बताया की इस समाज में साल में दो बार पुरे सप्ताह तक चलने वाले कार्यक्रम का आयोजन किया जाता हे । उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने सभी लोगों तथा आर्य समाज के अधिकारियों व् सदस्यों का बढ-चढ़ भाग लेने व् कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हार्दिक धन्यवाद प्रगट कियाI शांति पाठ व् जयघोष के नारों के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ I  सत्संग के समापन पर सातों दिन ऋषि लंगर वितरित किया गया।

 

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