Sawami Omanand Saraswati Smriti Diwas

Sawami Omanand Saraswati Smriti Diwas was organized by Arya Pratinidhi Sabha Haryana.

23 Mar 2023
India
Arya Pratinidhi Sabha Haryana

प्राकृतिक खेती करके ही बचाया जा सकता है धरा को- राज्यपाल आचार्य देवव्रत

दादरी में स्थापित होगा प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण केंद्र

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने राज्यपाल की घोषणा पर दी सहमति

स्वामी ओमानंद सरस्वती और शहीदों को प्रणाम किया

दादरी में स्वामी ओमानंद स्मृति एवम् प्राकृतिक कृषि सम्मलेन का हुआ आयोजन

चरखी दादरी, 23 मार्च। किसानों को प्राकृतिक खेती की तकनीक सिखाने के लिए चरखी दादरी में भी कृषि विभाग की ओर से एक ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया जाएगा। आर्य हिंदी संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित स्वामी ओमानंद स्मृति दिवस समारोह एवं प्राकृतिक कृषि कार्यशाला में आज गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कृषि मंत्री जेपी दलाल की सहमति से यह घोषणा की। स्वामी ओमानंद स्मृति एवम् प्राकृतिक कृषि कार्यशाला में दादरी, भिवानी, लोहारू, तोशाम, बहल, सिवानी आदि के हजारों किसानों ने शिरकत की। हरियाणा आर्य प्रतिनिध सभा एवं आर्य हिंदी संस्कृत महाविद्यालय गुरुकुल चरखी दादरी की ओर से आयोजित करवाए गए इस समारोह में महामहिम राज्यपाल आर्चाय देवव्रत आर्य ने कहा कि प्राकृतिक खेती के दम पर ही हिंदुस्तान की भूमि को उपजाऊ बनाया जा सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी बात सुनकर बजट में प्राकृतिक खेती का प्रावधान कर दिया है। रासायनिक खेती की वजह से हमारा खान-पान पूरी तरह से विषैला हो चुका है तथा जमीन बंजर होती जा रही है। आम नागरिक कैंसर, शुगर, हाईब्लड प्रेशर, हृदय रोग आदि भयानक बीमारियों का शिकार होते जा रहे हैं। मां के आंचल का दूध अमृत माना जाता था, वह भी अब इन कीटनाशकों की वजह से गुणकारी नहीं रहा।  आचार्य देवव्रत ने कहा कि भारत हर साल अढाई लाख करोड़ रुपए का डीएपी व यूरिया विदेशों से आयात करता है, जो केवल हमारी जमीन को खराब करने का काम कर रहा है। यही नहीं जमीन के नीचे का पानी भी जहरीला हो चुका है। यही हाल रहा तो आने वाले बीस साल के बाद भारत भूमि निर्जन हो जाएगी। हर साल करोड़ों देशवासी अस्पतालों में बीमार होकर मर रहे हैं। महाराष्ट्र में गर्भपात की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। वहां गर्भ में इन रसायनों के दुष्प्रभाव के कारण गर्भ में बच्चों के अंग विकसित नहीं हो पाते और जन्म लेने से पहले ही गर्भ में उनको मार दिया जाता है। आदमी के साथ दुधारू पशुओं पर भी रसायनिक तत्वों का खतरनाक असर हो रहा है।  उन्होंने कहा कि हरियाणा का किसान पैदावार कम होने के भय से जैविक खेती की तरफ नहीं जा रहा, जब कि हकीकत यह है कि प्राकृतिक और जैविक खेती में काफी अंतर है। महामहिम राज्यपाल ने बताया कि देसी अथवा गिर, थारपारकर, हरियाणा, अंगोला आदि नस्ल की गाय का पालन कर हम प्राकृतिक खेती को अपना सकते हैं। देसी गाय के गोबर में करोड़ों सूक्ष्म जीवाणु हैं, जो कि हमारी धरती मां को फिर से हरा भरा और उपजाऊ बना सकते हैं। आज इस खेती से भारी बारिश के बावजूद उनकी गेहूं की उपज सही सलामत है। सोनीपत का एक युवा किसान प्राकृतिक खेती से हर साल प्रति एकड़ आठ-नौ लाख रूपए की कमाई कर रहा है। किसान चाहे तो इसको प्रयोग के तौर पर खेत में गाय के गोबर से जीवामृत व घन जीवामृत बनाकर शुरू कर सकते हैं। इसके उन्हें चमत्कारी परिणाम देखने को मिलेंगे।  आचार्य देवव्रत ने कहा कि स्वामी ओमानंद सरस्वती आर्य समाज के एक महान दृष्टा और विचारक थे। आज शहीदी दिवस है। जिस समय भगतसिंह, राजगुरू, सुखदेव को लाहौर में फांसी दी गई, उस घटना से उद्वेलित होकर स्वामी ओमानंद दिल्ली में कालेज की पढ़़ाई छोडक़र आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए थे। स्वामी ओमांनद सरस्वती ने दादरी-भिवानी क्षेत्र में समाज की भलाई के लिए काफी संस्थाएं स्थापित कीं। जिनमें से आर्य हिंदी संस्कृत महाविद्यालय भी एक है। इस संस्था का सुधार करने के लिए यहां महाविद्यालय के साथ ही सीबीएसई पाठ्यक्रम का उन्नत गुरुकुल स्थापित कर दिया जाए। कुरूक्षेत्र गुरूकुल का उदाहरण देते हुए राज्पाल ने कहा कि वहां भी कभी ऐसा ही हाल था, आज वहां दाखिले के लिए प्रति वर्ष हजारों बच्चों के आवेदन आते हैं। हरियाणा आर्य प्रतिनिधि सभा को इस विषय में गंभीरता से विचार करना चाहिए। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा सरकार ने जैविक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए एक अलग से शाखा बना दी है। जो कि किसानों को पेस्टिसाइड युरिया के स्थान पर गोबर से बनाई गई खाद का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रही है। हरियाणा सरकार प्राकृतिक खेती को बढावा देने के लिए गाय की खरीद पर 25 हजार रूपए की सब्सिडी दे रही है। कृषि मंत्री ने आर्य महाविद्यालय संस्थान के लिए 21 लाख रूपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती के आदर्शों पर चलने वाले आर्य समाज की संस्था के उत्थान के लिए वह हरसंभव अपना योगदान देंगे। दादरी के विधायक सोमबीर सांगवान ने भी आर्य हिंदी संस्कृत महाविद्यालय के लिए 11 लाख रुपए देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि संस्था की बढ़ोतरी के लिए जो भी कार्य उनको सौंपा जाएगा, उसको सरकार व खाप संगठनों के सहयोग से पूरा किया जाएगा। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल और कृषि मंत्री जेपी दलाल किसानों की स्थिति से वाकिफ हैं और उनको क्षतिपूर्ति सहायता दिलवाई जाएगी। राज्यपाल आचार्य देवव्रत, कृषि मंत्री जेपी दलाल और विधायक सोमबीर सिंह को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। समारोह में किसानों के लिए कृषि विभाग की ओर से अनेक स्टालें लगाई गई थीं। इस अवसर पर  आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा प्रधान राधाकृष्ण आर्य, मंत्री उमेद शर्मा, विनय आर्य मंत्री दिल्ली सभा, स्वामी प्रणवानंद, स्वामी सुखानंद, स्वामी धर्मदेव, स्वामी सच्चिदानंद सरस्वती, अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग ढालिया, कृषि उपनिदेशक डा. बलवंत सहारण, कार्यकारी अभियंता रमेश गौड़, डीएसपी वीरेंद्र सिंह, पूर्व विधायक रणबीर मंदौला, कुलबीर छिकारा, नगरपरिषद चेयरमैन बक्शी सैनी, कन्हैयालाल आर्य, अजय शास्त्री, आचार्य प्रवीण योगी, कन्या गुरूकुल प्रधान ओमप्रकाश, आचार्या जया, बलवान आर्य, सत्यप्रकाश सांगवान, प्रोफेसर देवदत्त आर्य, सत्यवीर शास्त्री , सुरेंद्र शास्त्री, बलवान सांगवान, सत्यपाल इत्यादि उपस्थित रहे।  

 

Yajurved Parayan Yajya

Arya Samaj Sthapna Diwas