37th Varshikotsav

37th Varshikotsav was organized by arya samaj Gohana Mandi Sonipat Haryana.
09 Apr 2023
India
Arya Samaj Gohana Mandi
आर्य समाज गोहाना मंडी का 37 वां वार्षिक उत्सव आर्य समाज मंदिर गुडा रोड पर 7 अप्रैल से 9 अप्रैल तक मनाया गया | कार्यक्रम का आरंभ वैदिक यज्ञ के साथ प्रारंभ किया गया | जिसमें बड़ी संख्या में वेद मंत्रों से महिलाओं ने प्राणी मात्र के कल्याण हेतु आहुति प्रदान की कार्यक्रम में मुख्य यजमान संस्था के मंत्री अजीत सिंह रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज गोहाना मंडी के प्रधान धर्मपाल आर्य द्वारा की गई | इस अवसर पर मुरादाबाद से पधारे वैदिक विद्वान आचार्य महावीर मुमुक्षु नए यज्ञ परीक्षा में सभी को आशीर्वाद दिया मुमुक्षु ने अपने उपदेश में ईश्वर को पहले जानना फिर मानना विषय पर विस्तार से उपस्थित लोगों को चर्चा करते हुए उनके सही स्वरूप को जानने पर बल दिया | उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती के दिखाए मार्ग से देश आजाद हुआ और आज भी समाज सुधार देशभक्ति का वातावरण उत्पन्न हो सकता है | वैदिक धर्म एवं संस्कृति अपनाने से ही चरित्रवान युवक तैयार हो सकते हैं जो हमेशा देश की रक्षा के लिए बलिदान देने को तैयार रहेंगे | महावीर मुमुक्षु ने कार्यक्रम के दौरान देश के युवाओं में बढ़ रही नशे की लत को लेकर गहन चिंता व्यक्त की उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को संभालने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी उनके माता-पिता की है वह अपने बच्चों के साथ समय बिताएं और उनको सही और गलत का ध्यान दें और उन्होंने कहा कि समाज तभी उन्नति करेगा जब उसे अच्छा नेतृत्व मिलेगा | धर्म राज के पोषण से पनपता है जैसी राज व्यवस्था होगी उसी के अनुरूप धर्म का प्रचार प्रसार होगा कृण्वन्तो विश्वमार्यम् का उद्घोष तभी संभव है जब अच्छे लोगों को सम्मान मिलेगा | व्यक्ति और समाज के उत्थान के लिए चरित्र आवश्यक है श्यामरथ वर्णी ने भगवान राम से प्रेरणा लेने का संदेश दिया | उपदेशक रामनिवास आर्य ने भजनों के माध्यम से अविघाओं से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया | कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज अनाज मंडी के अध्यक्ष धर्मपाल आर्य ने की इस अवसर पर सत्यवीर आर्य, बल्गानन आर्य, रामचंद्र लठवाल, इंद्र सिंह मलिक, राजदेव आर्य, लहणा सिंह मोर, रामस्वरूप मोर और सुनील खां भी मौजूद रहे | कार्यक्रम के पश्चात ऋषि लंगर का आयोजन किया गया इस अवसर पर आर्य समाज के प्रधान धर्मपाल आर्य, रामपाल आर्य, रामचंद्र पंडित, गजेंद्र आर्य, सत्य नारायण आर्य, कुलदीप आर्य, पंडित कृष्ण आदि उपस्थित रहे |