41st Vaicharik Kranti Shivir

41st Vaicharik Kranti Shivir was organized by Akhil Bhartiya Dayanand Sewashram Sangh Delhi.

 

आर्य समाज की सेवा इकाई अखिल भारतीय दयानन्द सेवाश्रम संघ के तत्वावधान में 41वां वैचारिक क्रांति शिविर का समापन समारोह आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली में मनाया गया. इस अवसर पर कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रजव्लित कर किया गया। जिसमें जे बी एम ग्रुप के चेयरमैन सुरेंद्र कुमार आर्य जी, सार्वदेशिक सभा के प्रधान श्री सुरेश चंद्र आर्य जी, दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान श्री धर्मपाल आर्य जी, महामंत्री विनय आर्य जी, अखिल भारतीय दयानन्द सेवाश्रम संघ के महामंत्री श्री जोगिंदर खट्टर जी, आर्य केंद्रीय सभा के महामंत्री आर्य सतीश चड्डा जी, विनय विद्यालंकार जी, दीपक केडिया जी, योगराज अरोरा जी, आर्य समाज एवं अखिल भारतीय दयानन्द सेवाश्रम संघ के अधिकारीगण उपस्थित रहे. साथ में गुरूकुलों के बच्चो ने शानदार प्रस्तुती दी. इस अवसर पर दयानन्द मंजरी नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया. एवं आर्य समाज की महिला स्वरोजगार योजना के अंतर्गत बहुत सी महिलाओं को 20000 रूपये की सहयोग राशि भेट की गयी. सन 1969 से अखिल भारतीय दयानन्द सेवाश्रम संघ इन क्षेत्रों में समाज के उत्थान का कार्य कर रहा है. लगातार हर वर्ष आदिवासी, प्रतिनिधियों को स्वावलंबी बनाने की शिक्षा के साथ ही उन्हें भारतीय संस्कृति की जानकारी दी जाती रही है. इस परंपरा की शुरुआत पिछले 41 वर्षों से लगातार जारी है. देश के विभिन्न राज्यों से करीब सैंकड़ों छात्र-छात्राएं दिल्ली के गुरुकुल में रहकर पढ़ रहें हैं. आर्य समाज मानता है आदिवासी कमजोर नहीं ताकतवर हैं.बस इस स्वाभिमानी समाज को आधुनिक शिक्षा और मुख्यधारा से जोड़ने की जरूरत है. इस कड़ी में पिछले कुछ समय में तेजी लाते हुए अखिल भारतीय दयानन्द सेवाश्रम संघ के महानुभावों के सहयोग से पूर्वोत्तर भारत से लेकर मध्य और दक्षिण भारत में स्कूल और बालवाड़ी का कार्य प्रारम्भ किया. इस शिविर के माध्यम से प्रशिक्षण लेकर आदिवासी क्षेत्रों के लोग अपने गांव के लोगों को बालवाड़ियों के माध्यम से शिक्षित करते हैं. भारतीय समाज की विभिन्नता में एकता का सबसे सुन्दर उदहारण इस शिविर में देखने को मिलता है. इस सामाजिक, आध्यात्मिक उन्नति से हजारों लोगों को संस्कारित कर आर्यसमाज अपना कर्त्तव्य पालन कर रहा है.

 

Vishaal Charitr Nirmaan ev Aatmaraksha Prashikshan Shivir

Mangal Kamna Yagya