15th Arya Eligible Bachelors Introduction Conference

27 Mar 2016
India
आरय परतिनिधि सभा जममू कशमीर

आर्य परिवार युवक-युवती वैवाहिक परिचय सम्मेलन महर्शि दयानन्द सरस्वती के वैदिक विचारों का प्रायोगिक स्वरूप है। महर्शि दयानन्द ने षास्त्रीय आधार पर कान्तदर्षी वैवाहिक दर्षन प्रतिपादन किया है। उक्त विचार राकेष चैहान प्रधान आर्य प्रतिनिधि सभा जम्मू कष्मीर ने प्रथम बार जम्मू में आयोजित आर्य परिवार युवक युवती वैवाहिक परिचय सम्मेलन में व्यक्त किये।
सार्वदेषिक आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के निर्देषानुसार दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वावधान में आर्य प्रतिनिधि सभा जम्मू कष्मीर द्वारा आर्य समाज बक्षी नगर जम्मू में आयोजित 14वें राश्ट्रीय आर्य परिवार युवक युवती परिचय सम्मेलन में उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रयासों से आर्य परिवारों को आपस में जोड़ने में सहायता मिलेगी।
राश्ट्रीय संयोजक अर्जुनदेव चढ्डा के निर्देष पर राश्ट्रीय प्रतिनिधि के रूप में रामप्रसाद याज्ञिक एवं अरविन्द पाण्डेय कोटा राजस्थान से उक्त कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
राश्ट्रीय प्रतिनिधि अरविन्द पाण्डेय द्वारा कोटा आकर कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया गया कि इस वैवाहिक परिचय सम्मेलन का षुभारंभ अतिथियों सर्वश्री देवदत्त त्रेहन, आचार्य विद्याभानु षास्त्री, राकेष चैहान, प्रधान भारत भूशण आर्य उपप्रधान, रविकान्त गुप्ता मंत्री, योगेष गुप्ता, कोशाध्यक्ष रामप्रसाद याज्ञिक द्वारा दीप प्रज्ज्वलन व ईष्वर स्तुति प्रार्थना मंत्रों के उच्चारण के साथ हुआ।
कार्यक्रम में कोटा जिला सभा द्वारा राकेष चैहान प्रधान जम्मू कष्मीर आर्य प्रतिनिधि सभा का राजस्थानी साफा पहनाकर, षाॅल औढ़ाकर व गायत्री मंत्र से सुसज्जित केसरिया पटका पहनाकर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में भारत भूशण आर्य ने कहा कि इस प्रकार के कार्य महिला स्वतंत्रता को बढ़ावा देने वाले हैं। इससे उनमें आत्मविष्वास बढ़ता है।
इस अवसर पर आचार्य विद्याभानू षास्त्री जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आर्य परिवार में पले बढ़े युवक युवतियों को आर्य संस्कारों से युक्त जीवन साथी मिलाने का आर्यसमाज का यह प्रयास प्रषंसनीय है। इससे समाज को नई दिषा मिलेगी।
कार्यकम में बोलते हुए कोटा से आये रामप्रसाद याज्ञिक राश्ट्रीय सहसंयोजक ने कहा कि जातिगत आधार के स्थान पर गुणधर्म, स्वभाव के अनुकूल विवाह सुखी गृहस्थ जीवन की कुंजी है। देष के प्रत्येक स्थान पर इस प्रकार के परिचय सम्मेलन आयोजित किये जाने चाहिए।
दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री विनय आर्य ने अपने संदेष में कहा कि विगत वर्श में आर्य समाज द्वारा आर्य परिवारों के वैवाहिक सम्बंधों के माध्यम से परस्पर जोड़ने के लिए एक वृहद कार्य योजना का निर्माण किया गया और जिसकी परिणिति स्वरूप ये सम्मेलन आयोजित किये गये। अब तक 13 सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किये जा चुके हैं। जिसके माध्यम से लगभग 700 लोग वैवाहिक सम्बंध में बंध चुके हैं।
इसके बाद युवक एवं युवतियांे के अभिभावकों ने मंच पर आकर आत्मविष्वास के साथ अपना परिचय दिया। रिष्ते सम्बंधी आपसी बातचीत करने के लिए पृथक से व्यवस्था की गई थी।
इस अवसर पर आर्य प्रतिनिधि  सभा के मंत्री रविकान्त ने बताया कि इस सम्मेलन में जिन युवक एवं युवतियों का पंजीकरण किया गया उनका मय फोटो, बायोडाटा विवरणिका सम्मेलन स्थल पर सभी पंजीकृत युवक-युवतियों को निःषुल्क दी गई।
कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न काउंटर विषेशकर पूछताछ, रजिस्ट्रेषन विवरणिका वितरण, वेज विवरण इत्यादि के लगाये गये थे।
इस अवसर पर तत्काल पंजीकरण काउंटर की विषेश व्यवस्था की गई थी। उक्त सभी काउंटरों की व्यवस्था आर्य प्रतिनिधि सभा के कोशाध्यक्ष योगेष गुप्ता, उपप्रधान नरेन्द्र त्रेहन, उपमंत्री राजीव सेठी ने बखूबी संभाल रखी थी।
इस अवसर पर आर्य समाज बक्षी नगर जम्मू द्वारा आगन्तुकों व अतिथियों के लिए चाय-नाष्ता एवं भोजन व आवास की निःषुल्क व्यवस्था की गई थी।
आर्य प्रतिनिधि सभा जम्मू कष्मीर के प्रधान राकेष चैहान ने सभी उपस्थित जनों व आयोजकों का आभार व्यक्त किया। षांतिपाठ के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

 

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