
Ved Prachar Saptah Starts in D.A.V School

17 Aug 2016
Rajasthan, India
ज़िला आरय परतिनिधि सà¤à¤¾ कोटा
कोटा 17 अगसà¥à¤¤ 2016। डी.à¤.वी. पबà¥à¤²à¤¿à¤• सà¥à¤•ूल, कोटा में वेद पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤† पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आरमà¥à¤ देव यजà¥à¤ž से शà¥à¤°à¥€ शोà¤à¤¾à¤°à¤¾à¤® आरà¥à¤¯ के बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤¤à¥à¤µ में हà¥à¤† । कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की अगली कड़ी में वैदिक विचार धारा पर विशद चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ मà¥à¤–à¥à¤¯ वकà¥à¤¤à¤¾ के रूप में पधारे विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ कà¥à¤®à¤¾à¤‰ विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के संसà¥à¤•ृत विà¤à¤¾à¤— के पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डा0 विनय विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤‚कार थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि धरà¥à¤® और विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤à¤• दूसरे के पूरक है। इसलिठउनका सनà¥à¤¤à¥à¤²à¤¨ आवशà¥à¤¯à¤• है। जीवन के सà¤à¥€ कारà¥à¤¯à¥‹ के समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ हेतॠसà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ का महतà¥à¤µ सबसे अधिक है। साथ ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¥‚षारà¥à¤¥ चतà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¯ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ धरà¥à¤®, अरà¥à¤¥, काम और मोकà¥à¤· की à¤à¥€ विशद वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ की ।
देश की सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤°à¤¤à¤¾ में आरà¥à¤¯ समाज के योगदान का उलà¥à¤²à¥‡à¤– करते हà¥à¤ राम पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ बिसà¥à¤®à¤¿à¤², à¤à¤—त सिंह, सà¥à¤–देव और राजगà¥à¤°à¥‚ की वैदिक विचारधारा को रेखांकित किया । वेद पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के उदेशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के धरà¥à¤® शिकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€ शोà¤à¤¾à¤°à¤¾à¤® आरà¥à¤¯ ने सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ किया।
सà¥à¤µà¤¾à¤—त उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ देते हà¥à¤ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सरिता रंजन गौतम ने कहा कि इस आयोजन की पृषà¥à¤Ÿ à¤à¥‚मि में डीà¤à¤µà¥€ पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤•तà¥à¤°à¥à¤°à¥€ समिति के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ डा0 पूनम सूरी की विशद और विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ सोच है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि यह आयोजन वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ दौर की चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सामना करने के लिठअतà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¶à¥à¤¯à¤• है। इस अवसर पर विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ आरà¥à¤¯ समाजों के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ ओम पà¥à¤°à¤•ाश शà¥à¤°à¥€ लालचनà¥à¤¦, शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‚षोतम, शà¥à¤°à¥€ सोमेश गाà¤à¤§à¥€, शà¥à¤°à¥€ बंशीलाल जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डा0 विनय विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤‚कार का माला पहनाकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया। इस अवसर पर आरà¥à¤¯ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ आर.सी. आरà¥à¤¯, कैलाश बाहेती, जे.à¤à¤¸. दà¥à¤¬à¥‡ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अनà¥à¤¤ में आरà¥à¤¯ समाज कोटा के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ अरà¥à¤œà¥à¤¨à¤¦à¥‡à¤µ चडडा ने सà¤à¥€ का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया।
(सरिता रंजन गौतम)
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