Swadhyay Shivir
04 Jun 2017
India
शरीमद दयानंद आरष जयोतिरमठगरकल
गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पौंधा देहरादून में दिनांक 29 मई से 1 जून 2017 तक सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ शिविर à¤à¤µà¤‚ 2 से 5 जून तक गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पौंधा का वारà¥à¤·à¤¿à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤µ बड़े धूमधाम के साथ समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ शिविर में ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¾à¤¦à¤¿à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‚मिका का सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ आरà¥à¤¯ जगत के मूरà¥à¤§à¤¨à¥à¤¯ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ डॉ. सोमदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ (मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ) दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ 2-2 घणà¥à¤Ÿà¥‡ के सतà¥à¤°à¥‹à¤‚ में ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¾à¤¦à¤¿à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‚मिका के उपासना पà¥à¤°à¤•à¤°à¤£ का समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ हà¥à¤†à¥¤
शिविर में पहà¥à¤‚चे शिविरारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने इस आयोजन के लिठआयोजनकरà¥à¤¤à¤¾ दिलà¥à¤²à¥€ आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾, गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पौंधा, आचारà¥à¤¯ धनञजय शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, आचारà¥à¤¯ सोमदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤£à¤µà¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ à¤à¤µà¤‚ संयोजक शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤–बीर सिंह आरà¥à¤¯ की दिल से पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की तथा à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के शिविर आयोजित करने की अपील करते हà¥à¤ कहा कि à¤à¤¸à¥‡ शिविर काफी लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ हैं तथा इन शिविरों से सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ करने का तरीका à¤à¥€ जà¥à¤žà¤¾à¤¤ होता है।
शिविर में दिलà¥à¤²à¥€ की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ आरà¥à¤¯ समाजों से लगà¤à¤— 150 सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया जो सराहनीय है। इसके अतिरिकà¥à¤¤ अनà¥à¤¯ अनेक सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ आरà¥à¤¯à¤œà¤¨ शिविर में पधारे जो आरà¥à¤¯ जनों की सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ रà¥à¤šà¤¿ को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¥€ है। डॉ. सोमदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने शिविर का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ करते हà¥à¤ बताया कि ‘महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ जी के सà¤à¥€ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ हैं मगर सà¤à¥€ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ में सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¾à¤¦à¤¿à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‚मिका à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•à¤¾à¤° विधि का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है। विगत वरà¥à¤· इसी सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ के सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ शिविर समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ हैं। इस वरà¥à¤· दिलà¥à¤²à¥€ आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ के सहयोग से गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² के तीन दिवसीय वारà¥à¤·à¤¿à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤µ से पूरà¥à¤µ चार दिवसीय ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¾à¤¦à¤¿à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‚मिका का आयोजन बड़े धूमधाम से किया जा रहा है। यह बड़े सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ की बात है कि इस शिविर में दूर-दूर से आरà¥à¤¯à¤œà¤¨ पधारे हैं |’ सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ शिविर के साथ-साथ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• दिन सà¥à¤¬à¤¹-शाम डॉ. विनोद शरà¥à¤®à¤¾ जी के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में योग ककà¥à¤·à¤¾à¤“ं का आयोजन à¤à¥€ किया गया तथा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ डॉ. सोमदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी के बà¥à¤°à¥¨à¤¤à¥à¤µ में सामवेद पारायणयजà¥à¤ž समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ रातà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ सतà¥à¤° में मनोविनोद कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® चला जिसमें आरà¥à¤¯à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ ने à¤à¤œà¤¨, कविता, चà¥à¤Ÿà¤•à¥à¤²à¥‡ आदि सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡ जो मनोरंजन की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ के साथ-साथ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤°à¥à¤§à¤• à¤à¥€ रहे। गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पौंधा में सà¤à¥€ शिविरारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठरहने, पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒà¤°à¤¾à¤¶, à¤à¥‹à¤œà¤¨à¤¾à¤¦à¤¿ à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¤¾à¤¦à¤¿ की सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की गयी जिसकी सà¤à¥€ ने सराहना की। सà¤à¤¾ की ओर से सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤£à¤µà¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, डॉ. सोमदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, डॉ धनञà¥à¤œà¤¯, जय शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² के सà¤à¥€ आचारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का जिनके सहयोग से शिविर सफलता पूरà¥à¤µà¤• समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†, का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया गया। - सà¥à¤–बीर सिंह आरà¥à¤¯, संयोजक