Ved Prachar Saptah
07 Aug 2017
India
आरय समाज खलासी लाइन
आरà¥à¤¯ समाज खलासी लाइन सहारनपà¥à¤° के ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में वेद पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में महिला समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त विशà¥à¤µ विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ रचनाकार à¤à¤µà¤‚ à¤à¤œà¤¨à¥‹à¤ªà¤¦à¥‡à¤¶à¤• पं. सतà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ‘पथिक’ का अà¤à¤¿à¤¨à¤¨à¥à¤¦à¤¨ किया गया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ को उदà¥à¤§à¥ƒà¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि ऋषि ने राषà¥à¤Ÿà¥à¤° उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लिठ17 बार विष पिया, राजा-महाराजों के दमन चकà¥à¤° à¤à¥‡à¤²à¥‡, ईंट-पतà¥à¤¥à¤° खाये। आज उनके शिषà¥à¤¯ का अदà¥à¤à¥à¤¤ सà¥à¤µà¤¾à¤—त यह महरà¥à¤·à¤¿ की नीतियों का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² है।
आचारà¥à¤¯ सोमदेव ने विदोतà¥à¤¤à¤¾à¤®à¤¾ का उदाहरण देते हà¥à¤ नारी की सशकà¥à¤¤ à¤à¥‚मिका को अनिवारà¥à¤¯ बताया। पं. विरेनà¥à¤¦à¥à¤° मिशà¥à¤° ने नारी उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ à¤à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ से शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं को à¤à¤¾à¤µà¥à¤• कर दिया।
-रविकानà¥à¤¤ राणा, मंतà¥à¤°à¥€