The Arya Samaj | News of Arya Kendriya Sabha Delhi Rajya

Mahashay Dharmapal elected unanimously elected chief

29 Oct 2017
Delhi, India
आरय केनदरीय सभा दिलली राजय

दिनांक 29 अक्टूबर, 2017 को सायं 3 बजे आर्यसमाज पटेलनगर नई दिल्ली के सभागार में प्रधान महाशय धर्मपाल जी की अध्यक्षता में हुआ, जिसमें 190 सदस्य उपस्थित थे। गायत्री मंत्र के उच्चारण से बैठक आरम्भ हुई। सर्वप्रथम गत तीन वर्षों में दिवंगत हुए आर्य सदस्यों को श्रद्धांजलि  à¤¦à¥‡à¤¤à¥‡ हुए एक मिनट के मौन के बाद, पुनः गायत्री मंत्र से बैठक आरम्भ हुई। विगत 22 जून, 2014 को हुई बैठक की कार्यवाही  महामंत्री महोदय ने पढ़कर सुनाई, जिसकी सम्पुष्टि सभा ने सर्वसम्मति से कर दी। महामंत्री श्री सतीश चड्डा न उपस्थित आर्यजनों का स्वागत करते हुए वार्षिक विवरण 01 अप्रैल 2014 से 31 मार्च 2017 को प्रस्तुत किया।

इन सभी आयोजनों में सभी आर्य संस्थाओं व आर्य समाजों के अधिकारियों और सदस्यों की व्यक्तिगत भागीदारी होती है अतः आप सबका तथा सभी आर्य संस्थाओं के पदाधिकारियों का धन्यवाद किया। अनेक सदस्यों ने इस कार्य विवरण पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा कार्यकर्ताओं द्वारा तन-मन-धन से की गई सेवा के लिए धन्यवाद किया। विवरण की प्रतियां सभी प्रतिनिधियों को प्रवेश द्वार पर ही दे दी गई थी। महामंत्री ने जानकारी दी कि उपरोक्त आयोजनों की सूचना विभिन्न राष्ट्रीय व दैनिक समाचार पत्रों में एमडी. एच. परिवार तथा आर्ष साहित्य प्रचार ट्रस्ट की ओर से प्रकाशित करवाई गई, हम उनका धन्यवाद करते हैं। स्वामी श्रद्धानन्द बलिदान दिवस की विशाल शोभा यात्रा में दिसम्बर 2016 को विभिन्न विद्यालयों की ओर से 9  à¤•à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ अलग-अलग विषयों में शामिल हुईं, उन विद्यालयों के पदाधिकारियों का बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

महामंत्री ने प्रस्ताव रखा कि आर्य केन्द्रीय सभा दिल्ली राज्य (पं.) की ओर से पूर्व महामंत्री श्री राजीव आर्य जी की स्मृति में प्रति वर्ष एक अधिकारियों  à¤•à¥‡ सम्मान हेतु ग्यारह हजार का पुरस्कार देने का प्रस्ताव रखा जिसे सर्व सम्मति से पारित कर दिया गया। कोषाध्यक्ष श्री अरुण प्रकाश वर्मा जी ने सदस्यों को आय-व्यय विवरण 2013-14, 14-15, 15-16 तथा 16-17 की जानकारी दी जोकि वार्षिक विवरण में ही प्रकाशित की गई थी, सार रूप में उन्होंने सभी सदस्यों को बताया कि स्थिर निधियां (एफ. डी. आर.) जो मार्च 2014 में लगभग 9.5 लाख की थी वह मार्च 2017 में लगभग 34 लाख की हो गई जिसमें मुख्य रूप से महाशय धर्मपाल जी का योगदान है। सभी सदस्यों ने करतल ध्वनि से दानदाताओं का धन्यवाद करते हुए आय-व्यय विवरण को पारित कर दिया। इस पर सभी ने कोषाध्यक्ष महोदय का धन्यवाद करते हुए हर्ष व्यक्त किया।

श्री जगदीश मलिक जी ने सुझाव दिया कि आय-व्यय विवरण हिन्दी में होना चाहिए। महामंत्री ने उनको तथा अन्य सदस्यों को आश्वस्त किया कि आगे से ऐसा ही होगा। श्री सुरेन्द्र कुमार रैली जी ने कहा कि गत वर्षों  में आर्य केन्द्रीय सभा के आयोजनों में बहुत सुन्दर बदलाव व मनमोहकता बढ़ गई है तथा कार्यकर्मों की व्यवस्था प्रशंसनीय रही है इसमें बहुत बढ़ा योगदान हमारे प्रधान जी का ही झलकता है। श्री जोगेन्द्र खट्टर जी ने विचार व्यक्त किये कि कार्यक्रम और सुन्दर व नये विचारणीय विषयों पर केन्द्रित होने चाहिए। कार्यकर्मों में जो प्रगति हुई है उसमें बहुत बड़ा हाथ और नेतृत्व महाशय धर्मपाल जी का ही है, क्योंकि उनका व्यक्तिगत अनुभव व जानकारी महत्वपूर्ण है। श्री विनय आर्य जी महामंत्री, दिल्ली à¤†à¤°à¥à¤¯ प्रतिनिधि सभा ने सदस्यों को बताया कि राष्ट्रीय समाचार पत्रों में पूरे, आधे व चैथाई पृष्ठों पर कार्यकर्मों की सूचना व विषयों की जानकारी के प्रकाशन पर लगभग 9 लाख प्रति कार्यक्रम व्यय हुआ तथा कार्यकर्मों की रिकार्डिंग तथा टीवी टैलीकास्ट पर ढाई लाख प्रति कार्यक्रम à¤µà¥à¤¯à¤¯ आता है। इस तरह लगभग 12-15 लाख रुपये एक कार्यक्रम का व्यय है।

आर्य केन्द्रीय सभा तथा दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा वर्ष में 6 मुख्य आयोजन करता है। अब आप सभी सदस्य विचार कीजिए कि इतनी बड़ी व्यय की गई राशि कब तक हम दानरूप में महत्वपूर्ण व à¤¦à¤¾à¤¨à¥€ महानुभावों से लेते रहेंगे। हमारा प्रयास होना चाहिए कि हमारी दोनों सभाएं इतनी सक्षम हो जाएं कि यह व्यय वह अपने सामर्थ पर खर्च कर सकें अतः आप विचार कीजिए। सभी सदस्यों ने जोरदार तालियां बजाई और उनका साधुवाद किया। विभिन्न सदस्यों द्वारा गत वर्षों में हुए à¤†à¤¯à¥‹à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ की सुन्दरता, प्रगति, मोहकता और महर्षि द्वारा स्थापित आर्य समाज व सत्य सनातन वैदिक धर्म के प्रचार-प्रसार में आई तेजी पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा इन सबके लिए प्रधान महाशय धर्मपाल जी के नेतृत्व को श्रेय दिया गया। सभी सदस्यों ने जोरदार तालियां बजाईंऔर उनका साधुवाद किया। प्रधान महाशय धर्मपाल जी ने विभिन्न आर्य समाजों व आर्य संस्थाओं के प्रप्रतिनिधियों के सहयोग हेतु धन्यवाद करते हुए सम्बोधित किया कि हम सब एक जुटकर होकर महर्षि के मिशन को आगे बढाएं। आयोजनों को विश्वस्तरीय  à¤¬à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ के लिए हम सभी को कठिन परिश्रम व एक दूसरे का सहयोग करते हुए आगे बढ़ना है। गत वर्षों में जो आयोजन हुए उसमें मेरा कोई विशेष योगदान नहीं है। ये सब आप ही के पुरुषार्थ व मेहनत का नतीजा है अतः आपके सहयोग का बहुत-बहुत धन्यवाद। सभी सदस्यों ने तालियां बजाकर उनका धन्यवाद स्वीकार किया। तदुपरांत प्रधान महाशय धर्मपाल प्रस्ताव मांगा पर किसी भी सदस्य का नाम नहीं आया। चुनाव अधिकारी महोदय ने सर्वसम्मति से आर्य केन्द्रीय सभा दिल्ली राज्य के लिए महाशय धर्मपाल जी को प्रधान घोषित किया।

महाशय धर्मपाल जी ने सभी सदस्यों का मान रखते हुए पद स्वीकार किया तथा आये हुए सभी सदस्यों का धन्यवाद किया। महाशय जी ने आर्य समाजों के साप्ताहिक सत्संग के कार्यकर्मों में सदस्यों के बच्चों के जन्म दिन व वैवाहिक वर्षगांठ मनाने के विषय पर विचार करना चाहिए à¤¤à¤¥à¤¾ लंगर व्यवस्था सुन्दर व व्यवस्थित करने का प्रयास करना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी आर्य समाज को जाने-पहचाने व महर्षि के विचारों से अवगत हो। आर्य प्रतिनिधि सभा म्यांमा (बर्मा) से आये प्रधान श्री अशोक क्षेत्रपाल तथा श्री सुदर्शन मेहरा का स्वागत किया गया तथा महाशय जी ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया। श्री विनय आर्य, महामंत्री दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा ने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि भविष्य में खर्चा बढ़ता जा रहा है तथा स्थाई निधियों का ब्याज कम हो रहा है यदि उनको बढ़ाया न गया तो भविष्य में कार्यकर्मों को और सुन्दर बनाना मुश्किल होगा। तब महाशय जी ने 16 लाख रुपये की स्थिर निधि हेतु अपने योगदान की घोषणा की तथा अन्य सदस्यों से भी अपना-अपना योगदान देने की अपील की। श्री विनय आर्य ने इस विषय को गम्भीरता पूर्वक लेने की तथा विचार करने की पुनः अपील की कि आप चाहे व्यक्तिगत योगदान दें अथवा अपनी आर्य समाज या आर्य संस्था की तरफ से। कुछ न कुछ योगदान की घोषणा करके जाएं ताकि हम सबकी  यह सभा आर्थिक रूप से समर्थ हो सके। उन्होंने सभी दानदाताओं धन्यवाद व आभार प्रकट किया तथा अन्य सदस्यों को भी सुझाव  à¤¦à¤¿à¤¯à¤¾ कि वे अपनी कार्यकारिणी के साथ विचार विमर्श के पश्चात् दान दे सकते हैं इन सभी राशियों की स्थिर निधियां बनवा दी जावेगी जिससे इनके ब्याज से आर्य केन्द्रीय सभा चिरकाल तक और अच्छे कार्यकर्मों का आयोजन कर सके। महाशय धर्मपाल जी ने सभी दानी महानुभावों तथा समाज के अधिकारियों को आशीर्वाद दिया तथा आर्य समाज पटेल नगर के अधिकारियों का नाश्ते की व्यवस्था हेतु धन्यवाद किया। शान्ति  पाठ के साथ बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। उपस्थित सदस्यों को आर्य केन्द्रीय सभा की ओर से नववर्ष 2018 का कलैण्डर भेंट किया à¤—या।

- सतीश चड्डा

Know the true nature of God

Appeal from Prime minister and state government to save gurukul