20th Arya Parivar Yuvak Yuvti Parichay Sammelan

06 May 2018
India
दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा

नई दिल्ली। सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के निर्देशन में दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्त्वावधान में 20वां आर्य परिवार युवक-युवती परिचय सम्मेलन आर्य समाज कीर्ति नगर में 6 मई 2018 को भव्य रूप में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में विभिन्न प्रान्तों के आर्य परिवारों से आए युवक-युवतियों ने पूर्ण आत्मविश्वास के साथ अपना परिचय देने के साथ-साथ उन्हें कैसा जीवन साथी चाहिए इस विषय में खुलकर अपने विचार रखे।

            राष्ट्रीय संयोजक अर्जुनदेव चड्ढा ने कोटा आकर बताया कि सम्मेलन में मुख्य अतिथि दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान श्री धर्मपाल आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान युग में आर्य मर्यादानुरूप महिला सशक्तिकरण का सफलतम माध्यम है यह परिचय सम्मेलन। युवतियों का विवाह के लिए मंच पर आकर परिचय देना और उनके अंदर के आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला कार्य है। साथ ही इच्छानुरूप जीवन साथी का चयन स्त्री स्वतंत्रता एवं सशक्तिकरण की ओर एक महत्त्वपूर्ण कदम है।

            अपने सम्बोधन को गति देते हुए प्रधान जी ने कहा कि हम सब मनुष्य हैं। मनुष्य ही हमारी जाति है। क्योंकि प्रभु ने हमें जन्म से मनुष्य बनाया है। इसलिए समाज में प्रचलित जातिगत बंधनों को नहीं मानना चाहिए। समान गोत्र के विवाह से बचना चाहिए। इसी कारण वंशानुक्रमण एवं स्वास्थ्य की दृष्टि से भी वैज्ञानिक निकट एवं रक्त संबंधों में विवाह नहीं करने को कहते हैं। महर्षि दयानंद सरस्वती ने भी विवाह संबंधी विचारों में इसी बात को प्रमाण के साथ स्पष्ट किया है। महर्षि दयानंद ने गुण, कर्म और स्वभाव को ध्यान में रखकर विवाह करने के लिए प्रावधान किया है।

            श्री धर्मपाल आर्य ने कहा इस वर्ष 25, 26, 27 और 28 अक्टूबर 2018 को अन्तर्राष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन दिल्ली में होना निश्चित है इस सम्मेलन के अन्तर्गत दो आर्य विवाह परिचय सम्मेलन आयोजित किए जाने की मैं घोषणा करता हूं।

 26 अक्टूबर उच्च शिक्षित प्रोफेशनल व उच्च आय वर्ग ;मासिक आय पचास हजार से अधिकद्ध के युवक-युवतियों का और 27 अक्टूबर को सभी शिक्षित व आय वर्ग के लिए युवक-युवतियों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा जिसमें आप अपने इष्टमित्रों, रिश्तेदारों को इन दोनों सम्मेलनों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें जिससे इन दोनों सम्मेलनों में अधिक से अधिक आर्य परिवार लाभ उठा सकें।

            कार्यक्रम में आर्य परिवार युवक-युवती परिचय सम्मेलन के राष्ट्रीय संयोजक श्री अर्जुनदेव चड्ढा ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रथम सम्मेलन से बीसवें सम्मेलन तक पहुंचने की हमारी यात्रा की जो गति रही वह निश्चित रूप से सबके लिए प्रेरणादायी है कि अत्यल्प समय में हम इस उपलब्धि तक पहुंच सके। इसके लिए दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा एवं सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली की जितनी भी सराहना की जाए उतनी ही कम है।

            आर्य समाज कीर्ति नगर के मंत्री श्री सतीश चड्ढा ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि 20वें सम्मेलन की इन सीढ़ियों पर चढ़ते हुए कीर्तिनगर में यह दूसरी बार आर्य परिवार विवाह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि युवक-युवतियों ने बिना दहेज लिए विवाह करने के संकल्प व्यक्त किये।

            श्री चड्ढा ने जानकारी देते हुए बताया कि सम्मेलन में राष्ट्रीय संयोजक श्री अर्जुन देव चड्ढा जी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सम्मेलन में जिन युवक-युवतियों का पंजीकरण किया गया है उनका फोटोयुक्त बायोडाटा विवरणिका पुस्तिका में प्रकाशित किया गया है। यह पुस्तिका सभी पंजीकृत युवक-युवतियों को निःशुल्क प्रदान की गई है। श्री अर्जुन देव जी ने बताया कि प्रातः से ही बड़ी संख्या में युवक-युवतियों एवं अभिभावकों का आना प्रारम्भ हो गया था। देश के विभिन्न राज्यों से लोगों ने आकर इस सम्मेलन में भाग लिया। आने वाले सभी महानुभावों के लिए आर्य समाज कीर्तिनगर की ओर से प्रातः नाश्ते व दोपहर भोजन की व्यवस्था की गई थी।

            कार्यक्रम का शुभारम्भ मंचासीन अतिथियों मुख्य अतिथि सर्वश्री धर्मपाल आर्य, ओम प्रकाश आर्य, एस.पी. सिंह, कीर्ति शर्मा,  ओम प्रकाश आर्य, अर्जुनदेव चड्ढा , सतीश चड्ढा, आर.सी. आर्य, बलदेव सचदेवा, सर्वश्रीमती कविता आर्या, वीणा आर्या, विभा आर्या ने सामूहिक दीप प्रज्वलन डॉ. ऋषिपाल शास्त्री द्वारा वेदमंत्रों ,के मंत्रोच्चारण से किया।

            सम्मेलन में दिल्ली क्षेत्र के संयोजक श्री एस.पी. सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम स्थल पर पूछताछ, तत्काल रजिस्ट्रेशन, विवरणिका पुस्तिका, युवक-युवती बेज वितरण आदि के पृथक-पृथक काउन्टर लगाये गये थे। इन काउन्टरों की पूरी जिम्मेदारी श्रीमती विभा आर्या, श्रीमती वीणा आर्या, कु. हविषा आर्या, कु. पर्णिका आर्या एवं सर्वश्री प्रवेश गोयल, मनोज नेगी, सौरभ यादव एवं अरुण प्रकाश ने सम्भाल रखी थी।

            सम्मेलन में आये सभी युवक-युवतियों ने अपने माता-पिता के साथ आकर आत्मविश्वास के साथ अपना परिचय दिया तथा कुछ ने उन्हें कैसा जीवनसाथी चाहिए इस बारे में अपनी इच्छा जाहिर की। इस अवसर पर मेल-मिलाप समिति भी बनाई गई जिसने उपस्थित परिवारों को आपस में मिलाने व आपसी विचार विमर्श करने के लिए ओम प्रकाश आर्य, सतीश चड्ढा, शिव कुमार मदान, अर्जुनदेव चड्ढा, वीणा आर्या, विभा आर्या ने सहयोग किया। 

            सम्मेलन में आये हुए समस्त अतिथियों को आर्य समाज कीर्तिनगर के पदाधिकारियों द्वारा पीत वस्त्र से स्वागत किया गया व श्री अर्जुन देव चड्ढा व श्री आर. सी. आर्य ने सभी अतिथियों को राजस्थानी पगड़ी पहनाकर उनका सम्मान किया।

            श्रीमती कविता आर्या संगीताचार्या ने प्रभुभक्ति के सुमधुर भजनों ‘‘ सारे नामों में है ओम नाम प्यारा’’ व ‘‘जिस आदमी का सिर झुके भगवान के आगे सारी दुनिया झुके उसके आगे’’कृप्रस्तुत किये। मंच का कुशल संचालन महिला संयोजिका श्रीमती वीणा आर्या, श्रीमती विभा आर्या एवं श्री हर्ष प्रिय आर्य व सतीश चड्ढा ने किया।

            इस अवसर पर आर्य समाज कोटा द्वारा प्रकाशित ‘जीवन है अनमोल है’ पत्रक का मुख्य अतिथि द्वारा विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि ने पत्रक के मुख्य बिन्दुओं सकारात्मक सोच, मनुष्य जीवन के महत्त्व, तनाव से दूर रहें, अपनी क्षमताओं को पहचाने इत्यादि पर प्रकाश डाला।

            कार्यक्रम को सफल बनाने में सर्वश्री ओम प्रकाश आर्य व शिव कुमार मदान उपप्रधान, एस.पी. सिंह  दिल्ली संयोजक एवं मंत्री, दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा, कीर्ति शर्मा व  राजेन्द्र दुर्गा उप प्रधान, सतीश चड्ढा महामंत्री, आर्य केन्द्रीय सभा दिल्ली, बलदेव राज सचदेवा प्रधान, वेद प्रचार मण्डल पश्चिमी दिल्ली, कमरभान खेत्रपाल आर्य, पूर्व दिल्ली संयोजक, हर्ष प्रिय आर्य, ओ.पी. घई संरक्षक वेद प्रचार मण्डल पश्चिमी दिल्ली, आर.सी. आर्य कोटा, सर्वश्रीमती वीणा आर्या, आर्य विद्यापरिषद, विभा आर्या, कविता आर्या व  सुषमा सेठ, मंत्राणी आर्य समाज कीर्ति नगर इत्यादि का योगदान रहा। शान्ति पाठ के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

-अर्जुन देव चढ्डा, राष्ट्रीय संयोजक

 

Ucchstariya Kriyatmak Yog Prashikshan Shvir

State Level Arya Volunteer Sammelan