Annual Festival
23 Dec 2018
India
आरय समाज बसती दानिशमंद
आरà¥à¤¯ समाज वेद मंदिर लासूड़ी मोहलà¥à¤²à¤¾ बाटी दानिशमंदा जालनà¥à¤§à¤° का 39वां वारà¥à¤·à¤¿à¤• उतà¥à¤¸à¤µ तथा सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ बलिदान दिवस 16 दिसमà¥à¤¬à¤° से 23 दिसमà¥à¤¬à¤° 2018 तक बड़े हरà¥à¤·à¥‹à¤²à¥à¤²à¤¾à¤¸ à¤à¤µà¤‚ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• मनाया गया | इस अवसर पर आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ पंजाब के महोपदेशक पं विजय कà¥à¤®à¤¾à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी के पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ बसà¥à¤¤à¥€ वावा खेल के सà¥à¤®à¤§à¥à¤° à¤à¤œà¤¨ होते रहे | 16 दिसमà¥à¤¬à¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ 5:30 से 7:00 बजे तक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤¤à¤«à¥‡à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का आयोजन किया गया | रातà¥à¤°à¤¿ 8:00 से 9:30 बजे तक वेद कथा पं. विजय शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ की गई तथा à¤à¤œà¤¨ गायन शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया | 22 दिसमà¥à¤¬à¤° शनिवार को दोपहर 2:00 बजे शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ निकाली गई | नगर के गणमानà¥à¤¯ महानà¥à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ ने इस शोà¤à¤¾ यातà¥à¤°à¤¾ में à¤à¤¾à¤— लिया |
23 दिसमà¥à¤¬à¤° रविवार को मà¥à¤–à¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हवन यजà¥à¤ž के साथ हà¥à¤† | यजà¥à¤ž के बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾ पं. मनोहर लाल आरà¥à¤¯ तथा पं. विजय कà¥à¤®à¤¾à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने याजमान दमà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से आहà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ डलवाई तथा आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया | मà¥à¤–à¥à¤¯ यजमान शà¥à¤°à¥€ हरि पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ व शà¥à¤°à¥€ निरà¥à¤®à¤² आरà¥à¤¯ पारिवार सहित यजà¥à¤ž वेदी पर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हà¥à¤ | यजà¥à¤ž की पà¥à¤°à¥à¤¨à¤¾à¤¹à¥à¤¤à¤¿ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ मà¥à¤–à¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® आरमà¥à¤ हà¥à¤† | आरà¥à¤¯ समाज à¤à¤¾à¤°à¥à¤—व नगर के संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€ कमल किशोर आरà¥à¤¯ जी ने अपने करकमलों से धà¥à¤µà¤œà¤¾à¤°à¥‹à¤¹à¤£ किया | सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ बलिदान दिवस आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ पंजाब के वरिषà¥à¤ उपपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ बाबू सरदारी लाल जी आरà¥à¤¯à¤°à¤¤à¥à¤¨ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में आरमà¥à¤ हà¥à¤† | शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ जी बसà¥à¤¤à¥€ बावा खेल तथा à¤à¤¾à¤°à¥à¤—व नगर सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ सà¤à¤¾ की मताओं ने अपने मधà¥à¤° à¤à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वातावरण को सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° बना दिया | पं विजय कà¥à¤®à¤¾à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी ने अपने पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बताठगठमारà¥à¤— पर चलने की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ दी | अंत में कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· बाबू शà¥à¤°à¥€ सरदारी लाल जी आरà¥à¤¯à¤°à¤¤à¥à¤¨ ने अपने अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤£ में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी के जीवन पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ ड़ालते हà¥à¤ कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी महाराज ने शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ करके बिछà¥à¥œà¥‡ हà¥à¤ à¤à¤¾à¤ˆà¤¯à¥‹à¤‚ को गले लगाने का कारà¥à¤¯ किया | गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कांगड़ी की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ करने के लिठअपना सरà¥à¤µà¤¸à¥à¤µ अरà¥à¤ªà¤£ किया | सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी महाराज का बलिदान दिवस मानते हà¥à¤ हम सà¤à¥€ को उनके जीवन से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेनी चाहिठ| आरà¥à¤¯ समाज के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ यशपाल ने सà¤à¥€ आठहà¥à¤ महानà¥à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ का हारà¥à¤¦à¤¿à¤• धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया | इस अवसर पर आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ पंजाब के मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤¦à¥‡à¤¶ आरà¥à¤¯ जी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जरà¥à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¨à¥à¤¦à¥‹à¤‚ को कमà¥à¤¬à¤² बाà¤à¤Ÿà¥‡ गठ| शानà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¤¾à¤ के साथ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का समापन हà¥à¤† à¤à¤µà¤‚ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ अरà¥à¤¯à¤¾à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ ने लंगर गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया | इस अवसर पर सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥€ सà¥à¤¦à¥‡à¤¶ आरà¥à¤¯, कमल किशोर, राजकà¥à¤®à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ वेद मंदिर à¤à¤¾à¤°à¥à¤—व नगर, वेद आरà¥à¤¯ महामंतà¥à¤°à¥€ आरà¥à¤¯ नगर, सà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤°, सतपाल पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ आरà¥à¤¯ नगर, निरà¥à¤®à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° मंतà¥à¤°à¥€ बसà¥à¤¤à¥€ बावा खरल, जयचंद पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ संत नगर राजपाल गाà¤à¤§à¥€ नगर – 1, शà¥à¤°à¥€ अमरनाथ सूबेदार गाà¤à¤§à¥€ नगर – 2, अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° आरà¥à¤¯ समाज कबीर नगर, जनकराज मेन बाजार बसà¥à¤¤à¥€ दानिशमंदा, हरिपà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ आदि महानà¥à¤à¤¾à¤µ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे |