
Waterpots for Birds in School

09 Jun 2020
Rajasthan, India
आरय परतिनिधि सà¤à¤¾ राजसथान
सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ और दिलà¥à¤²à¥€ आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ के पà¥à¤°à¤¾à¤‚तीय पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ अरà¥à¤œà¥à¤¨ देव चडà¥à¤¢à¤¾ के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में आरà¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•रà¥à¤¤à¤¾ सेवा के कारà¥à¤¯ कर रहे हैं। इसी कà¥à¤°à¤® में 9 जून को आरà¥à¤¯ समाज महावीर नगर के मंतà¥à¤°à¥€ राधावलà¥à¤²à¤ राठौड़, किशन आरà¥à¤¯, रामà¤à¤°à¥‹à¤¸ नागर, विषà¥à¤£à¥ गरà¥à¤— आदि ने डीà¤à¤µà¥€ सà¥à¤•ूल परिसर में पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ सरिता रंजन गौतम के नेतृतà¥à¤µ में डीà¤à¤µà¥€ सदसà¥à¤¯ तà¥à¤°à¤¿à¤²à¥‹à¤•, संदीप राजू, संजय, विनोद और मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾ ने विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पेड़ों पर à¤à¥‚ख और पà¥à¤¯à¤¾à¤¸ से वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठदाना पानी के लिठपरिंडे बांधे। इस अवसर पर विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ ने कहा कि आरà¥à¤¯ समाज पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ मातà¥à¤° के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ की कामना से कारà¥à¤¯ करता है। इन बेजà¥à¤¬à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठपरिंडे बांधना हमारी धारà¥à¤®à¤¿à¤• परंपरा रही है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ डीà¤à¤µà¥€ कारà¥à¤¯à¤•रà¥à¤¤à¤¾à¤“ं को परिंडो में नियमित रूप से दाना पानी डालने का गायतà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤°à¥‹à¤šà¥à¤šà¤¾à¤° पूरà¥à¤µà¤• संकलà¥à¤ª कराया। पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ महोदय ने बताया कि आरà¥à¤¯ समाज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ डीà¤à¤µà¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर में पिछले 7 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठपरिंडे बांधे जाते हैं और दाना चà¥à¤—ा की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की जाती है।