
Ek Divasiya Vedic Mahotsav

22 Nov 2020
India
आरय उपपरतिनिधि सà¤à¤¾ वाराणसी
महरà¥à¤·à¤¿ दयानंद काशी शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥ की 151 वीं सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ पर आयोजित à¤à¤•दिवसीय विविध सैदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® संगोषà¥à¤ ी का आयोजन वाराणसी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पाणिनी कनà¥à¤¯à¤¾ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में हà¥à¤†à¥¤ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ संजीवनी पांडेय जी के बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¤à¥à¤µ हà¥à¤ यजà¥à¤ž सेहà¥à¤ˆà¥¤ जिसमें चारों वेदों के विशिषà¥à¤Ÿ मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आहूति दी गई। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ विधायक सौरठशà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ थे जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में कहा कि ऋषि दयानंद आधà¥à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤ के महान चिंतक थे औक समाज को वेदों से जोड़ने की बात बताई गई। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में आचारà¥à¤¯à¤¾ नंदिता शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ मà¥à¤–à¥à¤¯ वकà¥à¤¤à¤¾à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मूरà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥‚जा वेद समà¥à¤®à¤¤ नहीं है विषय पर अपने विचार रखे। पाणिनि कनà¥à¤¯à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² की कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आतà¥à¤®à¤¾ परमातà¥à¤®à¤¾ विषयक शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥ और à¤à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¤à¤¿ दी। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ जिला आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾, वाराणसी के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ अरà¥à¤£ आरà¥à¤¯ ने की।जिला आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ के सà¤à¥€ पदाधिकारियों का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के सफल आयोजन में अहम योगदान रहा।