Tripti Project Successful in Durban

22 Sep 2016
KwaZulu-Natal, South Africa
सारवदेशिक आरय वीर दल

कभी खेती मजदूरों के रूप में दक्षिण अफ्रीका गये भारतीय महानुभावों ने सत्यार्थ प्रकाश के माध्यम से आर्य समाज का रास्ता चुना और अपनी आजीविका के साधनों को जुटाने के साथ-साथ धर्म प्रचार के कार्य में भी संलग्न हो गये। समय परिवर्तन के साथ-साथ इन भारतीय मजदूरों ने अपने को इतना सक्षम बना लिया कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में आर्य समाज मन्दिरों की स्थापना के साथ-साथ वहां के हिन्दुओं को और वहां की सरकार को भी आर्य समाज की एकता शक्ति से परिचित करा दिया।

12 से 14 फरवरी 2016 को आर्य समाज दक्षिण अफ्रीका का 110वां तथा आर्य प्रतिनिधि सभा दक्षिण अफ्रीका का 90वां स्थापना दिवस डरबन में बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर देश-विदेश की आर्य समाजों के प्रतिनिधियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। समारोह में सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से श्री विनय आर्य तथा श्री वाचोनिधि आर्य ने भारत की ओर से प्रतिनिधित्व किया था। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वित्तमंत्री श्री प्रवीण गोरधन जी थे जिन्होंने समाज में प्रजातन्त्र को मजबूत करने तथा राष्टन्न् में नैतिकता, ईमानदारी एवं आध्यात्मिकता को प्रचारित-प्रचारित करने के लिए आर्य समाज को बधाई का पात्र बताया था। अपने उद्बोधन में श्री प्रणीण गोरधन ने आर्य समाज द्वारा किये जाने वाले जन-कल्याण कार्यों में भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया था। सभा प्रधान श्री बिसराम रामविलास ने एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट ‘तृप्ति’ के विषय में बताते हुए कहा कि ये प्रोजेक्ट उन ग्रामीण क्षेत्रों को ट्यूबेल लगाकर जहां सूखा पड़ा है और ग्रामीणों को पानी उपलब्ध नहीं है उन्हें निःशुल्क पानी उपलब्ध करायेगा।

तृप्ति प्रोजेक्ट के लिए दिल्ली की ओर श्री विनय आर्य जी ने 20 हजार रेन्ड व वाचोनिधि आचार्य जी ने 10 हजार रेन्ड के आर्थिक सहयोग की घोषणा की थी। आज वही तृप्ति प्रोजेक्ट समय से पूर्व तैयार होकर गरीब जनता को समर्पित कर दिया गया है जिसके लिए दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा प्रधान श्री धर्मपाल जी, व वाचोनिधि जी आचार्य ने दक्षिण अफ्रीका आर्य समाज के पदाधिकारियों को बधाई प्रेषित की है। प्रोजेक्ट के लोकार्पण कार्यक्रम में बोलते हुए सभा प्रधान श्री बिसराम रामविलास जी ने कहा ‘कि लोगों के उत्साह और सहयोग के चलते यह प्रोजेक्ट समय से पूर्व बन कर तैयार हो गया जिसके लिए मैं दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा, सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के पदाधिकारियों एवं उन सभी सहयोगियों का आभारी हूं जिन्होंने बड़े उत्साह से इस प्रोजेक्ट को समय से पूर्व पूरा करने में सहयोग किया।’

 – डॉ. बिसराम रामबिलास, प्रधान,

आर्य प्र. सभा, द. अफ्रीका   

4370 People drank Medicinal Brew

Sh Santosh Arya Honored