Swami Dharm Muni ji
(bhadurgadh, Haryana, India)
21 June 2020
आरà¥à¤¯ जगत के महान संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ और आतà¥à¤® शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ आशà¥à¤°à¤® बहादà¥à¤°à¤—ढ़ के अधिषà¥à¤ ाता सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ धरà¥à¤® मà¥à¤¨à¤¿ जी महाराज का 21 जून को निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वह पीजीआई रोहतक में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ थे, जहां उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने रविवार को नशà¥à¤µà¤° देह का तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर दिया। वह शà¥à¤°à¥‚ से ही आरà¥à¤¯ समाज के साथ जà¥à¤¡à¥‡ हà¥à¤ थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आरà¥à¤¯ समाज की शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं को लोगों तक पहà¥à¤‚चाने के लिठकारà¥à¤¯ किया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी बड़े ही करà¥à¤®à¤ ईशà¥à¤µà¤° à¤à¤•à¥à¤¤, देशà¤à¤•à¥à¤¤ और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के लिठनिरनà¥à¤¤à¤° समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ रहते थे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी का जीवन उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€, तपसà¥à¤µà¥€, अतà¥à¤¯à¤‚त पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤®à¤¯ था।