
Charitra Nirman ev Aatmraksha Prashikshan Shivir

11 Jun 2023
India
आरय वीरानगना दल दिलली परदेश
महर्षि दयानंद सरस्वती जी की प्रेरणा के अनुसार नारी जाति के सम्मान और उत्थान के प्रति समर्पित आर्य समाज जहां एक और महिला सशक्तिकरण के लिए कृत संकल्पित होकर निरंतर प्रयासरत है। वहीं दूसरी ओर चरित्र निर्माण और आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर लगाकर उन्हें शारीरिक आत्मिक मानसिक और बौद्धिक रूप से सक्षम बनाने का रचनात्मक कार्य लगातार कर रहा है। इस महान श्रृंखला में आर्य विराना दल दिल्ली प्रदेश द्वारा दिल्ली आर्य वीर दल दिल्ली प्रदेश की महिला प्रांतीय इकाई के तत्वाधान में 5 जून से 11 जून 2023 तक रघुमाल आर्य कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल राजा बाजार कनॉट प्लेस के प्रांगण में आयोजित सात दिवसीय चरित्र निर्माण एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का भव्य समापन समारोह 11 जून 2023 को साय काल विधिवत संपन्न हुआ इस अवसर पर दिल्ली प्रतिनिधि सभा के प्रधान श्री धर्मपाल आर्य जी, परोपकारिणी सभा के प्रधान श्री सत्य नंद आर्य जी, दिल्ली सभा के महामंत्री श्री विनय आर्य जी, आर्य केंद्र सभा के महामंत्री श्री सतीश चड्डा जी, श्री कीर्ति शर्मा जी एवं दिल्ली के सभी वेद प्रचार मंडल के प्रधान मंत्री कार्यकर्ता सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती सुषमा रैली जी ने की श्रीमती रचना चावला, जी श्रीमती पुष्पा आर्य जी, श्रीमती सुरेखा आर्य जी, श्रीमती शारदा आर्य जी, श्रीमती वीना आर्य जी एवं आर्य वीरांगना दल की अन्य अनेक अधिकारियों का कुशल नेतृत्व प्रशंसनीय सिद्ध हुआ। श्रीमती किरण चोपड़ा जी ने ध्वजारोहण कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। और दीप प्रवचन में ठाकुर विक्रम सिंह जी, विनय आर्य जी, सुरेंद्र रैली जी, श्री सतीश चड्डा जी, श्री संजय जी आदि महानुभाव सम्मिलित रहे। श्रीमती किरण चोपड़ा जी ने सारे आर्य वीरांगनाओ को शुभकामनाएं और आशीर्वाद देते हुए शारीरिक आत्मिक और मानसिक रूप से बलवान बनने के सूत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि अपने स्वरूप को पहचानो और अपनी क्षमताओं को विकसित करो नारी कमजोर नहीं है। उसे हमेशा अपनी शक्तियों को विकसित करना आना चाहिए। ठाकुर विक्रम सिंह जी ने भी ग्रामीणों को शुभकामनाएं दी और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने का आशीर्वाद दिया। श्री विनय आर्य जी ने आर्य समाज के एक गौरवशाली इतिहास में नारियों का योगदान और उनकी कुशलता से शिक्षा लेने की प्रेरणा प्रदान की श्री सुरेंद्र रैली जी ने भी अपने संदेश में सदैव वैदिक धर्म संस्कृति और संस्कारों को अपनाने की प्रेरणा दी।