Cloth Distribution

28 May 2024
Uttar Pradesh, India
सहयोग

इंसान कभी ग़रीबी की छाल पर सोता है तो कभी अमीरी के मखमली बिस्तर पर। किसी के हिस्से दो बख़्त की रोटी नहीं तो किसी के पास छप्पन भोग की थाल है। देखा जाए तो सुख-दुःख केवल मन की स्तिथि ही है। मन के जीते जीत और मन के हारे हार ही तो है। इंसान सुख-दुख का अनुभव करता है फिर भी जीवन पथ पर निरन्तर अग्रसर रहता है। आज आर्य समाज  की सेवा इकाई सहयोग द्वारा भट्ठों पर पठेर का काम करने वाले मज़दूर परिवारों को वस्त्र, जुतें, चप्पल आदि भेंट स्वरूप प्रदान किए गए।

सहयोग से जुड़ने, स्टॉल लगवाने, एकत्रण करने व अपना सहयोग देने के लिए संपर्क करें:-

95400 50322

 

50th Kundiya Yagya