अब राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान से आपतà¥à¤¤à¤¿ ?
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Rajeev ChoudharyDate
06-Oct-2017Category
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06-Oct-2017Download PDF
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पिछले 70 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में à¤à¤¸à¤¾ कोई à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नहीं होगा, जो राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान के शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दी गई धà¥à¤¨ से गà¥à¤œà¤°à¤¾ न हो. राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान पिछले 70 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से हमारी सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ और संपà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¤¾ पर गरà¥à¤µ करने का मौका देता रहा है. 1911 में लिखे गीत को 24 जनवरी 1950 को à¤à¤¾à¤°à¤¤ का राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान घोषित किया गया. तब से ही यह हमारी राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, à¤à¤•à¤¤à¤¾ व अखंडता का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• बना हà¥à¤† है. लेकिन अब 70 वरà¥à¤· बाद इसे लेकर à¤à¤•à¤¾à¤à¤• राजनीति शà¥à¤°à¥‚ हो चà¥à¤•à¥€ है. इस गीत के शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ से किसी की सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ का हनन होने लगा तो किसी के मजहब को अचानक खतरा उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होने का à¤à¤¯ सताने लगा है. परनà¥à¤¤à¥ इससे à¤à¥€ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दà¥à¤–द यह है कि à¤à¤¸à¥‡ करने वालों का, समरà¥à¤¥à¤¨ करने वालों की à¤à¥€ कोई कमी नहीं है. नहीं तो कà¥à¤¯à¤¾ वजह है कि कशà¥à¤®à¥€à¤° में होने वाले विरोध पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ में पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ à¤à¤‚डा लहराने, à¤à¤¾à¤°à¤¤-पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के बीच कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ मैच के दौरान पाक की टीम का समरà¥à¤¥à¤¨ करने और अपने देश के ही राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान को हिंदूवादी और अपवितà¥à¤° बताने वालों के समरà¥à¤¥à¤¨ में à¤à¥€ खड़े होने वाले हजारों लोग मिल जाते हैं. à¤à¤²à¥‡ ही à¤à¤¸à¥‡ कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी लोगों की संखà¥à¤¯à¤¾ अà¤à¥€ कम हो लेकिन इस बीमारी को नासूर बनाने वालों की संखà¥à¤¯à¤¾ दिनोंदिन बढती जा रही है.
हाल ही में à¤à¤• बार फिर इलाहाबाद हाई कोरà¥à¤Ÿ ने मदरसों की तरफ से सरकार के आदेश को चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ देने वाली याचिका खारिज कर दी है. हाई कोरà¥à¤Ÿ ने सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ कर दिया है कि मदरसों को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान गाने से छूट नहीं मिलेगी. हाई कोरà¥à¤Ÿ ने कहा है कि राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान और तिरंगे का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ संवैधानिक करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है. उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान को जाति, धरà¥à¤® और à¤à¤¾à¤·à¤¾ à¤à¥‡à¤¦ से परे बताते हà¥à¤ मदरसों की आपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दरकिनार कर दिया. हाई कोरà¥à¤Ÿ के इस फैसले के बाद अब मदरसों में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान अनिवारà¥à¤¯ रूप से गाना ही पड़ेगा. इससे पहले 15 अगसà¥à¤¤ को मदरसों में धà¥à¤µà¤œà¤¾à¤°à¥‹à¤¹à¤£ और तिरंगा फहराने का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® करने और इसकी रिकॉरà¥à¤¡à¤¿à¤‚ग करने के फरमान को लेकर à¤à¥€ यूपी में मतà¤à¥‡à¤¦ के सà¥à¤µà¤° खड़े हो चà¥à¤•à¥‡ हैं.
देश में मजहब, मजहब के नाम पर राजनीति और उस राजनीति से लाठउठाने वाले नेता अब देश से à¤à¥€ बड़े बन चà¥à¤•à¥‡ है. शायद यही वजह है कि इस देश के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपने करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ करना तो दूर ये लोग बड़े आराम से उससे जà¥à¥œà¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥‹à¤‚, चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ और समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ का मजाक उड़ा सकते हैं. और फिर बड़े शान से उससे मिलने वाली सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं पर अपना हक जता सकते हैं. आप यहां धरà¥à¤®, जाति या किसी और खेल से अपने अधिकारों के लिठलड़ सकते हैं और उसे हासिल à¤à¥€ कर सकते हैं लेकिन बात जब देश के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपने करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की आठतो मजहब और जाति के नाम पर उससे मà¥à¤‚ह फेर सकते हैं. यदि कोई इनके इस आचरण पर सवाल उठाये तो अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ का रोना रोया जा सकता है.
राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ीत वनà¥à¤¦à¥‡à¤®à¤¾à¤¤à¤°à¤® को लेकर समय-समय टकराव देखा इतिहास इसका साकà¥à¤·à¥€ à¤à¥€ कि 1938 में मà¥à¤¹à¤®à¥à¤®à¤¦ अली जिनà¥à¤¨à¤¾ ने जब खà¥à¤²à¥‡ तौर पर पारà¥à¤Ÿà¥€ के अधिवेशनों में वनà¥à¤¦à¥‡ मातरमॠगाठजाने के खिलाफ बगावत की थी. परिणामसà¥à¤µà¤°à¥‚प देश को बंटवारे का दंश à¤à¥‡à¤²à¤¨à¤¾ पड़ा था. उस समय à¤à¥€ मजहबी फà¥à¤‚कार सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दी थी आज फिर उसी विचारधारा को जिनà¥à¤¦à¤¾ रखने का कारà¥à¤¯ पà¥à¤¨à¤°à¥‚ दोहराया जा रहा है. आखिर कà¥à¤¯à¤¾ कारण कि पिछले वरà¥à¤· कोलकाता के à¤à¤• मदरसे में à¤à¤• हेडमासà¥à¤Ÿà¤° को सिरà¥à¤« इसलिठपीटा जाता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने आने वाली पीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को इस देश का राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान सिखाने की कोशिश की थी. à¤à¤¸à¥€ घटनाà¤à¤‚ यहां पहली बार नहीं हà¥à¤ˆ हैं लेकिन अफसोस कि ये बार-बार दोहराई जाती रही हैं. सरकारों को सब पता है लेकिन फिर à¤à¥€ सतà¥à¤¤à¤¾ का लालच उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इन घटनाओं के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ कà¥à¤› करने और इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दोबारा घटने से रोकने के बजाय अपना मà¥à¤‚ह और आंखें बंद रखने पर विवश करता है.
सब जानते है कोई à¤à¥€ देश सिरà¥à¤« अपने विशालकाय कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¤«à¤² और संसाधनों के बल पर महान नहीं बनता है बलà¥à¤•à¤¿ उसे महान बनाते हैं उस देश के हर नागरिक. उसका राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦, उसके नागरिको का देश के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अगाध पà¥à¤°à¥‡à¤® उसके पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥‹à¤‚, चिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उसकी निषà¥à¤ ां उसकी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• विरासत के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उसकी शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾. यदि नागरिकों के मन में ही अपने ही देश के लिठसमà¥à¤®à¤¾à¤¨ और पà¥à¤¯à¤¾à¤° नहीं होगा तो à¤à¤²à¤¾ कैसे वह देश शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ बनेगा और आगे बà¥à¥‡à¤—ा. à¤à¤¸à¥‡ देश को बाहरी दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥‹à¤‚ की जरूरत ही कà¥à¤¯à¤¾ है जिसके अपने ही इतनी घातक सोच रखते हैं? मातà¥à¤° à¤à¤• राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान से काजी अखà¥à¤¤à¤° के खिलाफ उस समय फतवा जारी कर दिया गया था उसे साफ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में कहा गया था कि मदरसा और उस इलाके में à¤à¥€ कदम न रखें. जब à¤à¤• देश में उसका राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान ही शरà¥à¤®à¤¿à¤‚दा होता हो और उस देश का धà¥à¤µà¤œ गैर मजहबी हो जाये तो कà¥à¤¯à¤¾ उस देश में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ का सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त बोना नहीं हो जाता? पर शायद ही किसी राजनितिक दल को देश और उससे जà¥à¥œà¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥‹à¤‚ को समà¥à¤®à¤¾à¤¨ न देने वालों के खिलाफ कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ करने की चिंता हो. जब राजनीति करने वालों को ही देश की चिंता नहीं है तो à¤à¤²à¤¾ इन कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थियों की फिकà¥à¤° उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ होने लगी और इन लोगों को इस देश की फिकà¥à¤° कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ होने लगी?
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