शरà¥à¤® करो कि ये 21 वीं सदी का à¤à¤¾à¤°à¤¤ है?
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Rajeev ChoudharyDate
04-May-2018Category
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धरà¥à¤® जगत की परिà¤à¤¾à¤·à¤¾ में नासà¥à¤¤à¤¿à¤• उस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को समà¤à¤¾ जाता है जो ईशà¥à¤µà¤° के असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ को नकारता है, उसके होने या न होने में संदेह पैदा करता है। लेकिन जो लोग ईशà¥à¤µà¤° से à¤à¥€ अलग किसी मजार, कबà¥à¤°, मूरà¥à¤¤à¤¿ या पीर आदि में अपार शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ और विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤¯à¤¾ कहा जाये? देखा जाठतो दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में सबसे अधिक तादात आज इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ लोगों की है। पर पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ हमारी बौदà¥à¤§à¤¿à¤• कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ पर तब खड़ा होता जब हम यह तय न कर पाठकि इन लोगों को आसà¥à¤¤à¤¿à¤• कहें या नासà¥à¤¤à¤¿à¤•, धारà¥à¤®à¤¿à¤• ढोंगी कहे या अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€?
बहराल हाल ही में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ टीम के सलामी बलà¥à¤²à¥‡à¤¬à¤¾à¤œ शिखर धवन खà¥à¤µà¤¾à¤œà¤¾ मोइनà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ हसन चिशà¥à¤¤à¥€ की दरगाह अजमेर शरीफ पहà¥à¤‚चे। जहां उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने परिवार के साथ अकीदत की चादर और फूल पेश किà¤à¥¤ बताया जा रहा है कि शिखर धवन अà¤à¥€ कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ में चोट और अचà¥à¤›à¤¾ न खेल पाने से दà¥à¤–ी है इस कारण वह रूहानी ताकतों का सहारा लेना चाह रहे हं।
इस रूहानी ताकत को आप कà¥à¤› इस तरह समठसकते कि शिखर धवन के बलà¥à¤²à¥‡ के सामने गेंद आये और वह चौंके या छकà¥à¤•à¥‡ पर चली जाये शायद कà¥à¤› à¤à¤¸à¥€ ही ताकत वे दरगाह पर मांगने गये थे। मेरा मकसद किसी की आसà¥à¤¥à¤¾ पर सवाल करना नहीं है लेकिन कà¥à¤¯à¤¾ कोई बता सकता है कि जिसकी दरगाह में वे गये हैं वह जीवन में कितना कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ खेला जो यह रूहानी ताकत उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बकà¥à¤¶ देंगे? बेहतर होता शिखर धवन फिटनेस के लिठकिसी अचà¥à¤›à¥‡ टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤° और खेलने के लिठकिसी अचà¥à¤›à¥‡ बलà¥à¤²à¥‡à¤¬à¤¾à¤œ से सलाह मशविरा लेते।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ धारà¥à¤®à¤¿à¤• आसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं के देश के रूप में जाना जाता था लेकिन अब यह धीरे-धीरे अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और पाखणà¥à¤¡ का देश बन चà¥à¤•à¤¾ है। आज हम गहराई से देखें तो à¤à¤• तो मजार और दूसरे कथित बाबा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ समाज का अहम हिसà¥à¤¸à¤¾ बन चà¥à¤•à¥‡ हैं। लोगों की दैनिक की जिंदगी में कथित बाबा या पीर मजार अब à¤à¤• सेवा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾ कमà¥à¤ªà¤¨à¥€ की तरह बन चà¥à¤•à¥‡ है। जिसको जो चाहिठवह मिल जायेगा अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ यह लोग जनता को वह जरूरी सेवाà¤à¤‚ देने का कारà¥à¤¯ कर रहे हैं जैसे फà¥à¤²à¤¿à¤ªà¤•à¤¾à¤°à¥à¤¡ और सà¥à¤¨à¥‡à¤ªà¤¡à¥€à¤² जैसी कमà¥à¤ªà¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ यानि इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¥à¤› पैसा देकर इनसे बदले में सामान के बजाय पैसा पावर, नाम, रà¥à¤¤à¤¬à¤¾ शोहरत आदि जितना चाहो लिया जा सकता हैं। हालाà¤à¤•à¤¿ गारंटी कà¥à¤› नहीं है à¤à¤• चादर से लेकर कोई मोटी रकम चà¥à¤•à¤¾à¤•à¤° à¤à¥€ आप विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के सहारे ही लौट सकते हैं।
इन कमà¥à¤ªà¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤•à¥à¤¤ या सेवक कहा जाता है इनकी तारीफ इस à¥à¤‚ग से करते हैं जैसे बस इनके पास जाने की देर है इसके बाद दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को अपनी मà¥à¤Ÿà¥à¤ ी में करना कोई बड़ी बात नहीं है। वे बताते हैं खरà¥à¤šà¤¾ कà¥à¤› खास नहीं, बस शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ से जो चà¥à¤¾à¤¨à¤¾ हो चà¥à¤¾ दो, बिगड़े सारे काम मिनटों में बन जायेंगे। मजार या बाबा की कृपा हà¥à¤ˆ तो à¤à¤®à¤¾à¤à¤® खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की बरसात होगी। मà¥à¤‚ह से निकलते ही हर मà¥à¤°à¤¾à¤¦ पूरी होगी। इस तरह के à¤à¥‚ठबोलते हà¥à¤ उनकी आà¤à¤–ों में à¤à¤• विशेष चमक देखी जा सकती है।
जो मीडिया शिखर धवन के दरगाह पर जाने को जियारत बता रही है। आज इसे बहà¥à¤¤ बड़ी à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ साधना और शांति के मारà¥à¤— रूप में दिखा रही है। कल परसों उसी मीडिया के यहाठअंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पर कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® चल रहे थे। आसाराम के जेल जाने के बाद बताया जा रहा था कि गरीब लोग कैसे इन बाबाओं के à¤à¤¾à¤‚से में आ जाते हैं।
बाबा और अनà¥à¤§à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ की खबरों के बीच विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ को सेंडविच की तरह परोसने वाले लोग अब कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं बताते कि ये बाबा और मजार गरीबों ने खड़ें नहीं किये, इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खड़े करने वाले लोग à¤à¥€ ये अमीर और सेलिबà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¥€ हैं। ये नेता हैं, अà¤à¤¿à¤¨à¥‡à¤¤à¤¾ हैं, लेकिन गरीब जब सà¥à¤– की तलाश में किसी मजार और बाबा की शरण में जाता है तो अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ हो जाता है, लेकिन जब अमीर सà¥à¤– और लालसा पाने के नाम पर किसी मजार पर जाता है तो वह खबर धरà¥à¤® शांति और सदà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ की खोज बन जाती है। इसे à¤à¥€ बेखोफ अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ कहिये वरना आपकी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€ संदेह के दायरे में खड़ी दिखाई देगी।
गरीब अपनी गरीबी के लिठजिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° हो सकता है लेकिन अपने अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के लिठवह जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° नहीं है उसकी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° है ये लोग जो सब कà¥à¤› पाने के लालच में जियारत कर चादर चà¥à¤¾ रहे हैं। ये लोग और मीडिया ही मिलकर बाबा खड़े करते हैं, पीर और मजार खड़ें करते हैं बाद में ये लोग अपने चैनल खड़े कर समाज की धारà¥à¤®à¤¿à¤• सोच को अपने चंगà¥à¤² में जकड़ लेते हैं। इतने बड़े समाज को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करने वाले इन कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ की कोई समीकà¥à¤·à¤¾ पेश नहीं की जाती है।
टी.वी. पर सà¥à¤¬à¤¹ खबर चल रही होती है कि ‘सात जनम तक कैसे मिलेगा पैसा ही पैसा’ इस उपाय से मिलेगी अखणà¥à¤¡ लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€, इस यंतà¥à¤° और इस पूजा के तरीके से होगा बेड़ा पार। सोचिठकौन इस लालच में नहीं पड़ेगा जो लोग à¤à¤• जनà¥à¤® में दो वकà¥à¤¤ की रोटी के लिठदिन रात मेहनत मजदूरी कर रहे हैं आखिर वे इसमें कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ निवेश न करे?
देश में बीपीओ जैसे सेकà¥à¤Ÿà¤° का वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° घट रहा हैं लेकिन बड़ी तेजी से मजारों, पीरां और बाबाओं का कारोबार बॠरहा है। यदि रफà¥à¤¤à¤¾à¤° यही रही जलà¥à¤¦à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अरà¥à¤¥ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ à¤à¥€ इसी अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के दल-दल में लिपटी खड़ी मिलेगी। आज à¤à¤¾à¤°à¤¤ के किसी à¤à¥€ छोटे शहर या कसà¥à¤¬à¥‡ में यहाठतक कि गांवों में यह कारोबार अपनी जड़ें जमा चà¥à¤•à¤¾ है। अमीर लोगों के अंधाधà¥à¤‚ध धारà¥à¤®à¤¿à¤• करण का नतीजा यह हà¥à¤† कि अब हर गली में सौतन-दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ दिलाने वाले, जमीन जायदाद के मामले मिनटों में सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¨à¥‡ वाले, सेकेणà¥à¤¡à¤¾à¤‚ में सब दà¥à¤ƒà¤– दरà¥à¤¦ हरने वाले बंगाली बाबा बैठगये। दिलà¥à¤²à¥€ के जमनापार में आप किसी ओटो में बैठजाईये हर ओटो में पांच दस बाबाओं के विजिटिंग कारà¥à¤¡ सीट के ऊपर नीचे जरूर मिलेंगे।
दà¥à¤ƒà¤– की बात यह है कि आज आम à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ को जीने के लिठधरà¥à¤® के नाम पर पाखंड की खà¥à¤°à¤¾à¤• चाहिà¤. कोई à¤à¥€ सफलता पाने के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की जगह à¥à¥‹à¤‚ग सिखाया जा रहा है पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ और आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ को समापà¥à¤¤ कर मायावी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ खड़ी की जा रही है। लोग इतने डरे हà¥à¤ है कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤µà¥€ चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से निपटने की अपनी शकà¥à¤¤à¤¿ समापà¥à¤¤ कर चà¥à¤•à¥‡ हैं।
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