à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤•à¤µà¤¾à¤¦à¥€ व आधà¥à¤¨à¤¿à¤• जीवन से अधिक सà¥à¤– à¤à¤µà¤‚ शानà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¦ अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® से समाविषà¥à¤Ÿ जीवन है
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Manmohan Kumar AryaDate
29-Jan-2019Category
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Vikas KumarUpload Date
29-Jan-2019Download PDF
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मनà¥à¤·à¥à¤¯ सà¥à¤– की तलाश में पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨à¤°à¤¤ रहता है। उसे कहीं से सही सलाह नहीं मिलती। वह दूसरे लोगों को देखता है जो बैंक बैलेंस सहित à¤à¤µà¥à¤¯ बंगले, कार, à¤à¤µà¤‚ घर में सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की सà¥à¤–-सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं से यà¥à¤•à¥à¤¤ सामगà¥à¤°à¥€ के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ है। मनà¥à¤·à¥à¤¯ को लगता है कि सà¥à¤– इसी का नाम है और वह à¤à¥€ उनका अनà¥à¤•à¤°à¤£ व अनà¥à¤¸à¤°à¤£ करता है। माता-पिता अपनी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को इसी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ से अचà¥à¤›à¥‡ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ सà¥à¤•à¥‚लों में पà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हैं। वह समà¤à¤¤à¥‡ हैं कि इंजीनियर, डाकà¥à¤Ÿà¤°, उदà¥à¤¯à¥‹à¤—पति, नेता, बिजनेस-मैन, सरकारी अधिकारी आदि बनकर सà¥à¤–ी हो जायेगें। à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ सà¤à¥€ को लगता तो अवशà¥à¤¯ है परनà¥à¤¤à¥ किसी à¤à¥€ धनाडà¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ से पूछिये कि कà¥à¤¯à¤¾ वह सà¥à¤–ी है? निशà¥à¤šà¤¿à¤¨à¥à¤¤ है? सनà¥à¤¤à¥à¤·à¥à¤Ÿ है? कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ से यà¥à¤•à¥à¤¤ है? उसको अचà¥à¤›à¥€ नींद आती है? कोई रोग व शोक तो नहीं है? उसे डर तो नहीं लगता? उसका लकà¥à¤·à¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ है? कà¥à¤¯à¤¾ वह à¤à¤• सीमा तक समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ अरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करके पूरà¥à¤£ सनà¥à¤¤à¥à¤·à¥à¤Ÿ, सà¥à¤–ी व शानà¥à¤¤à¤¿ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर लेगा? इसका उतà¥à¤¤à¤° देने में उसे कठिनाई होती है। धनवान व सà¤à¥€ सà¥à¤–-सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ की सामगà¥à¤°à¥€ से यà¥à¤•à¥à¤¤ मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥€ अनेक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की चिनà¥à¤¤à¤¾à¤“ं व दà¥à¤ƒà¤–ों से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ है। इसका यही अà¤à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¯ है कि समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ व आधà¥à¤¨à¤¿à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ दूसरों को तो सà¥à¤–ी दिखाई देते हैं परनà¥à¤¤à¥ अनà¥à¤¦à¤° से वह असनà¥à¤¤à¥à¤·à¥à¤Ÿ à¤à¤µà¤‚ अनेक चिनà¥à¤¤à¤¾à¤“ं से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ रहते हैं।
अब à¤à¤• आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ की बात करते हैं। इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने वैदिक साहितà¥à¤¯ सहित ऋषि दयाननà¥à¤¦ के गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ किया है। यह जानता है कि संसार में ईशà¥à¤µà¤°, जीव व पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ तीन पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ वा सतà¥à¤¤à¤¾à¤“ं का असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ है जो अनादि, अनà¥à¤¤à¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ व अविनाशी है। यह सदा रहते हैं। यह संसार à¤à¥€ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ से अनादि है। सृषà¥à¤Ÿà¤¿ के बाद पà¥à¤°à¤²à¤¯ और पà¥à¤°à¤²à¤¯ के बाद सृषà¥à¤Ÿà¤¿ उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से होती रहती है जैसे कि रात के बाद दिन और दिन के बाद रातà¥à¤°à¤¿ आती है। ईशà¥à¤µà¤° सचà¥à¤šà¤¿à¤¦à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦à¤¸à¥à¤µà¤°à¥‚प, निराकार, सरà¥à¤µà¤œà¥à¤ž, सरà¥à¤µà¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨, अजनà¥à¤®à¤¾, अननà¥à¤¤, सरà¥à¤µà¤µà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•, सरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤°à¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€, सब जीवों वा पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सà¤à¥€ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ का साकà¥à¤·à¥€ तथा करà¥à¤®-फल पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾ है। सà¥à¤– व दà¥à¤ƒà¤– का कारण पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के शà¥à¤ व अशà¥à¤ अथवा पाप-पà¥à¤£à¥à¤¯ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ का होना है। आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯, ईशà¥à¤µà¤°à¥‹à¤ªà¤¾à¤¸à¤¨à¤¾, दैनिक यजà¥à¤ž, पितृ व अतिथियजà¥à¤ž आदि के महतà¥à¤µ को जानता है और यथाशकà¥à¤¤à¤¿ इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ करता à¤à¥€ है। à¤à¤¸à¤¾ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® को जानने वाला वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ यदि किसी से वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करेगा तो वह पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥ के गà¥à¤£ से यà¥à¤•à¥à¤¤ मिलेगा। वह पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ 4 बजे ही सो कर उठजायेगा, ईशà¥à¤µà¤° का सà¥à¤®à¤°à¤£ करेगा, शौच से निवृत होकर सनà¥à¤§à¥à¤¯à¤¾ व हवन करेगा, माता-पिता को पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® व उनके समाचार जानेगा, अपने कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ या वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥ व सेवा करने जायेगा, घर आकर à¤à¥€ वह सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ करेगा, यजà¥à¤ž व सतà¥à¤¸à¤‚ग करेगा और मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ से समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• कर उनसे देश व समाज की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ की चरà¥à¤šà¤¾ करेगा। वह à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° की हानियों को जानकर यह दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤® कà¤à¥€ नहीं करेगा।
रविवार के अवकाश के दिन वह आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° जाकर यजà¥à¤ž व सतà¥à¤¸à¤‚ग में à¤à¤¾à¤— लेगा। वहां à¤à¤œà¤¨ व पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ सà¥à¤¨à¤•à¤° अपनी शंकाओं का समाधान करेगा और वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उनका पालन करते हà¥à¤ ईशà¥à¤µà¤° को अपना नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤§à¥€à¤¶ व परमेशà¥à¤µà¤° मानकर सà¥à¤– व शानà¥à¤¤à¤¿ से जीवन वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ करेगा। à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ से यदि पूछा जाये कि कà¥à¤¯à¤¾ वह सà¥à¤–ी और सनà¥à¤¤à¥à¤·à¥à¤Ÿ है तो वह हां में उतà¥à¤¤à¤° देगा और कहेगा कि परमातà¥à¤®à¤¾ की उस पर अतीव व असीम कृपा है। उसे कोई कषà¥à¤Ÿ या दà¥à¤ƒà¤– नहीं है। वह अपनी आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤“ं की पूरà¥à¤¤à¤¿ के लिठउचित धन कमा लेता है। उसका à¤à¥‹à¤œà¤¨-छाजन व बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की शिकà¥à¤·à¤¾ व चिकितà¥à¤¸à¤¾ à¤à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° हो रही है। उसे अधिक धन नहीं चाहिये, बस परिवार में सà¥à¤– व शानà¥à¤¤à¤¿ बनी रहे। किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से परिवार के लोगों का अपयश न हो। परमातà¥à¤®à¤¾ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ उसके परिवार पर बनी रहे। सब सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥, निरोग, जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ में संलगà¥à¤¨, ईशà¥à¤µà¤°à¥‹à¤ªà¤¾à¤¸à¤¨à¤¾ और यजà¥à¤žà¤¾à¤¦à¤¿ में सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ व सावधान रहें। हमने इन गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से यà¥à¤•à¥à¤¤ अनेक वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को देखा है। हमने यह à¤à¥€ देखा है कि à¤à¤¸à¥‡ सजà¥à¤œà¤¨ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बचà¥à¤šà¥‡ à¤à¥€ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ व शारीरिक बल आदि की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से उनà¥à¤¨à¤¤ होते हैं। à¤à¤¸à¥‡ परिवारों में सà¥à¤– व शानà¥à¤¤à¤¿ की सरिता बहती है। वह शà¥à¤¦à¥à¤§ शाकाहारी जीवन वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ करते हैं। à¤à¤¸à¥‡ लोग व परिवार देश व समाज की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ में सहायक होते हैं। राजनीतिक व आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ उनमें नहीं होती और वह राजनीति में à¤à¥€ सही दल का चयन करते हैं।
हम यहां अपने à¤à¤• परिचित मितà¥à¤° की कथा à¤à¥€ वरà¥à¤£à¤¿à¤¤ करना चाहते हैं। यह वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ 77 वरà¥à¤· के हैं। इनके पास न साईकिल है न सà¥à¤•à¥‚टर। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से दूसरे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर पैदल ही जाते हैं। शायद 15 किमी. पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ चलते हैं। सरà¥à¤¦à¥€ व गरà¥à¤®à¥€ से à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² नहीं होते। यह सरकारी करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ रहे हैं। इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ माह में मातà¥à¤° 15 हजार रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ पेंशन मिलती है। दो पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤µà¤‚ à¤à¤• पà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ है। सà¤à¥€ बचà¥à¤šà¥‡ विवाहित हैं। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ का à¤à¥€ कà¥à¤› à¤à¤¾à¤° यह वहन करते हैं। घर में कà¥à¤› अतिरिकà¥à¤¤ कमरे हैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ किराये पर दे रखा है। अपनी पेंशन सहित कà¥à¤² आय से सà¥à¤–ी जीवन वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ करते हैं। यह सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¥€ हैं। वरà¥à¤· में तीन या चार बार रेल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ देश à¤à¤° की लमà¥à¤¬à¥€ लमà¥à¤¬à¥€ यातà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ करते हैं। अपने अनेक मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ का गà¥à¤°à¥à¤ª बनाकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ ले जाते हैं। ऋषि जनà¥à¤® सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ टंकारा की यह 10 से अधिक बार यातà¥à¤°à¤¾ कर चà¥à¤•à¥‡ हैं। दकà¥à¤·à¤¿à¤£ के कनà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤®à¤¾à¤°à¥€, तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤°à¤®, रामेशà¥à¤µà¤°à¤®, बंगलौर, हैदराबार, तिरà¥à¤ªà¤¤à¤¿ सहित देश के पूरà¥à¤µà¥€ à¤à¤¾à¤—ों, पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ à¤à¤¾à¤—ों की à¤à¥€ यातà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ करते रहते हैं। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ योगाà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ व सनà¥à¤§à¥à¤¯à¤¾ आदि à¤à¥€ करते हैं। अनेक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के दà¥à¤ƒà¤– हैं परनà¥à¤¤à¥ आपको कà¤à¥€ वà¥à¤¯à¤¥à¤¿à¤¤ नहीं देखा। हंसकर कहते हैं कि जो à¤à¥€ है सब हमारे करà¥à¤®à¥‹à¤‚ का परिणाम है। इस बात की इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोई शिकायत नहीं है कि इनके पास बैंक बैलेंस और संसार की अनेक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ नहीं है। मोबाइल फोन à¤à¥€ बहà¥à¤¤ साधारण किसà¥à¤® का रखते हैं। अपने सà¤à¥€ मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ व परिवारों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ इनमें सहानà¥à¤à¥‚ति व सदà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है। हमें लगता है कि यह सब इनमें वैदिक जीवन पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ के गà¥à¤£à¥‹à¤‚ के कारण से है। इनके विषय में हमारा कहना है कि आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨ होने से मनà¥à¤·à¥à¤¯ की राह आसान हो जाती है। आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• जीवन जीने वाला मनà¥à¤·à¥à¤¯ दà¥à¤ƒà¤–ों में à¤à¥€ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को शानà¥à¤¤ व सनà¥à¤¤à¥à¤·à¥à¤Ÿ रख सकता है और इसके लिये ईशà¥à¤µà¤° व अनà¥à¤¯ किसी को दोष न देकर पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ रहते हà¥à¤ सà¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को पार कर लेता है।
आधà¥à¤¨à¤¿à¤• जीवन का तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• धन कमाना और उससे सà¥à¤– सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का संगà¥à¤°à¤¹ कर सà¥à¤– à¤à¥‹à¤—ना मातà¥à¤° ही है। इसमें वैदिक आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गà¥à¤£à¥‹à¤‚ व नितà¥à¤¯ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ का मिशà¥à¤°à¤£ या तो होता ही नहीं या अनà¥à¤§à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ व अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤£ ही होता है। धनिक व आधà¥à¤¨à¤¿à¤• लोगों का सारा समय सà¥à¤•à¥‚ली किताबें पà¥à¤¨à¥‡, धन कमाने, सà¥à¤–-सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ à¤à¤•à¤¤à¥à¤° करने व उनके à¤à¥‹à¤— में बीतता है। वह शà¥à¤ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ यथा ईशà¥à¤µà¤° की उपासना, अगà¥à¤¨à¤¿à¤¹à¥‹à¤¤à¥à¤° आदि शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ करà¥à¤®, माता-पिता-विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ व वृदà¥à¤§à¥‹à¤‚ का सेवा सतà¥à¤•à¤¾à¤° में समय नहीं दे पाते। आजकल तो सरकार ने à¤à¥€ परिवार में केवल पति-पतà¥à¤¨à¥€ व उनके बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को ही समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ किया है। वही माता-पिता परिवार के अंग कहलाते हैं जो आरà¥à¤¥à¤¿à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से अपने पà¥à¤¤à¥à¤° पर निरà¥à¤à¤° होते हैं। जिनके à¤à¤• से अधिक पà¥à¤¤à¥à¤° होते हैं उनकी दशा वृदà¥à¤§à¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ व रोग की अवसà¥à¤¥à¤¾ में अचà¥à¤›à¥€ नहीं रहती। यदि बचà¥à¤šà¥‡ अधिक योगà¥à¤¯ होकर विदेश चले गये हों तो माता-पिता का जीवन सà¥à¤–मय न होकर दà¥à¤ƒà¤–मय होता है। इसके अनेक कà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤£à¤¾à¤® सामने आ चà¥à¤•à¥‡ हैं। माता-पिता मर गये और पड़ोसियों को उनकी अनà¥à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ करानी पड़ी। धन व सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं की वृदà¥à¤§à¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में अधिक à¤à¥‚मिका नहीं रह जाती। वृदà¥à¤§à¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में तो आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ नà¥à¤¯à¥‚न व न के बराबर हो जाती हैं। à¤à¥‹à¤œà¤¨ à¤à¥€ अलà¥à¤ª मातà¥à¤°à¤¾ में करके काम चल जाता है।
à¤à¤¸à¥€ अवसà¥à¤¥à¤¾ में सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ व पौतà¥à¤°-पौतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ आदि का सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ व सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¤µà¤‚ सेवायà¥à¤•à¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° ही सबसे अधिक सà¥à¤–दायक होता है। इस सà¥à¤– में आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ बाधक होती है। अतः आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ की वैदिक विचारधारा की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से देखें तो मनà¥à¤·à¥à¤¯ को आरà¥à¤¥à¤¿à¤• समृदà¥à¤§à¤¿ के साथ सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯, योगाà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸, ईशà¥à¤µà¤°à¥‹à¤ªà¤¾à¤¸à¤¨à¤¾ तथा यजà¥à¤ž à¤à¤µà¤‚ परोपकार आदि के कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का तà¥à¤¯à¤¾à¤— न कर इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यथाशकà¥à¤¤à¤¿ करना चाहिये। अपने माता-पिता सहित परिवारजनों व कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ à¤à¥€ उदार व सहयोगी होना चाहिये। जहां तक समà¥à¤à¤µ हो माता-पिता को साथ रखें व उनके सà¥à¤–ों पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दें। देश व समाज के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जागरà¥à¤• रहकर अपने मताधिकार का à¤à¥€ सदà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— करना चाहिये। किसी विचारधारा के लोगों का समरà¥à¤¥à¤¨ नहीं करना चाहियें जो धारà¥à¤®à¤¿à¤• à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ व तà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¤°à¤£ के à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ व विचारों के समरà¥à¤¥à¤• रहे हैं। देश व समाज के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ à¤à¥€ विवेकपूरà¥à¤£ दृषà¥à¤Ÿà¤¿ रखनी चाहिये। समाज व देश को हानि पहà¥à¤‚चाने वाले लोगों, संगठनों व समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ की गतिविधियों पर à¤à¥€ दृषà¥à¤Ÿà¤¿ रखनी चाहिये और सà¥à¤µà¤§à¤°à¥à¤® की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ के लिये सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ रहना चाहिये। यही सनà¥à¤¤à¥à¤²à¤¿à¤¤ व विवेकपूरà¥à¤£ जीवन कहा जा सकता है। à¤à¤¸à¤¾ करके हम देश व समाज सहित अपने लौकिक à¤à¤µà¤‚ परजनà¥à¤® का हित कर सकते हैं। इसी के साथ हम इस चरà¥à¤šà¤¾ को विराम देते हैं। ओ३मॠशमà¥à¥¤
-मनमोहन कà¥à¤®à¤¾à¤° आरà¥à¤¯
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