पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° से कà¥à¤¯à¤¾ होता है..?
Author
Vinay AryaDate
28-Dec-2019Category
लेखLanguage
HindiTotal Views
658Total Comments
0Uploader
RajeevUpload Date
28-Dec-2019Top Articles in this Category
- फलित जयोतिष पाखंड मातर हैं
- राषटरवादी महरषि दयाननद सरसवती
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- सनत गरू रविदास और आरय समाज
- बलातकार कैसे रकेंगे
Top Articles by this Author
- नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति का आधार सà¥à¤µà¤¾à¤—त योगà¥à¤¯ लेकिन गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कहाठहै?
- Satyanand Stokes- A Saga of an American Aryan Sage
- मजहब ठमोहबà¥à¤¬à¤¤ से à¤à¤Ÿà¤• गया हिनà¥à¤¦à¥‚ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯
- बदसूरत होते पारिवारिक रिशà¥à¤¤à¥‡
- कोरोना में चीन का हाथ या चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ का
विशà¥à¤µ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेला 2020
विशà¥à¤µ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेला को जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का कà¥à¤‚ठऔर पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ को जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की गंगा की संजà¥à¤žà¤¾ दी जाती है। दिलà¥à¤²à¥€ में साल दर साल इस जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤•à¥à¤‚ठका आयोजन करने का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ देश के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को जà¥à¤žà¤¾à¤¨-विजà¥à¤žà¤¾à¤¨, दरà¥à¤¶à¤¨ à¤à¤µà¤‚ साहितà¥à¤¯ से अवगत कराने के साथ ही आधà¥à¤¨à¤¿à¤•, तरà¥à¤•à¤¶à¥€à¤² और विवेकवान नागरिक बनाना है। लेकिन पिछले कà¥à¤› वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में विशà¥à¤µ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेला दरà¥à¤¶à¤¨ और साहितà¥à¤¯ के बजाय धरà¥à¤®à¤¾à¤‚तरण का अडà¥à¤¡à¤¾ बनता नजर आ रहा है। पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ के नाम हिंदी देवनागरी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में मिलेंगे और उनके अंदर पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ देखें तो इसà¥à¤²à¤¾à¤® à¤à¤• परिचय, नबियों के किसà¥à¤¸à¥‡, आओ नमाज सीखें, इसà¥à¤²à¤¾à¤® विरोधी पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ के उतà¥à¤¤à¤°, मनà¥à¤¸à¤¬ पैगमà¥à¤¬à¤°à¥€ का जैसी ढेरों किताबें देखने को मिलेगी।
अनेकों ईसाई संगठन अपने मत मतांतर से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ लेकर लोगों को जीसस के चमतà¥à¤•à¤¾à¤° बताते मिलेंगे। हालाà¤à¤•à¤¿ इनके जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ साहितà¥à¤¯ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² में मिलता है इनका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ यही होता है कि बाल मन पर ही कबà¥à¥›à¤¾ किया जाये। गौतम बà¥à¤• के सà¥à¤Ÿà¥‰à¤² पर बौदà¥à¤§ धरà¥à¤® के गà¥à¤°à¤‚थों के साथ नवबौदà¥à¤§ बैठे मिलेंगे। इसके अलावा विशà¥à¤µ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेला अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸, पोगापंथ पाखंड बढ़ाने वाले साहितà¥à¤¯ अटा पड़ा मिलता है। विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• सोच à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास हमारे वैदिक साहितà¥à¤¯ महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के विचारों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ की सीख देने वाले पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले में आरà¥à¤¯ समाज के अलावा दिखाई नहीं देते।
जहाठविधरà¥à¤®à¥€ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ हमारे गà¥à¤°à¤‚थो पर हमला à¤à¥€ कर रहे है। नकली मनॠसà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ से लेकर अनेकों गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ गलत तरीकों से छापकर बेचे जा रहे है। आप पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले में आकर सà¥à¤µà¤¯à¤‚ देख सकते है कि इसà¥à¤²à¤¾à¤® के मानने वालों से लेकर ईसाई व कई अनà¥à¤¯ पंथ अपनी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ निशà¥à¤²à¥à¤• वितरित करते मिल जायेंगे। यà¥à¤µà¤¾-यà¥à¤µà¤• यà¥à¤µà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को निशाना बनाया जा रहा होता है, उनके अनà¥à¤¦à¤° हमारे ही गà¥à¤°à¤‚थो के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ नकारातà¥à¤®à¤• à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ को पिरोने की कोशिश की जा रही होती है। हालाà¤à¤•à¤¿ हिनà¥à¤¦à¥‚ धरà¥à¤® से जà¥à¥œà¥‡à¤‚ अनेकों बाबाओं के सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² आपको पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले में देखने को मिलेंगे, किनà¥à¤¤à¥ जब आप देखेंगे कि उन सà¤à¥€ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ पर बाबाओं के कथित चमतà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से जà¥à¤¡à¥€ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ या फिर हमारे ही मिलावटी गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ वहां बेचें जा रहे है। कोई आसाराम को निरà¥à¤¦à¥‹à¤· बताता मिलेगा तो कोई राधे माठका गà¥à¤£à¤—ान करता दिख जायेगा। ओशो का अशà¥à¤²à¥€à¤² साहितà¥à¤¯ बिकता मिलेगा। किनà¥à¤¤à¥ हिंदी साहितà¥à¤¯ हाल में केवल और केवल आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ ही राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€, समाज सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤•, नवचेतना, सदाचारी, पाखंडों से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ दिलाने वाला, विधरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के जाल से बचाने वाला साहितà¥à¤¯ वितरित करता दिखेगा।
आरà¥à¤¯ समाज का इस मेले में जाने और पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ वितरित करने या पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ यही रहता है कि इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले के माधà¥à¤¯à¤® से यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को वह साहितà¥à¤¯ उपलबà¥à¤§ हो जिसकी आज उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ और इस राषà¥à¤Ÿà¥à¤° को आवशà¥à¤•à¤¤à¤¾ है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि समाज के अतीत, वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ का हमेशा जà¥à¤žà¤¾à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ होता रहा है और इसमें पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹ की सबसे पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ à¤à¥‚मिका रही है। मसलन अतीत से लेकर अà¤à¥€ तक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की अनवरत बहती धारा का नाम पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• है और इसका संगम वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ काल में पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले हैं। आप सà¤à¥€ को जà¥à¤žà¤¾à¤¤ होगा मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² से लेकर आरà¥à¤¯ समाज की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ तक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की अनावरत धारा को कà¥à¤› लालची और विधरà¥à¤®à¥€ लोगों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ का कचरा डालकर मेला करने का कारà¥à¤¯ वृहत रूप से हà¥à¤†, हमारे अनेकों में मिलावट की गयी, सà¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ के आदि गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ को अशà¥à¤¦à¥à¤§ किया गया और तो और हमारे धारà¥à¤®à¤¿à¤• गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ रामायण गीता और महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¥€ हमारे महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के जीवन चरितà¥à¤° से लेकर कथानक को अशà¥à¤¦à¥à¤§ किया गया।
फलसà¥à¤µà¤°à¥‚प समाज अपने विशà¥à¤¦à¥à¤§ वैदिक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से दूर हà¥à¤† अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ को ही सतà¥à¤¯ सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° हमने वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ की गà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ की बेड़ियों को अपना हार समठलिया। इसके पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी आये उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® अपने गà¥à¤°à¤‚थो की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ कर मिलावट और अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ को दूर करने का कारà¥à¤¯ किया। हमें अपनी असली ससà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और धरà¥à¤® से परिचय कराया और नया विशà¥à¤¦à¥à¤§ साहितà¥à¤¯ रच हमें à¤à¤• असà¥à¤¤à¥à¤° के रूप में दिया। तो आज हमारा यह फरà¥à¤œ बनता है कि हम सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सहेजा गया जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से यह असà¥à¤¤à¥à¤° लोगों तक पहà¥à¤‚चाà¤à¤‚।
तब से लेकर आज तक आरà¥à¤¯ समाज सà¥à¤¥à¤¾à¤¨-सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ और समय-समय पर अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¤à¤¾ के रण में जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के इन असà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— कर समाज में चेतना जगाने का कारà¥à¤¯ कर रहा है। इसी कà¥à¤°à¤® में वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ पहले जब ये à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ किया गया कि देश à¤à¤° में लगने वाले पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेलों में विधरà¥à¤®à¥€ लोग अà¤à¥€ à¤à¥€ अपनी सà¥à¤µà¤°à¤šà¤¿à¤¤ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से हमारे धरà¥à¤® और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ पर हमला कर रहे है। तब यह फैसला लिया गया कि कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हम à¤à¥€ अपने इस जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के असà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले के माधà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚ से करें!
ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ देश à¤à¤° लगने वाले पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेलों में दिलà¥à¤²à¥€ आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ ने आरà¥à¤· गà¥à¤°à¤‚थो, विशà¥à¤¦à¥à¤§ मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ से लेकर रामायण और महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ सहित वैदिक साहितà¥à¤¯ को लेकर à¤à¤¾à¤— लेना शà¥à¤°à¥‚ किया। जैसा कि आप सà¤à¥€ à¤à¤²à¥€à¤à¤¾à¤‚ति परिचित होंगे देश की राजधानी दिलà¥à¤²à¥€ में तो पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ 10 रूपये में उपलबà¥à¤§ कराया ही जा रहा हैं। साथ ही à¤à¤• सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² शंका समाधान का à¤à¥€ रखा जाता है जिसमें वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ मेले पधारे लोगों की धरà¥à¤®, आतà¥à¤®à¤¾,जनà¥à¤®, पूरà¥à¤µà¤œà¤¨à¥à¤® से लेकर ईशà¥à¤µà¤° के निराकार होने और वेदों में गोमांस à¤à¤•à¥à¤·à¤£ निषेध जैसे सà¤à¥€ विषयों पर शंकाओं का समाधान à¤à¥€ करते है।
à¤à¤• किसà¥à¤® से कहें तो आरà¥à¤¯ समाज पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज के जागरण का à¤à¤• पà¥à¤°à¤¹à¤°à¥€ बनकर पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले में जाता हैं। हिंदी, अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€,बंगला à¤à¤µà¤‚ उरà¥à¤¦à¥‚ में सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ लोगों को उपलबà¥à¤§ कराता मिलेगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयानंद जी के अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤‚थो संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¿à¤§à¤¿, ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¾à¤¦à¤¿à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯à¤à¥‚मिका, आरà¥à¤¯à¥‹à¤¦à¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¤°à¤¤à¥à¤¨à¤®à¤¾à¤²à¤¾ आदि को ससà¥à¤¤à¥‡ मूलà¥à¤¯ पर उपलबà¥à¤§ कराया जाता है। हम आशा करते है कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में à¤à¥€ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेलों के माधà¥à¤¯à¤® से वैदिक धरà¥à¤® के नाद को विशà¥à¤µ के कोने-कोने तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¯à¥‡à¤—ा। आप सà¤à¥€ से à¤à¥€ अनà¥à¤°à¥‹à¤§ है à¤à¤• बार पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले में जरà¥à¤° पधारिये आरà¥à¤¯ समाज के सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² पर आकर इस वैदिक नाद और अधिक गà¥à¤‚जायमान कीजिà¤à¥¤
ALL COMMENTS (0)