महामारी का निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤• कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बन रहा है चीन
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Vinay AryaDate
05-Feb-2020Category
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RajeevUpload Date
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बेशक पिछले दो दशक में चीन ने दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤• उपकरणों से लेकर दवाà¤à¤‚ और कचà¥à¤šà¤¾ माल निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ किया और अपनी अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में सà¥à¤§à¤¾à¤° किया हो लेकिन इस बात से à¤à¥€ इंकार नहीं किया जा सकता कि इन दो दशकों में चीन ने दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को हजारों गंà¤à¥€à¤° बीमारी à¤à¥€ निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ की जिनसे विशà¥à¤µ à¤à¤° हजारों लोग संकà¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ हà¥à¤ और बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में लोगों को मौत की नींद सà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ अब बार फिर चीन से à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ ही गंà¤à¥€à¤° बीमारी का जनà¥à¤® हà¥à¤† है। à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ वायरस जिसकी जानकारी अब तक विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में थी ही नहीं, वो चीन में तो कहर ढा रहा है। अब ये वायरस दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के कई दूसरे देशों तक à¤à¥€ पहà¥à¤‚च गया है।
हालात की गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता कि चीन के सरकारी आंकड़ों के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤•, अब तक 5974 लोगों के इस वायरस के चपेट में आने की पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ की जा चà¥à¤•à¥€ है। इस वायरस की चपेट में आठ1239 मरीजों की हालत गंà¤à¥€à¤° है, जबकि 132 मरीजों की मौत हो चà¥à¤•à¥€ है। बताया जा रहा है इस बीमारी की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ चमगादड़ का सूप पीने से हà¥à¤ˆ है। चीन के वà¥à¤¹à¤¾à¤¨ शहर में यह सूप पीने वाली à¤à¤• लड़की से कोरोना वायरस फैला है। साल 2018 में दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में तबाही मचाने वाले निपाह वायरस à¤à¥€ चमगादड से फैला था। इससे पहले, बरà¥à¤¡ फà¥à¤²à¥‚, सवाइन फà¥à¤²à¥‚ और चिकेन पॉकà¥à¤¸ जैसी गंà¤à¥€à¤° संकà¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ बीमारियाठà¤à¥€ जानवरों का मांस खाने से ही दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में फैल चà¥à¤•à¥€ है।
इसमें कोई दोराय नहीं है कि चीन दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का सबसे बड़ा मांस उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤• देश है। इसमें हर तरह का मांस शामिल है। मचà¥à¤›à¤° के अंड़े, से लेकर छिपकली, सांप, कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡ का मांस, जिंदा ऑकà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¤ªà¤¸, समेत कई दूसरे सीफूड और जानवरों के मांस चीन के बाजार का वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से हिसà¥à¤¸à¤¾, रहे हैं। à¤à¤²à¥‡ ही अजीब लगे, लेकिन चीन में बड़े चाव के साथ खाया जाता है। कà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के मांस को लेकर तो यहां पर इनकी चोरी à¤à¥€ बड़ी आम है, लेकिन कहीं न कहीं इन जानवरों का मांस यहां के लिठअà¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤ª à¤à¥€ साबित होता रहा है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कई तरह के नठवायरस पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में चीन से ही फैले हैं, जिनके पीछे वजह जानवरों का मांस ही रहा है। यहां पर मांस की खपत का अंदाजा इस बात से à¤à¥€ लगाया जा सकता है कि चीन में मांस परोसने वाले रेसà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤‚ की तादाद बीते पांच वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में जबरदसà¥à¤¤ तरह से बà¥à¥€ है।
मांसाहार से फैलने वाला यह कोरोना वायरस इंसान के फेफ़ड़ों में घातक संकà¥à¤°à¤®à¤£ करता है. सबसे पहले संकà¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के शरीर का तापमान बढ़ जाता है यानी उसे बà¥à¤–ार आता है जिसके बाद उसे सूखी खांसी होती है। à¤à¤• सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ बाद उसे सांस लेने में दिकà¥à¤•à¤¤ होती है। पहले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को सरà¥à¤¦à¥€ जà¥à¤•à¤¼à¤¾à¤® और खांसी होती है, और फिर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ गंà¤à¥€à¤° होती जाती है। हालाà¤à¤•à¤¿ कोरोना à¤à¤¸à¤¾ पहला वायरस नहीं है जो चीन के रासà¥à¤¤à¥‡ पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में फैल रहा हो। इससे पहले वरà¥à¤· 2002 में चीन के गà¥à¤†à¤‚गडांग में सारà¥à¤¸ का वायरस पाया गया था। यहां से निकलने के बाद यह वायरस तेजी से दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के दूसरे देशों में à¤à¥€ फैला और करीब आठहजार लोग इसके संकà¥à¤°à¤®à¤£ की चपेट में आठथे। इस वायरस ने पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में करीब 800 लोगों की जान ली थी।
साल 2012 में चीन में 774 लोगों की मौत का ज़िमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° सारà¥à¤¸ वायरस à¤à¥€ मांसाहार के कारण ही दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में फैला था और तबाही मचाई थी। वरà¥à¤· 2013 में à¤à¤š 7 à¤à¤¨ 9 à¤à¤µà¤¿à¤¯à¤¨ का सà¥à¤°à¥‹à¤¤ à¤à¥€ चीन ही रहा था। इस इनफà¥à¤²à¥à¤à¤‚जा ने à¤à¥€ कई देशों को अपनी चपेट में लिया था। इसकी वजह à¤à¥€ पॉलà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥à¤°à¥€ फारà¥à¤® बना था। चीन में जहां पर खाने के लिठपकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की खरीद-फरोखà¥à¤¤à¤œ होती थी, वहां से इसका वायरस तेजी से फैला था। वरà¥à¤· 2014 में चीन के गà¥à¤†à¤‚गडांग पà¥à¤°à¤¾à¤‚त से ही à¤à¤š 5 à¤à¤¨ 6 बरà¥à¤¡ फà¥à¤²à¥‚ सामने आया था। इसके बाद चीन में à¤à¤¹à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤à¤¨ करीब डेॠलाख पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मार दिया गया था। इसके मरीज ऑसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾, फिलीपींस और दकà¥à¤·à¤¿à¤£ कोरिया में à¤à¥€ सामने आठथे। इसके अलावा इसके बाद वरà¥à¤· 2018 में निपाह वायरस और सà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ फà¥à¤²à¥‚ जैसी बीमारी à¤à¥€ पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और सà¥à¤µà¤° का मांस खाने से दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में फ़ैली थी।
बहराल चीन में कोरोना के पà¥à¤°à¤•à¥‹à¤ª के बाद मांस की बिकà¥à¤°à¥€ पर असà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ तौर पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤‚ध लगाया है। चीनी सरकार लोगों को शाकाहार की ओर लौटने के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ कर रही है। अब जो सबसे बड़ा सवाल है वह यह है कि अगर यह वायरस किसी सबà¥à¤œà¥€ टमाटर या आम से फैलता तो तब कà¥à¤¯à¤¾ होता शायद शाकाहार à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने वालो को पिछड़े और अशिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ बताया जाता और विशà¥à¤µ à¤à¤° में फलों और सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ दालों का बहिषà¥à¤•à¤¾à¤° किया जाता। लेकिन कोरोना पर दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के किसी टीवी चैनल ने यह नहीं कहा कि à¤à¤¸à¥€ तमाम महामारी मांसाहार से फैलती तो मांसाहारी à¤à¥‹à¤œà¤¨ को पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤‚धित कर देना चाहिà¤à¥¤ जबकि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में फैले वायरस को लेकर à¤à¤• खास जानकारी ये à¤à¥€ है कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को अपनी चपेट मे लेने वाले करीब साठफीसद वायरस मांसाहार के ही माधà¥à¤¯à¤® से फैले हैं। इसके विपरीत देखें तो आज तक पपीता हो सेब आम हो अमरà¥à¤¦ लोकी à¤à¤¿à¤‚डा से लेकर किसी à¤à¥€ दाल या अनाज समेत किसी à¤à¥€ शाकाहार वà¥à¤¯à¤‚जन से à¤à¤¸à¥€ कोई à¤à¥€ महामारी नहीं फैली। सिरà¥à¤« इतना होता है किसी इनà¥à¤¸à¤¾à¤¨ को कोई आध फल या सबà¥à¤œà¥€ पाचन में दिकà¥à¤•à¤¤ दे देती है लेकिन à¤à¤¸à¤¾ à¤à¥€ बहà¥à¤¤ कम लोगों होता है। हालाà¤à¤•à¤¿ इस वायरस के आने के बाद अब आज के दौर के डॉकà¥à¤Ÿà¤° à¤à¥€ लोगों को सलाह दे कि इस वायरस से बचने के लिठपरà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ मातà¥à¤°à¤¾ में पानी पीते रहे। विटामिन-सी यà¥à¤•à¥à¤¤ फल खाà¤à¤‚. साथ ही शरीर की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¤• कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ वाली खादà¥à¤¯ पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करें। मांस-मछली और सी फूड न खाà¤à¤‚, और सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ और निरोग रहना है तो शाकाहार का उपयोग करें इसी के साथ मानवता का साथ à¤à¥€ है और उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¥€à¥¤
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