आरà¥à¤¯ समाज ने ढूंढा और देखा ‘सतà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ है?’
Author
Rajeev ChoudharyDate
12-Jun-2016Category
लेखLanguage
HindiTotal Views
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Sandeep AryaUpload Date
14-Jun-2016Download PDF
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काठमाणà¥à¤¡à¥‚ नेपाल में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वरà¥à¤· (जेषà¥à¤ ) जून में महीने में पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेला लगता है। इस बार 20वां नेपाल अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ नेपाल, à¤à¤¾à¤°à¤¤ और चीन के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² लगे हैं। इस मेला में वैदिक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ पहले कà¤à¥€ नहीं देखा और न सà¥à¤¨à¤¾ । मैं दो कारण से इस सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² से आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ हà¥à¤†| पहला मै आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हूं। दूसरा मैं नेपाल में संविधान निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के कà¥à¤°à¤® में ‘‘आरà¥à¤¯ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ संघ नेपाल’’ का महासचिव हूं। सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² में धारà¥à¤®à¤¿à¤• और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡ थीं वेद को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ महतà¥à¤¤à¥à¤µ देकर सजाया गया था। मैं à¤à¤• आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• विषय का जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ व विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ होने के कारण इस सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² में दिलà¥à¤²à¥€ से आठरवि पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ जी बड़े सहयोगी और पाठक के जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¤¾à¤“ं का समाधान कर रहे थे।
रवि पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ जी के सामने मैने à¤à¥€ कà¥à¤› जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¤¾ रखीं। नेपाल à¤à¤¾à¤°à¤¤ में हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से मानते हà¥à¤ आये हैं धारà¥à¤®à¤¿à¤• आसà¥à¤¥à¤¾, महान गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹, à¤à¤—वान के अवतार, à¤à¤¾à¤°à¤¤ से आने वाले बड़े-बड़े महातà¥à¤®à¤¾à¤“ं के पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ और दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¤¤ के à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं से ऊपर उठकर आरà¥à¤¯ समाज का विचार सà¥à¤¨à¤•à¤° मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ ही अजीब और आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ लगा।
यदि आरà¥à¤¯ समाज के सतà¥à¤¯ विचार जनमानस में नहीं आà¤à¤‚गे तो विरोध के लिठविरोध, मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ के लिठमà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾, विचार के लिठविचार ही रहेंगे। उससे ऊपर उठकर कà¥à¤› काम करने का साहस कौन करेगा? कà¥à¤¯à¤¾ आज तक सतà¥à¤¯ छिपा हà¥à¤† था? कà¥à¤¯à¤¾ हम लोगों को अनà¥à¤§à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ ने घेर कर रखा है? आने वाले दिन आरà¥à¤¯ समाज के लिठमहतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अवसर, चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ और कठिन संघरà¥à¤· की यातà¥à¤°à¤¾ होगी।
कà¥à¤¯à¤¾ हम ;नेपाल और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤¾à¤¸à¥€ आजतक तो माना हà¥à¤†, सà¥à¤¨à¤¾ हà¥à¤† सब अनà¥à¤§ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही है? à¤à¤—वान कौन है? अवतार कà¥à¤¯à¤¾ है? महातà¥à¤®à¤¾ कौन हैं? विषà¥à¤£à¥ कौन है? राम कौन है? कृषà¥à¤£, शिव, बà¥à¤°à¤¹à¥à¤® कौन है? बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡ का सतà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ है? जो पहले à¤à¥€ था? आज à¤à¥€ है और कल à¤à¥€ रहेगा।
यदि आरà¥à¤¯ समाज ने खोजा, देखा सतà¥à¤¯ ही संसार का सही मारà¥à¤— है तो इम लोग सतà¥à¤¯ बात सà¥à¤¨à¤•à¤° गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं कर सके? कà¥à¤¯à¤¾ इस बात का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° हो नहीं सका? कà¥à¤¯à¤¾ आरà¥à¤¯ समाज ने सतà¥à¤¯ बात अलà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ की दराज में बनà¥à¤¦ करके रखी है? कà¥à¤¯à¤¾ ‘सतà¥à¤¯ और असतà¥à¤¯’ के आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ आगे नहीं बà¥à¤¾? कà¥à¤¯à¤¾ सतà¥à¤¯ और असतà¥à¤¯ में इतना मतà¤à¥‡à¤¦ रहा?
समगà¥à¤° कहने का तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ जागरूक? निषà¥à¤•à¤²à¤‚क और à¤à¤—वान का सतà¥à¤¯ का रथ संसार à¤à¤° में दौड़ाने के लिठपीछे न रहे। आरà¥à¤¯ समाज सही अरà¥à¤¥ में सतà¥à¤¯ का अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ आगे बà¥à¤¾à¤¨à¤¾ है तो महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ में कृषà¥à¤£ और अरà¥à¤œà¥à¤¨ के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया रथ अब ‘सतà¥à¤¯’ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ सारे पृथà¥à¤µà¥€ पर चलाना पड़ेगा। तà¤à¥€ सतà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• के मन के अनà¥à¤¦à¤° और घर के à¤à¥€à¤¤à¤° जाठà¤à¤¸à¤¾ कठोर साहस और संकलà¥à¤ª करना पड़ेगा à¤à¤¸à¤¾ मेरा मत है।
अनà¥à¤¤ में आरà¥à¤¯ सà¤à¤¾ का नेपाल में वेद पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° बहà¥à¤¤ कम है। सीमित दायरा से निकलकर, जनमानस में ले जाने की बहà¥à¤¤ जरूरत है। समाज में वेद के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जो शà¥à¤°à¤§à¤¾ है लेकिन वेद के दरà¥à¤¶à¤¨ किसी ने नहीं किये है, वैदिक पà¥à¤¨à¤°à¥à¤œà¤¾à¤—रण के लिठआरà¥à¤¯ समाज आगे आठऔर हम सà¤à¥€ का साथ सहयोग रहेगा यदि मेरा हारà¥à¤¦à¤¿à¤• विनमà¥à¤° अनà¥à¤°à¥‹à¤§ है।
काठमाणà¥à¤¡à¥‚ नेपाल में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वरà¥à¤· (जेषà¥à¤ ) जून में महीने में पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेला लगता है। इस बार 20वां नेपाल अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ नेपाल, à¤à¤¾à¤°à¤¤ और चीन के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² लगे हैं। इस मेला में वैदिक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ पहले कà¤à¥€ नहीं देखा और न सà¥à¤¨à¤¾ । मैं दो कारण से इस सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² से आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ हà¥à¤†| पहला मै आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हूं। दूसरा मैं नेपाल में संविधान निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के कà¥à¤°à¤® में ‘‘आरà¥à¤¯ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ संघ नेपाल’’ का महासचिव हूं। सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² में धारà¥à¤®à¤¿à¤• और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡ थीं वेद को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ महतà¥à¤¤à¥à¤µ देकर सजाया गया था। मैं à¤à¤• आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• विषय का जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ व विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ होने के कारण इस सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² में दिलà¥à¤²à¥€ से आठरवि पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ जी बड़े सहयोगी और पाठक के जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¤¾à¤“ं का समाधान कर रहे थे।
रवि पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ जी के सामने मैने à¤à¥€ कà¥à¤› जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¤¾ रखीं। नेपाल à¤à¤¾à¤°à¤¤ में हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ से मानते हà¥à¤ आये हैं धारà¥à¤®à¤¿à¤• आसà¥à¤¥à¤¾, महान गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹, à¤à¤—वान के अवतार, à¤à¤¾à¤°à¤¤ से आने वाले बड़े-बड़े महातà¥à¤®à¤¾à¤“ं के पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ और दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¤¤ के à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं से ऊपर उठकर आरà¥à¤¯ समाज का विचार सà¥à¤¨à¤•à¤° मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ ही अजीब और आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ लगा।
यदि आरà¥à¤¯ समाज के सतà¥à¤¯ विचार जनमानस में नहीं आà¤à¤‚गे तो विरोध के लिठविरोध, मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ के लिठमà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾, विचार के लिठविचार ही रहेंगे। उससे ऊपर उठकर कà¥à¤› काम करने का साहस कौन करेगा? कà¥à¤¯à¤¾ आज तक सतà¥à¤¯ छिपा हà¥à¤† था? कà¥à¤¯à¤¾ हम लोगों को अनà¥à¤§à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ ने घेर कर रखा है? आने वाले दिन आरà¥à¤¯ समाज के लिठमहतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अवसर, चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ और कठिन संघरà¥à¤· की यातà¥à¤°à¤¾ होगी।
कà¥à¤¯à¤¾ हम ;नेपाल और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤¾à¤¸à¥€ आजतक तो माना हà¥à¤†, सà¥à¤¨à¤¾ हà¥à¤† सब अनà¥à¤§ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही है? à¤à¤—वान कौन है? अवतार कà¥à¤¯à¤¾ है? महातà¥à¤®à¤¾ कौन हैं? विषà¥à¤£à¥ कौन है? राम कौन है? कृषà¥à¤£, शिव, बà¥à¤°à¤¹à¥à¤® कौन है? बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡ का सतà¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ है? जो पहले à¤à¥€ था? आज à¤à¥€ है और कल à¤à¥€ रहेगा।
यदि आरà¥à¤¯ समाज ने खोजा, देखा सतà¥à¤¯ ही संसार का सही मारà¥à¤— है तो इम लोग सतà¥à¤¯ बात सà¥à¤¨à¤•à¤° गà¥à¤°à¤¹à¤£ नहीं कर सके? कà¥à¤¯à¤¾ इस बात का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° हो नहीं सका? कà¥à¤¯à¤¾ आरà¥à¤¯ समाज ने सतà¥à¤¯ बात अलà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ की दराज में बनà¥à¤¦ करके रखी है? कà¥à¤¯à¤¾ ‘सतà¥à¤¯ और असतà¥à¤¯’ के आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ आगे नहीं बà¥à¤¾? कà¥à¤¯à¤¾ सतà¥à¤¯ और असतà¥à¤¯ में इतना मतà¤à¥‡à¤¦ रहा?
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-महेनà¥à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ शिवाकोटी, काठमाणà¥à¤¡à¥‚, नेपाल
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